Last updated on अक्टूबर 30th, 2023
यदि कोई डायबिटीज से पीड़ित हो जाता है, तो अक्सर लोग सलाह देते हैं कि यह मत खाओ और यह ज्यादा से ज्यादा खाया करो। लेकिन इन सबसे हटकर जरूरत होती है डायबिटीज से संबंधित डाइट की सही जानकारी की, इसीलिए आइये जानते हैं इस ब्लॉग में कि डायबिटीज में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। डायबिटीज के दौरान भोजन, फल आदि के बेस्ट ऑप्शन को समझने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो हमारे शरीर में इंसुलिन की कमी या हमारे शरीर की कोशिकाओं द्वारा इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण उत्पन्न होती है। इंसुलिन की कमी या रेजिस्टेंस यानी प्रतिरोध की वजह से, ब्लड शुगर का लेवल असामान्य रूप से बढ़ जाता है। लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर का लेवल डायबिटीज यानी मधुमेह का संकेत देता है।
आप डायबिटीज पीड़ित हैं, इसलिए आपको आम नहीं खाना चाहिए, आम में चीनी की मात्रा अधिक होती है और यह हानिकारक हो सकता है। कई डायबिटीज रोगियों ने ऐसी बातें जरूर सुनी होंगी। बहरहाल हम इस ब्लॉग में जानेंगे कि क्या आपको डायबिटीज होने पर फल खाने से कोई नुकसान हो सकता है? यदि हां, तो कौन से फल खाने चाहिए और किन फलों से आपको बचना चाहिए।
डायबिटीज (Diabetes) डाइट मे क्या होना चाहिए?
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए मरीज को डाइट में कुछ इन खाद्य पदार्थों को जोड़ना चाहिए, जिसके सेवन से स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ मिल सकते हैं:
- ऐसे खाद्य पदार्थ जो ब्लड शुगर के लेवल को तुरंत नहीं बढ़ाते हैं, वे निम्न ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ होते हैं। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ कॉम्पलेक्स शुगर मॉलिक्यूल से बने होते हैं। जिसके कारण इन खाद्य पदार्थों को पचने में समय लगता है, जिससे शुगर धीरे-धीरे रक्त में रिलीज होता है। ब्लड शुगर के लेवल की इस तरह रिलीज होने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- हाई फाइबर सामग्री वाले खाद्य पदार्थ काफी फायदेमंद होते हैं। उच्च रेशेदार खाद्य पदार्थ वाटर रिटेंशन, पाचन में मदद करते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करते हैं। टाइप 2 डायबिटीज का सामान्य कारण मोटापा और खराब लाइफस्टाइल होता है। इस प्रकार ऐसे डायबिटीज के मरीजों को हाई फाइबर से भरपूर भोजन, बहुत सारी बीमारियों को और वजन को कम करने में मदद करता है। जिससे टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है।
- अच्छा प्रोटीन वाला खाना बेस्ट माना जाता है। डायबिटीज का सामान्य लक्षण बार-बार भूख लगना होता है। इससे बार-बार खाने और अधिक वजन होने लगता है। प्रोटीन आपको लंबे समय तक भरे हुए पेट का एहसास कराते हैं। इस प्रकार प्रोटीन मधुमेह रोगियों को बार-बार खाने की इच्छा को कम करने में मदद करता है।
- हाई नाइट्रेट सामग्री वाला खाना। नाइट्रेट से भरपूर भोजन ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में भी मदद मिलती है। इस प्रकार ये खाद्य पदार्थ डायबिटीज से जुड़े जोखिमों, जैसे- हृदय संबंधी बीमारियां, नसों में दर्द आदि को कम करते हैं।
- विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर खाद्य पदार्थ। डायबिटीज के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसलिए मधुमेह रोगियों को शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर डाइट लेने की आवश्यकता होती है।
डायबिटीज में क्या-क्या खाना चाहिए?
हेल्दी खाना खाने से लंबे समय तक ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसलिए डायबिटीज में क्या खाना चाहिए इसकी जानकारी एक डायबिटीज के मरीज को जरूर होनी चाहिए।
खाने के साथ-साथ खाने की मात्रा का भी ध्यान रखना जरूरी होता है। कई मरीजों में हाई ब्लड शुगर की शिकायत हो सकती है, तो दूसरी तरफ कुछ मरीजों का ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है। दोनों ही परिस्तिथियों में खाना का सही चयन करना जरूरी होता है।
हाई ब्लड शुगर मे क्या खा सकते हैं?
