टाइप 2 डायबिटिक गैस्ट्रोपेरेसिस का क्या कारण है?

टाइप 2 डायबिटिक गैस्ट्रोपेरेसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पेट की मांसपेशियां ठीक से सिकुड़ने में असमर्थ होती हैं, जिसके चलते पेट खाली होने में देरी होती है

गैस्ट्रोपेरेसिस कई प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है, जिनमें मतली या चक्कर आना, उल्टी, पेट में दर्द, सूजन और जल्दी पेट भर जाना (केवल थोड़ी मात्रा में भोजन खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होना) शामिल है

टाइप 2 डायबिटिक गैस्ट्रोपेरेसिस का सटीक कारण अभी तक मालूम नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह कई कारकों के चलते होता है।

सबसे पहले टाइप 2 डायबिटीज खुद ही पेट की मांसपेशियों (वेगस नर्व) को कंट्रोल करने वाली नसों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे गैस्ट्रोपेरेसिस हो सकता है

टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली कुछ दवाएं (जैसे मेटफॉर्मिन) भी गैस्ट्रोपेरेसिस का कारण बन सकती हैं या इसे बढ़ा सकती हैं

टाइप 2 डायबिटिक गैस्ट्रोपेरेसिस का इलाज आमतौर पर लक्षणों से राहत और लाइफ की क्वॉलिटी में सुधार पर केंद्रित होता है

डाइट में बदलाव, जैसे बार-बार छोटे भोजन खाना और हाई फैट वाले फूड्स से परहेज करना, लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है