भारत में डायबिटीज: हम क्या खाते हैं, यह मायने रखता है।

हाई कार्बोहाइड्रेट का सेवन: चावल और गेहूं से भरपूर भारतीय डाइट, ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध का खतरा बढ़ जाता है।

प्रोसेस्ड और चीनी से भरपूर भोजन: शहरीकरण के कारण प्रोसेस्ड खानों और चीनी से भरपूर ड्रिंक्स की खपत बढ़ गई है, जिससे वजन बढ़ने और ब्लड शुगर हाई होने की संभावना बढ़ गई है।

डाइटरी फाइबर की कमी: हमारे द्वारा ली जाने वाली डाइट में अक्सर पर्याप्त फाइबर की कमी होती है, जो ब्लड शुगर के लेवल को रेगुलेट करने और अचानक वृद्धि को रोकने के लिए महत्वपूर्ण होता है।

खाना पकाने का अनहेल्दी तरीका: डीप-फ्राइंग और अत्यधिक तेल का इस्तेमाल अनहेल्दी फैट के अधिक सेवन में योगदान देता है, जिससे वजन बढ़ता है और इंसुलिन रजिस्टेंस को बढ़ावा देता है।

डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री: भारतीय लोगों में डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री की संभावना होती है, डाइट को ठीक से फॉलो न करने के चलते डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

लाइफस्टाइल एक्टिव न होना: एक्सरसाइज न करने या एक्टिव कम रहने से वजन बढ़ने और इंसुलिन प्रतिरोध का खतरा बढ़ जाता है।

स्वस्थ खाना पकाने के तरीकों पर ध्यान न देना: पारंपरिक खाना पकाने के तरीकों में अक्सर हेल्दी तरीकों पर ध्यान नहीं दिया जाता है, जिससे अनहेल्दी फैट का सेवन बढ़ जाता है।