हाई ब्लड शुगर वाले डायबिटीज मरीजों को क्या खाना चाहिए? यह एक बड़ा सवाल हमेशा रहता है, खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ जिन्हें शरीर धीरे-धीरे अवशोषित करता है, वे सबसे अच्छे होते हैं क्योंकि ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने और कम होने का कारण नहीं बनते हैं। हाई ब्लड शुगर के रोगियों के लिए सबसे अच्छा विकल्प कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर को धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में रिलीज करते हैं और इस प्रकार ब्लड शुगर बढ़ने का कारण नहीं बनते हैं। यह ग्लूकोज अवशोषण के लिए शरीर के इंसुलिन को अधिक समय देता है। अंत में ब्लड शुगर का लेवल सामान्य लेवल पर बना रहता है।
नीचे दिए गए टेबल मे डायबिटीज में क्या खाना चाहिए के बारे में बताया गया है:-
हाई ब्लड शुगर में क्या खाना चाहिए(Sugar Me Kya Khana Chahiye) | ||||
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खाने के आइटम्स | हाई ब्लड शुगर के लिए सलाह | |||
क्या खाना चाहिए? |
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कुछ फलों के उदाहरण |
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कुछ सब्जियों के उदाहरण |
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पेय पदार्थ | पानी सबसे अच्छा विकल्प होता है। हाई ब्लड शुगर के लेवल के दौरान डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) आम बात है। इसलिए खूब पानी पिएं। |
लो ब्लड शुगर में क्या खा सकते हैं?
हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) एक मेडिकल कंडीशन है, जहां ब्लड शुगर का लेवल सामान्य लेवल से नीचे चला जाता है यानी ब्लड शुगर लो हो जाता है। यह कोमा जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। प्रारंभिक हाइपोग्लाइसीमिया उपचार 15-15 नियम पर आधारित है।
- जब आपको हाइपोग्लाइसीमिया के शुरुआती लक्षण दिखाई दें, तो 15 ग्राम तेजी से काम करने वाले कार्बोहाइड्रेट यानी हाई ग्लाइकेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें। तेजी से काम करने वाले कार्बोहाइड्रेट के कारण ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है।
- 15 मिनट के बाद फिर से ब्लड शुगर के लेवल की जांच करें।
- यदि ब्लड शुगर का लेवल अभी भी सामान्य से कम है तो फिर से 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
ऊपर बताए गए स्टेप्स को 1 से 3 बार दोहराएं, जब तक कि आपका ब्लड शुगर का लेवल सामान्य न हो जाए। ब्लड शुगर के लेवल को बनाए रखने के लिए सामान्य भोजन करें।
- कुछ तेजी से काम करने वाले कार्बोहाइड्रेट यानी हाई ग्लाइकेमिक इंडेक्स वाले ग्लूकोज की गोलियां, किशमिश, 1 बड़ा चम्मच शहद, जेली बीन्स, 1 बड़ा चम्मच मकई का सेवन करें।
- कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट या चॉकलेट न खाएं क्योंकि इन्हें पचने में समय लगता है। जिससे ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना बहुत ही धीमी गति से होता है।
- ऊपर बताए गए स्टेप्स को 3 बार दोहराने के बाद भी स्थिति वैसी ही बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सलाह लें।
लो ब्लड शुगर में क्या खाना चाहिए | ||||
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खाने के आइटम्स | लो ब्लड शुगर के लिए सलाह | |||
क्या खाना चाहिए? |
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कुछ फलों के उदारण |
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कुछ सब्जियों के उदारण |
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पेय पदार्थ |
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मधुमेह में अच्छा और खराब खानों की सूची
डायबिटीज के दौरान फल खाने के सर्वोत्तम तरीके
एक अच्छे फ्रूट्स डाइट प्लान के लिए डाइट एक्सपर्ट से सलाह लें। आमतौर पर डायबिटीज के रोगियों को प्रतिदिन 2 से 4 सर्विंग फलों का सेवन करना चाहिए। फलों के 1 हिस्से में 15 ग्राम कार्ब्स होते हैं। प्रत्येक फल को इस्तेमाल करने का तरीका इस प्रकार है:
- 1 कप स्ट्रॉबेरी
- 3/4 कप जामुन
- 1 मध्यम आकार का नारंगी
- सेब, आड़ू, या नाशपाती का 1 छोटा टुकड़ा
- 1/2 मध्यम आकार के केले।
- 2 छोटी कीवी
- 1 कप तरबूज
- 18 छोटी चेरी या अंगूर
- 2 बड़े चम्मच किशमिश
- मध्यम आकार के आम का 1/3 भाग
अपनी पसंद के फल का सेवन करने से पहले अच्छी तरह से प्लान बनाएं। कुछ बेहतरीन फलों के विकल्प हैं:-
- सेब:सेब विटामिन सी और फाइबर से भरपूर होते हैं। इसमें 77 कैलोरी और 21 ग्राम कार्ब्स होते हैं। सेब के छिलके में पॉलीफेनोल्स कंपाउंड्स होते हैं। ये कंपाउंड्स अग्न्याशय (pancreases) को इंसुलिन बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। ये कंपाउंड्स इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin resistance) को कम करने में मदद करते हैं और इस तरह ये ब्लड शुगर के लेवल (blood sugar level) को कम करने में मदद करते हैं। सेब की बाहरी छिलके में भी एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इस प्रकार डायबिटीज में क्या खाना चाहिए ? इस सवाल का सेब एक सही विकल्प साबित होता है।
- केला: एक मध्यम आकार के केले में 3 ग्राम फाइबर, 29 ग्राम कार्ब्स और 112 कैलोरी होती है। ये पोटेशियम और विटामिन सी से भी भरपूर होते हैं। केले में सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसलिए केला संतुलित आहार के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। लेकिन भूरे रंग के केले पके होने के कारण उनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है और इस प्रकार वे ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकते हैं। मधुमेह के रोगियों के लिए छोटे से मध्यम आकार के केले का सेवन करना बेहतर होता है।
- स्ट्रॉबेरी: स्ट्रॉबेरी की जीआई (GI) वैल्यू 25 और जीएल (GL) वैल्यू 3 होती है, जो इसे ‘ डायबिटीज के रोगियों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती है। धीमी अवशोषण दर (Slower Absorption Rates) के कारण स्ट्रॉबेरी ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। स्ट्रॉबेरी में 11 ग्राम कार्ब्स और 2 ग्राम फाइबर होते हैं। विटामिन C मरीज की बीमारियों से लड़ने वाली ताकत में सुधार करने में मदद करता है। शरीर के मेटाबॉलिज्म (Body Metabolism) को बढ़ाता है और शरीर के वजन को कम करने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है और इस प्रकार हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करता है।
- खट्टे फल: ये ऐसे फल हैं जो विटामिन C, फोलेट, पोटेशियम और विटामिन K से भरपूर होते हैं। उदाहरण: अंगूर, नींबू, संतरा, कीवी। खट्टे फलों में मौजूद विटामिन C ब्लड ग्लूकोज के लेवल को कम करने में मदद करते हैं। रोजाना 1000 mg विटामिन C का सेवन टाइप- 2 डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है और इस प्रकार मुक्त कणों से क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को ठीक करने में मदद करता है। टाइप- 2 डायबिटीज के जोखिम और जटिल समस्याओं को कम करने के लिए इस तरह के फलों का इस्तेमाल करना आवश्यक है।
- जामुन- जामुन डायबिटीज के लिए एक चमत्कारिक फल है क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है। यह अधिक पेशाब और प्यास लगने जैसे डायबिटीज के लक्षणों को ठीक करने के साथ-साथ इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में भी मदद करता है। एक जामुन में 30 कैलोरी होती है।
सब्जियां- डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए क्यों इस्तेमाल की जाती हैं सब्जियां?
सब्जियां प्रकृति का सबसे अच्छा उपहार हैं, जिनमें फाइबर, प्रोटीन, खनिज और कार्ब्स की सही मात्रा होती है। इस प्रकार सब्जियां डायबिटीज मैनेजमेंट में सही विकल्प हैं क्योंकि सब्जियां संतुलित पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत होती हैं।
सब्जियों में प्राकृतिक तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर ( blood sugar) को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। निम्नलिखित कारणों से सब्जियां खाना डायबिटीज प्रबंधन ( diabetes management) में अत्यधिक फायदेमंद है:
- आमतौर पर सब्जी खाने से मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिलती है जो कि टाइप- 2 डायबिटीज का एक सामान्य कारण है।
- कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली सब्जियां हाई ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। जोकि डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए अच्छा होता है।
- सब्जियों में उचित मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है। इस प्रकार टाइप- 2 डायबिटीज के रोगियों में वजन कम करने के लिए यह एक आदर्श विकल्प मानी जाती हैं।
- सब्जियों में विटामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन और अन्य मिनिरल्स होते हैं, जो मरीज की बीमारियों से लड़ने वाली ताकत को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये मिनिरल्स शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करते हैं और स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
- कुछ कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली सब्जियां कम कार्ब वाले खाद्य पदार्थों के लिए सही विकल्प हैं और ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती हैं।
- डायबिटीज के रोगियों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने और हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए नाइट्रेट से भरपूर सब्जियां सबसे अच्छा भोजन विकल्प हैं।
- फाइबर से भरपूर सब्जियां पाचन में सुधार करती हैं। यह वाटर रेटेंशन में भी मदद करती हैं। और इस प्रकार टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों में निर्जलीकरण की शिकायतों से बचा जाता है।
- सब्जियां खाने से डायबिटीज की अन्य जटिल समस्याओं जैसे हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल से बचने में मदद मिल सकती है।
- उदाहरण: हरी पत्तेदार सब्जियां, भिंडी, गाजर, टिंडा, फूलगोभी डायबिटीज के रोगियों के लिए सबसे अच्छी सब्जियां मानी जाती हैं।
सारांश
सब्जियां वजन कम करने में मदद करती हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करती हैं। साथ ही ताकत को भी बढ़ावा देती हैं और शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार करती हैं। जो डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आवश्यक होती हैं।
और पढ़े : डायबिटीज में कौन सा आटा खाना चाहिए ?
डायबिटीज कंट्रोल और मैनेज करने के लिए अच्छी सब्जियों की सूची यहां दी गई है।
- गाजर: डायबिटीज में क्या खाना चाहिए या कौन सी सब्जी खाएं? इसका सबसे सटीक जवाब है। गाजर सबसे अच्छी सब्ज़ियों में से एक सब्जी है। इसे कच्चा और पकाकर दोनों तरीके से खाया जा सकता है। मीठे स्वाद में होने के बावजूद गाजर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 16 होने के कारण डायबिटीज के रोगियों के लिए सबसे अच्छा, कुछ बेहतरीन फलों का विकल्प है। एक मध्यम आकार के गाजर में 4 ग्राम कार्ब्स होते हैं। इस प्रकार यह ब्लड शुगर के लेवल को तुरंत नहीं बढ़ाता है। गाजर में बीटा-कैरोटीन होता है और यह विटामिन A का एक समृद्ध स्रोत भी है। साथ ही यह फाइबर से भरपूर होता है। इस प्रकार गाजर ताकत को बढ़ाने में मदद करती है। शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करती है और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करती है। गाजर में मौजूद फाइबर वजन बढ़ने के जोखिमों को कम करने में मदद करता है और भूख की इच्छा को भी कंट्रोल करता है।
- क्रूसिफेरस सब्जियां: ये सब्जियों का एक समूह है, जो विटामिन K और फोलेट से भरपूर होती हैं। ये डायबिटीज के रोगियों के लिए सबसे अच्छी सब्जियों में से एक है। कुछ उदाहरण- ब्रोकली, गोभी, केल, फूलगोभी, ब्रसेल्स के स्प्राउट्स आदि।
- सब्जियों के ये समूह स्टार्च रहित (Non-Starchy) होते हैं और इस प्रकार कार्ब्स की मात्रा इन सब्जियों में कम पाई जाती है। जो उन्हें डायबिटिक लोगों के लिए सबसे फायदेमंद सब्जी बनाते हैं। एक कप ब्रोकली या पत्ता गोभी में सिर्फ 5 ग्राम कार्ब्स देती है। इस प्रकार वे वजन मैनेजमेंट और डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए अच्छे होते हैं।
- ब्रोकली में मौजूद सल्फोराफेन ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद करता है।
- कम कार्ब्स के अलावा ये सब्जियां विटामिन C का एक समृद्ध स्रोत हैं, इनमें से 6.6% फाइबर होता है और इसमें 2.9% आयरन भी होता है, जिससे यह डायबिटीज के रोगियों के लिए एक आदर्श विकल्प है। जब भूख की इच्छा को कंट्रोल करने और ब्लड शुगर के स्पाइक्स (अचानक ब्लड शुगर बढ़ना) को कंट्रोल करने की बात आती है। तो इस प्रकार की सब्जियां सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित होती हैं।
- फूलगोभी विटामिन, मिनिरल्स, फाइबर, सल्फर और नाइट्रोजन से भरपूर होते हैं। इससे शरीर में इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद मिलती है। फूलगोभी शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को भी रोकती हैं। यह एंटीऑक्सिडेंट के स्रोत के लिए सबसे अच्छी होती हैं। इस प्रकार यह हार्ट से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को कम करने में भी मदद करती हैं।
- केल (Kale) में फ्लेवोनॉयड होता है। जो एक एंटीऑक्सीडेंट है। यह आपके ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसकी एंटीऑक्सीडेंट कंटेंट के कारण केल कैंसर और हृदय रोगों के जोखिमों को कम करता है।
- इस प्रकार डायबिटीज के मरीजों के लिए क्रूसिफेरस सब्जियां अच्छी मानी जाती हैं, जो टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने में मदद करती है
- भिंडी: भिंडी फाइबर विटामिन और मिनिरल्स का अच्छा स्रोत है। भिंडी कम कैलोरी वाली सब्जी होती है और इसे खाने से ब्लड शुगर भी नहीं बढ़ता है। इनमें माइरिकेटिन भी होता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम करने में मदद मिलती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए भिंडी को बहुत उपयोगी सब्जी माना गया है। भिंडी डायबिटीज से जुड़ी बीमारियों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
डायबिटीज के लिए मांसाहारी भोजन(Non Veg Foods for Diabetes)
उन लोगों के लिए जो मांसाहारी खाना पसंद करते हैं, लेकिन डायबिटीज से पीड़ित होते हैं। नीचे उनके लिए कुछ ऐसे घरेलु उपचार बताए जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल करके वो लोग थोड़ा मांसाहारी भोजन कर सकते हैं।
- डायबिटीज के रोगियों के लिए समुद्री भोजन और चिकन बेहतर विकल्प होता है।
- लाल मांस से बचना चाहिए क्योंकि इसमें हाई लेवल का सेचुरेटेड फैट होता है।
- अगर आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो आपको अंडे की जर्दी को अपनी डाइट में नहीं लेना चाहिए।
- डायबिटीज होने पर आप 85 ग्राम या 3 औंस मांस, 120 ग्राम मछली या 100 ग्राम चिकन खा सकते हैं।
- चिकन, मछली या मीट को डीप फ्राई करने से बचें।
डायबिटीज में डेयरी प्रोडक्ट्स(Diary Products for Diabetes)
डेयरी प्रोडक्ट्स या दूध से बने खाने वाले आइटम्स प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन प्रदान करते हैं। जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। अगर कोई डेयरी प्रोडक्ट के चीजों का सेवन करना चाहता है तो कम फैट वाली चीजें ही खाने में इस्तेमाल करें और इनका कम से कम मात्रा में सेवन करें।
मधुमेह रोगियों के लिए बेस्ट ऑप्शन
इन ऑप्शन को अपनी डाइट में शामिल करके डेयरी प्रोडक्ट्स का सही इस्तेमाल किया जा सकता है, जो मधुमेह में दूध से बनी कौन सी चीजें खाएं? का सही ऑप्शन होगा।
- बिना मलाई वाला दूध यानी कम फैट वाला दूध
- कम वसा वाला पनीर
- कम चिकनाई वाला दही
- कम फैट या नॉनफैट क्रीम
- बिना फ्लेवर वाला सोया मिल्कदूध से बनी इन चीजों का अगर संतुलित मात्रा में इस्तेमाल किया जाए, तो आपको डायबिटीज को कंट्रोल में रखते हुए, भोजन का आनंद लिया जा सकता है।
डायबिटीज में फैट्स और तेल
फैट आपके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है, जिसके चलते हृदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा उत्पन्न होता है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को सेचुरेटेड फैट्स से बचना चाहिए। इन चीजों पर कंट्रोल करना काफी मुश्किल होता है, लेकिन अगर इन चीजों का ज्यादा इस्तेमाल किया गया तो ये वजन बढ़ा देंगे और आपकी बीमारी बढ़ जाएगी।
मधुमेह रोगियों के लिए बेस्ट ऑप्शन
- मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स को मधुमेह रोगियों के लिए हेल्दी ऑप्शन है, क्योंकि वे हृदय पर सुरक्षात्मक प्रभाव डालते हैं। ये फैट हमारे कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। इस प्रकार अच्छे हृदय स्वास्थ्य के लिए ये अच्छे माने जाते हैं।
- इसी तरह मधुमेह के रोगियों को पॉलीअनसेचुरेटेड फैट खाना पसंद करना चाहिए, जो LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय रोगों और स्ट्रोक के जोखिमों को कम करने में मदद करते हैं ।
- ओमेगा- 3 और ओमेगा- 6 फैटी एसिड दो प्रकार के पॉलीअनसेचुरेटेड फैट होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
- मधुमेह के रोगियों के लिए मोनोअनसैचुरेटेड फैट और पॉलीसैचुरेटेड फैट के उदाहरण हैं: मूंगफली का मक्खन और मूंगफली का तेल, जैतून का तेल, कैनोला तेल, तैलीय मछली, जैसे- सैल्मन, सार्डिन टूना या मैकेरल।
- अखरोट , अलसी और अलसी का तेल, कैनोला तेल, चिया बीज, सूरजमुखी के बीज, पौधे आधारित तेल, जैसे कैनोला, अंगूर के बीज, या जैतून का तेल अच्छे माने जाते हैं।
डायबिटीज में पेय पदार्थ या ड्रिंक्स
जब आप कोई पसंदीदा ड्रिंक्स पीते हैं, तब आपको ये मालूम होना चाहिए कि इसके साथ-साथ आपके शरीर में कितनी कैलोरीज और कितने फैट्स जा रहे हैं। पानी जैसे ड्रिंक्स आपको हाइड्रेटेड (Hydrated) रखते हैं और ब्लड प्रेशर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। लेकिन अगर आपको डायबिटीज में पैक्ड या डिब्बाबंद फ्रूट जूस यानी फलों का जूस पीना है, तो मीठे पेय हानिकारक हो सकते हैं क्योंकि वे ब्लड शुगर के लेवल को तुरंत बढ़ा सकते हैं। इसलिए किसी भी ड्रिंक्स का सेवन करते समय सावधान रहें, क्योंकि इनमें शुगर की मात्रा अधिक हो सकती है।
मधुमेह रोगियों के लिए बेस्ट ऑप्शन
- बिना फ्लेवर वाले ड्रिंक्स या फ्लेवर्ड स्पार्कलिंग वाटर पिएं।
- बिना चीनी वाली चाय या कम फैट वाले दूध की कॉफी का सेवन करें।
- कम फैट वाला दूध पिएं।
- हर्बल टी एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है।
- टमाटर का जूस या हरी पत्तेदार सब्जियों का जूस पिएं। खीरे के जूस में मुट्ठी भर जामुन मिलाएं। यह ड्रिंक्स के मामले में हेल्दी होता है क्योंकि इससे हमारे शरीर को विटामिन और मिनिरल्स मिलता है।
- ग्रीन स्मूदी (एक तरह से हरी सब्जियों का जूस)
- बिना चीनी के नींबू पानी पी सकते हैं।
याद रखें कि डायबिटीज को बेहतर तरीके से मैनेज करने के लिए एक उचित डाइट प्लान को फॉलो करना जरूरी होता है। एक अच्छे डाइट प्लान के लिए अपने डायटीशियन से सलाह लें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति की स्वास्थ्य आवश्यकताएं, शरीर के वजन, आयु, ब्लड शुगर का लेवल भिन्न-भिन्न होगो। इसलिए आपको अपनी खुद की आवश्यकता के अनुसार डाइट को फॉलो करने की आवश्यकता होती है। जिसके लिए किसी एक्सपर्ट की गाइडेंस की जरूरत होती है। ऐसे में ब्रीद वेल-बीइंग (Breathe Well-Being) एक माना जाना प्लेटफॉर्म है, जिसने डायबिटीज को प्रभावी रूप से मैनेज करने के लिए कई मधुमेह रोगियों की मदद की है। ब्रीद वेल-बीइंग के डाइट एक्सपर्ट डायबिटीज के मरीज की जरूरतों को ध्यानपूर्वक और विस्तार से सुनते हैं। फिर उसी के अनुसार डायबिटीज को मैनेज और वजन को कंट्रोल करने के लिए बेस्ट डाइट प्लान बनाकर देते हैं। जिससे किसी भी डायबिटीज के मरीज को स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होता है। बेस्ट तरीके से डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए ब्रीद वेल-बीइंग से परामर्श लें।
मधुमेह(डायबिटीज) के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए? What Foods to Avoid with Diabetes
मधुमेह यानी डायबिटीज के दौरान आपको अपने खाने के ऑप्शन पर ध्यान देना चाहिए। आपको ऐसे खाद्य पदार्थ खाने से बचना चाहिए या उन खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, जो ब्लड शुगर के लेवल में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं। आपके ब्लड शुगर के लेवल के आधार पर ऐसे खाद्य पदार्थों की पूरी जानकारी यहां बताई गई है।
हाई ब्लड शुगर के दौरान इन खाद पदार्थों से बचें (Foods to avoid in High Blood Sugar)
जितना जरुरी ये जानना है कि डायबिटीज में क्या खाएं, उससे कहीं ज्यादा जरूरी है डायबिटीज में क्या न खाएं? हाई ब्लड शुगर होने पर खाना खाने का मकसद ब्लड शुगर लेवल को तुरंत कम करना होता है। इस प्रकार उन खाद्य उत्पादों से बचें जिन्हें हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों की तरह, तुरंत ग्लूकोज में परिवर्तित किया जा सकता है। जिन खाद्य उत्पादों को शुगर पेशेंट को नहीं खाना चाहिए उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- ट्रांस फैट (Trans fats): रिसर्च बताते हैं कि कृत्रिम ट्रांस फैट पूरी तरह से अनहेल्दी है। अनसेचुरेटेड फैटी एसिड को स्थिर करने के लिए उनमें हाइड्रोजन मिलाया जाता है। इस प्रकार ट्रांस फैट बनाने के प्रोसेस में कई केमिकल्स एजेंटों और हीटिंग का उपयोग होता है। यह मुख्य रूप से क्रीमर, मार्जरीन, स्प्रेड, पीनट बटर, मफिन और अन्य बेकरी खाने में पाया जाता है। ये ट्रांस फैट अनहेल्दी होते हैं और मधुमेह रोगियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस, हृदय संबंधी समस्याओं, गुड कोलेस्ट्रॉल में कमी और हृदय संबंधी अन्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है। इसलिए “आंशिक रूप से हाइड्रोजनीकृत” लेबल वाले किसी भी उत्पाद से बचें।
- फलों के जूस: फलों के जूस पौष्टिक होते हैं। लेकिन अगर आपको डायबिटीज है तो आप कुछ फलों के जूस सीमित मात्रा में ले सकते हैं। फलों के जूस में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू होता है और यह ब्लड शुगर के लेवल को तुरंत प्रभावित करता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप बिना मीठे फलों का जूस या सादा फल लें। चीनी-मीठे पेय के रूप में, फलों के जूस में फ्रुक्टोज प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। फ्रुक्टोज से हृदय संबंधी समस्याएं और इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है।
- इस प्रकार, सोडा, अन्य चीनी युक्त ड्रिंक्स से बचें।
- फैटयुक्त दूध (fat based milk) के सेवन से बचें।
- रेगुलर क्रीम, रेगुलर आइसक्रीम से बचें।
- रेगुलर योगर्ट से बचें।
- रेगुलर कॉटेज चीज(Regular cottage cheese) से बचें।
- सेचुरेटेड फैट्स के बड़े हिस्से, जो मुख्य रूप से एनिमल प्रोडक्ट्स से आते हैं , और यह नारियल के तेल और ताड़ के तेल में भी होते हैं। सेचुरेटेड फैट्स का अधिक सेवन इंसुलिन रेजिस्टेंस और टाइप 2 डायबिटीज के विकास से जुड़ा होता है | इस प्रकार का फैट आपके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है। जिसके चलते आपको हृदय रोग का खतरा होता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज को सेचुरेटेड फैट्स से बचना चाहिए। आमतौर पर यह फैट एनिमल प्रोडक्ट्स और तेलों में पाया जाता है। जो कमरे के तापमान पर ठोस होते हैं। अपने चिकित्सक से पूछें कि आपकी सेचुरेटेड फैट्स को इस्तेमाल करने की लिमिट क्या होनी चाहिए, खासकर यदि आपको “हृदय रोग के साथ-साथ डायबिटीज भी है।” उदाहरण के लिए : फुल-फैट पनीर, क्रीम, आइसक्रीम, फुल-फैट मिल्क, खट्टा क्रीम, मक्खन, नारियल का तेल, ताड़ के तेल से बचें।
- मीठी चाय, चीनी और क्रीम के साथ कॉफी, फ्लेवर्ड कॉफी और चॉकलेट ड्रिंक्स से बचें
- एनर्जी प्रदान करने वाले ड्रिंक्स से बचें।
- शराब और बीयर के सेवन से बचें।
- तले हुए खाद्य पदार्थ, अचार, समोसा, चिप्स और तले हुए मांसाहारी भोजन से परहेज करें।
- अपने नमक का सेवन सीमित करें।
- मिठाई और केक से बचें।
- आलू, शकरकंद की मात्रा सीमित करें।
- मोटापा, खराब लाइफस्टाइल, तनाव, धूम्रपान और शराब डायबिटीज की जटिल समस्याओं, जैसे- हृदय की समस्याओं, किडनी की समस्याओं, तंत्रिका क्षति, आंखों की क्षति आदि के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इस प्रकार हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखें और अपने वजन को मैनेज करें।
डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए(Sugar me kya nahi khana chahiye) | ||||
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खाने का सामान | हाई ब्लड शुगर के लिए सलाह | लो ब्लड शुगर के लिए सलाह | ||
क्या नहीं खाना चाहिए? |
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आपको चॉकलेट और फैटी प्रोडक्ट्स के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि वे हाई और लो स्पाइक्स का कारण बन सकते हैं। |
लो ब्लड शुगर के दौरान इन खाद पदार्थों को खाने से बचें
ऐसे खाद्य पदार्थ जो हाइपोग्लाइसीमिया वाले लोगों द्वारा खाने के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं, उनके बारे में नीचे बताया गया है। लो ब्लड शुगर होने पर खाना खाने का मकसद ब्लड शुगर लेवल को तुरंत बढ़ाना होता है। लेकिन कुछ खाद्य उत्पाद ब्लड शुगर के स्पाइक्स और उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं। इसलिए इन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। क्योंकि ये खाद्य पदार्थ आपके ब्लड शुगर के लेवल में काफी उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं और यह आपके डायबिटीज मैनेजमेंट के प्रोसेस को नुकसान पहुंचा सकता है। जिनमें खाद्य पदार्थ शामिल हैं:
- सफेद ब्रेड, सफेद चावल और पास्ता
- ट्रांस फैट्स
- फ्रेंच फ्राइज और अन्य तले हुए भोजन
- साधारण चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने से बचें क्योंकि वे ब्लड शुगर स्पाइक्स का कारण बन सकते हैं।
- शराब के सेवन से बचें
- ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें प्रोटीन या फैट होता है, जैसे- चॉकलेट, कैंडी बार, आइसक्रीम, कुकीज, क्रैकर्स और ब्रेड। जो ब्लड शुगर को जल्दी से नहीं बढ़ाते हैं और इस प्रकार ब्लड शुगर लो होने पर इन खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए।
- आपको चॉकलेट और फैटी प्रोडक्ट्स के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि वे हाई और लो स्पाइक्स का कारण बन सकते हैं।
सारांश:
एक उचित डाइट प्लान और हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ टाइप -2 डायबिटीज को प्रभावी ढंग से मैनेज किया जा सकता है। मैनेज करने के दौरान आपको डायबिटीज में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इसकी जानकारी होनी चाहिए। ब्रीद वेल-बीइंग (Breathe Well- Being) प्लेटफॉर्म अपने डायबिटीज रिवर्सल प्रोग्राम और परामर्श सेवाओं के माध्यम से भोजन, डाइट प्लान, एक्सरसाइज, दवाओं, ब्लड टेस्ट और एक्सपर्ट राय पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। जो आपको कुशल तरीके से डायबिटीज को मैनेज करने में मदद कर सकता है। ब्रीद वेल-बीइंग के गाइडेंस में कई मरीज ठीक हो चुके हैं और अब वे हेल्दी और खुशनुमा जीवन जी रहे हैं। ब्रीद वेल-बीइंग का मानना है कि मरीज के प्रयास और उचित इलाज डायबिटीज को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद कर सकते हैं। बस डायबिटीज के मरीज को खुद पर विश्वास करना होता है।
References:
- कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला आहार – https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/nutrition-and-healthy-eating/in-depth/low-glycemic-index-diet/art-20048478
- मधुमेह आहार: अपनी स्वस्थ भोजन योजना बनाएं – https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/diabetes/in-depth/diabetes-diet/art-20044295#:~:text=The%20plan%20helps%20you%20control,pressure%20and%20high%20blood%20fats
- उच्च चीनी पेय – https://nutritionsource.hsph.harvard.edu/healthy-drinks/sugary-drinks/#:~:text=People%20who%20consume%20sugary%20drinks,who%20rarely%20have%20such%20drinks.
- पत्तेदार साग के बारे में सब कुछ – https://www.diabetesfoodhub.org/articles/all-about-leafy-greens.html
- यदि आपको मधुमेह है तो सबसे खराब और सर्वोत्तम भोजन – https://health.clevelandclinic.org/top-10-worst-diet-choices-if-you-have-diabetes
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
क्या डायबिटीज के रोगी सूखे मेवे खा सकते हैं ?
सूखे मेवे पोषण से भरपूर और हेल्दी होते हैं। लेकिन हाई ग्लाइसेमिक वैल्यू के कारण वे ब्लड शुगर के लेवल को तुरंत बढ़ा देते हैं। लेकिन यदि आपका ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में है, तो सूखे मेवे जैसे पिस्ता, खजूर, अखरोट, खुबानी, सीमित मात्रा खाया जा सकता है।
डायबिटीज में हाई ब्लड शुगर होने पर कौन से फल हानिकारक होते हैं?
हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू वाले फल यदि अधिक मात्रा में खाया जाए, तो मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक होते हैं। उदाहरण के लिए अनानास, पका हुआ केला, बड़े आकार के आम, अधिक मात्रा में तरबूज, पके फल, फलों के रस, सेब की चटनी, पैक्ड और प्रोसेस्ड फलों का जूस पीने व खाने से बचें।
अगर मैं मधुमेह हूं तो क्या मैं आम खा सकता हूं?
अगर आप डायबिटिक हैं और आप कोई भी खाना या फल अपने डॉक्टर के बताए हुए डाइट चार्ट के मुताबिक खाते हैं तो इसमें कोई परेशानी नहीं है। आम का GI वैल्यू 51 होता है और इस तरह ब्लड शुगर लेवल पर इसका कोई खास असर नहीं होता है। लेकिन आम मीठा और कैलोरी से भरपूर होता है और यह आपके ब्लड शुगर के लेवल को प्रभावित कर सकता है। इसलिए रोजाना छोटे से मध्यम आकार के आम के 1 से 2 स्लाइस खाये जा सकते हैं।
डायबिटीज में हार्ट संबंधी समस्या होने पर मुझे कौन से फल खाने चाहिए?
एंटीऑक्सिडेंट, मिनिरल्स, विटामिन और फाइबर से भरपूर फल खाएं। उदाहरण के लिए आड़ू, सेब और एवोकाडो खाएं।
डायबिटीज होने पर कितनी मात्रा में सब्जी खानी चाहिए?
दिन में कम से कम 3 से 5 बिना स्टार्च वाली सब्जी खाना फायदेमंद होता है। सब्जियों में आधा कप पकी हुई सब्जियां और 1 कप कच्ची सब्जियां एक मरीज खा सकता है।
क्या मैं डायबिटीज में सब्जियों का जूस पी सकता हूं?
अगर आपकी बीमारी कंट्रोल में नहीं है और आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा हुआ है, तो सब्जियों का जूस लेने से बचें क्योंकि इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। नहीं तो 1 बार में ½ कप वेजिटेबल जूस लिया जा सकता है।
क्या मैं डायबिटीज में सब्जी का अचार खा सकता हूं?
मीठे अचार में चीनी की मात्रा अधिक होने के कारण इसे खाने से बचना चाहिए। अगर आपको सोडियम लेवल कंट्रोल या ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं है तो आप अचार खा सकते हैं लेकिन बहुत सीमित मात्रा में खाएं।
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