डायबिटीज के लिए दूध च्छा क्यों नहीं होता है?अ

वैसे तो दूध में कैल्शियम होता है। इसकी बायो-अवेलेबिलिटी भी कम होती है, यानी ह्यूमन बॉडी इसे पचाकर सार्थक मात्रा में कैल्शियम नहीं निकाल पाता है

दूध न केवल कैल्शियम देने में असमर्थ होता है, बल्कि यह वास्तव में दूध को पचाने के लिए हड्डियों से कैल्शियम निकालता है

 कैल्शियम आपके शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है - स्वस्थ दांत, मजबूत हड्डियां हमारे शरीर के विकास के लिए कैल्शियम पर निर्भर रहती हैं। लेकिन कैल्शियम की भरपाई करने के लिए दूध ही एकमात्र स्रोत नहीं है। सच तो यह है कि दूध बेस्ट ऑप्शन भी नहीं है

ऐसे कई नॉन-डेयरी कैल्शियम स्रोत हैं, जो कैल्शियम से भरपूर होते हैं और बायो-अवेलेबिलिटी में भी अधिक हैं

प्लांट-बेस्ड फूड्स जैसे कोलार्ड, बोक चॉय, बेक्ड बीन्स, पत्तेदार हरी सब्जियां, सोया-दूध, टोफू आदि। इन सबमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। साथ ही इनमें मिनिरल्स, विटामिन और माइक्रो न्यूट्रिएंट भी भरपूर होते हैं

दूध से अब तक का सबसे बड़ा जोखिम कारक यह है कि यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है

यह इसे डायबिटीज, प्री-डायबिटीज, डायबिटीज की हिस्ट्री वाले लोगों के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल, ब्लडप्रेशर, PCOD/PCOS आदि जैसे इंसुलिन से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक बनाता है