हाइपरग्लेकेमिया को मैनेज करने के लिए जरूरी बातें:

हाइपरग्लेकेमिया:  टाइप 1 और 2 डायबिटीज, जेस्टेशनल डायबिटीज और नॉन-डायबिटीज के मरीजों में गंभीर बीमारी को प्रभावित करता है।

जोखिम भरा स्वास्थ्य:  इससे डीकेए और एचएचएस जैसी गंभीर जटिल समस्याएं हो सकती हैं।

लक्षण:  अधिक प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान, आखों की रोशनी धुंधली होना, वजन कम होना, इन्फेक्शन होना।

ब्लड शुगर टारगेट:  नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें; खाने से पहले 4-7 mmol/l और भोजन के बाद 8.5-9 mmol/l से कम का लक्ष्य रखें।

कारण:  तनाव, बीमारी, अधिक खाना, एक्सरसाइज की कमी, डिहाइड्रेशन, दवा संबंधी समस्याएं, विकास में तेजी।

ट्रीटमेंट प्लान:  डॉक्टर के सलाह का पालन करें, डाइट संतुलित करें, हाइड्रेटेड रहें, एक्सरसाइज करें, इंसुलिन खुराक लेते रहें।

तत्काल ध्यान दें:  अगर उल्टी, पेट में दर्द, तेजी से सांस लेना, डिहाइड्रेशन के लक्षण, या जागते रहने में कठिनाई हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।