पैरों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें: लंबे समय तक उपवास करने से जुड़े जोखिमों के कारण, मधुमेह रोगियों को नवरात्रि के उपवास के दौरान पैरों के स्वास्थ्य को खास ध्यान देना चाहिए।
हाइड्रेशन और पोषण: उपवास के दौरान भी पूरे शरीर के स्वास्थ्य, जिसमें पैरों का स्वास्थ्य भी शामिल है, को बनाए रखने के लिए हाइड्रेटेड रहें और पौष्टिक भोजन करें।
पैरों की जांच और देखभाल: किसी भी तरह की चोट, संक्रमण या त्वचा की स्थिति में बदलाव के लिए रोजाना पैरों की जांच करें। पैरों को सूखापन और दरारों से बचाने के लिए उन्हें साफ और नमीयुक्त रखें।
जागरूकता फैलाएं: नवरात्रि के उपवास के दौरान साथी मधुमेह रोगियों के साथ पैरों की देखभाल के महत्व को साझा करें और पैरों के स्वास्थ्य के लिए सक्रिय उपायों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें।