Last updated on दिसम्बर 20th, 2024
शुगर जैसी बीमारी में इस बात का विशेष ध्यान रखना जरूरी है कि इस बीमारी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए? 2017 में लगभग 36.6 करोड़ लोग शुगर से प्रभावित थे। अध्ययनों के अनुसार, 2030 तक ये संख्या बढ़कर 55.2 करोड़ होने की उम्मीद है। विभिन्न अध्ययनों से शुगर प्रबंधन(मैनेजमेंट) में डाइट के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। हमारी डाइट का एक प्रमुख हिस्सा दाल है, लेकिन शुगर जैसी बीमारी में हम हर तरह की दाल नहीं खा सकते। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि शुगर से परेशान लोगों के लिए कौन सी दाल अच्छी है। हम शुगर से छुटकारा पाने में आपकी सहायता करने के लिए यहां हैं।
दाल शुगर के मरीजों के लिए कितनी फायदेमंद है?
शुगर मैनेजमेंट में दाल सुपरफूड हैं। दाल का न्यूट्रिशन प्रोफ़ाइल शुगर के मरीजों की डाइट की जरूरतों के साथ बहुत अच्छी तरह से मेल खाता है। ऐसे कई अध्ययन हैं जो शुगर के मरीजों के लिए दाल से होने वाले लाभ की बात करते हैं। दाल मधुमेह के मरीजों में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में भी मदद करती है। 2015 में किए गए एक रैंडम क्लिनिकल परीक्षण(टेस्ट) में कुछ व्यक्तियों का अध्ययन किया गया। जहां कुछ को दाल का डाइट दिया गया,और कुछ को मांस का डाइट दिया गया। अध्ययन में पाया गया कि दाल का डाइट लेने वाले व्यक्तियों में ग्लाइसेमिक प्रतिक्रियाएं कम देखी गईं और उन्होंने बेहतर डाइट मैनेजमेंट किया। दालें आपके शरीर में इंसुलिन में सुधार के साथ-साथ ब्लड शुगर लेवल को कम करती हैं।
दाल भारतीय रसोई में उपयोग की जाने वाली एक सदियों पुरानी चीज है। कई भारतीय राज्यों में दाल और चावल मुख्य भोजन है। शुगर के मरीजों के लिए दालें प्रोटीन, डाइट फाइबर और जिंक, मैग्नीशियम, फोलेट आदि जैसे खनिज प्रदान करती हैं। दालों में सैपोनिन, टैनिन आदि जैसे एंटी-कैंसर कंपाउंड(यौगिक) भी होते हैं। जो कैंसर की संभावना को कम करते हैं।
शुगर के पीड़ितों के लिए सभी प्रकार की दालों का सेवन ठीक रहता है। किडनी की बीमारी से परेशान व्यक्तियों को कुछ सावधानियाँ बनाए रखने की जरूरत है। किडनी की बीमारी वाले शुगर के मरीजों को खाने से पहले दाल को रात भर भिगोने की जरूरत होती है।
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मधुमेह में सबसे ज्यादा फायदेमंद दाल
आप सोच रहे होंगे कि शुगर के मरीजों के लिए कौन सी दाल सबसे अच्छी है। बिल्कुल भी परेशान मत होइए अब हम शुगर के मरीजों के लिए सबसे अच्छी दालों की सूची देंगे।
चना दाल
चना दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सिर्फ 8 है। जो इसे सुपर लो-जीआई भोजन के रूप में वर्गीकृत करता है। यह डाइटीय फाइबर और प्रोटीन से भरपूर है। चना दाल का सेवन करने से पेट भी स्वस्थ रहता है और कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि चना खाने के बाद शुगर के लेवल को कम करने में मदद करता है। यहाँ चना दाल की पोषण(न्यूट्रिशन) से जुड़ी प्रोफ़ाइल दी गई है-
- चना दाल में मौजूद डाइटीय फाइबर शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है।
- दाल में आयरन और फोलेट जैसे खनिज होते हैं।
- चना दाल में मौजूद कैल्शियम की मात्रा हड्डियों को बेहतर बनाने में मदद करती है।
- चना दाल आंत(गट) को हेल्दी रखते हुए कब्ज को भी कम करती है।
- चना दाल में पोटेशियम अधिक होता है और सोडियम नहीं होता, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित(कंट्रोल) करने में मदद करता है।
मूंग की दाल
इस सूची में अगला नाम मूंग दाल का है। साबुत हरी मूंग दाल शुगर के मरीजों के लिए अच्छी होती है। मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग 38 है। जो इसे लो-जीआई वाले भोजन की लिस्ट में रखता है। मूंग दाल का कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स शुगर लेवल को बहुत तेजी से नहीं बढ़ाता है। अध्ययन से पता चलता है कि हरा मूंग को एंटी-डायबिटिक डाइट के रूप देखा जाता है। और इसे खाने से गैर-डायबिटिक लोगों में शुगर की संभावना कम हो जाती है। मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है। जो आपके शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं। इसमें आयरन, पोटैशियम और प्रोटीन जैसे खनिज अच्छी मात्रा में होते हैं। मूंग दाल शुगर के मरीजों के लिए अच्छी है। इसके सेवन से हार्ट, थायराइड और वजन प्रबंधन(वेट मैनेजमेंट) में भी सुधार करने में मदद मिलती है। आप इसका सेवन अंकुरित अनाज, खिचड़ी के साथ-साथ मूंग दाल की इडली और डोसा बनाकर भी कर सकते हैं।
तूअर की दाल
तुअर दाल को अरहर दाल भी कहा जाता है। तुअर दाल शुगर के मरीजों के लिए अच्छी है। तुअर दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें कॉम्प्लेक्स कार्ब्स और फाइबर का अच्छा मिश्रण होता है। इसमें प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट, फोलेट आदि होते हैं। दालों को शुगर में सुपरफूड के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे पर्याप्त मात्रा में डाइट फाइबर और प्रोटीन प्रदान करते हैं। अरहर दाल का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। जो शुगर से लड़ रहे लोगों के लिए बहुत जरूरी है।
उड़द की दाल
सूची में अगला स्थान उड़द दाल का है। कई लोग सवाल करते हैं कि क्या उड़द की दाल शुगर में खाई जा सकती है। निश्चित रूप से छिली हुई उड़द की दाल शुगर के मरीजों के लिए अच्छी होती है। उड़द दाल का ग्लाइसेमिक स्कोर 43 है। इसमें फाइबर और प्रोटीन भी काफी मात्रा में होता है। यह त्वचा के स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। उड़द की फलियों को विग्ना मुंगो के नाम से भी जाना जाता है। कई अध्ययनों में यह फली अपने एंटी-डायबिटिक प्रभावों के लिए जानी जाती है। यह शुगर के मरीजों को शुगर कंट्रोल करने में मदद करती है। उड़द की दाल ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है और हार्ट के लिए काफी फायदेमंद होती है। इस दाल में मौजूद मैग्नीशियम आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करता है। इसे अपने डाइट प्लान में एक सीमित मात्रा में शामिल करें।
मसूर की दाल
मसूर दाल इस सूची में एक और बेहतरीन नाम है। मसूर दाल शुगर के मरीजों के लिए अच्छी है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक स्कोर कम होता है। मसूर दाल में अच्छा डाइटीय फाइबर होता है। जो आराम से डाईजेस्ट होता है और ब्लड शुगर को बहुत धीरे-धीरे बढ़ाता है। मसूर दाल शुगर के लिए भी अच्छी है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट और फ्लेवोनोइड होते हैं। जो अग्न्याशय(पैंक्रियाज) को हेल्दी बनाते हैं। शुगर डाइट प्लान में मसूर दाल को शामिल करें और आप निश्चित रूप से बदलाव देखेंगे।
फलियां(लैग्यूम)
अपने शुगर डाइट में सभी प्रकार की दालों को रखने के अलावा, आप बीन्स और फलियां भी रख सकते हैं। इन फलियों से कई दालें और शुगर के भोजन बनाए जाते हैं। जैसे चना दाल। अन्य लोकप्रिय और स्वस्थ फलियाँ राजमा, काली बीन्स आदि हैं। ऐसे अध्ययन जो साबित करते हैं कि फलियाँ खाने से ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है और शुगर के मरीजों में एचबीए1सी लेवल कम हो जाता है।
चना
चने को दाल के रूप में खाने के अलावा साबुत भी खाया जा सकता है। उत्तर भारत में साबुत चने को छोले या चने कहा जाता है। चने का आटा भी इस्तेमाल किया जाता है। जिसे बेसन के नाम से जाना जाता है। भोजन के बाद आपके शुगर लेवल को चना कंट्रोल करता है। ये वजन घटाने वाला सुपरफूड है।
राजमा
राजमा एक अच्छा विकल्प है जिसे शुगर से पीड़ित लोग अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। राजमा में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है और जीआई स्कोर कम होता है। राजमा में पाया जाने वाला स्टार्च शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। राजमा में कॉम्प्लेक्स कार्ब्स भी होते हैं। राजमा, मूंग या हरा चना जैसे खाद्य पदार्थ शुगर के मरीजों के लिए अच्छे हैं।
शुगर में कौन सी दाल नहीं खानी चाहिए?
शुगर के मरीजों के लिए दाल भोजन के रूप में हमेशा बेस्ट माना जाता है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा दाल में आयरन, फोलेट, जिंक और जरूरी विटामिंस पाए जाते हैं। जिससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, पर कुछ ऐसी भी दाल है, जिसे शुगर के मरीजों को नहीं खानी चाहिए।
कई एक्सपर्ट्स की मानें तो शुगर के मरीज को उड़द की दाल नहीं खानी चाहिए, क्योंकि इसे पकाने के बाद अक्सर लोग मक्खन और घी डालकर खाते हैं। दरअसल सादी उड़द की दाल को पचने में समय लगता है, और अन्य दालों की तुलना में स्वाद में कम होती है, और स्वाद बढ़ाने के लिए लोग इसमें तड़का लगाते हैं। जिसके चलते उड़द की दाल में अतिरिक्त फैट और कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ जाती है और पचने में भी समय लगाती है। इसीलिए शुगर के मरीजों को उड़द की दाल नहीं खाने की सलाह दी जाती है।
अगर आप अपनी डाइट में उड़द की दाल शामिल करते हैं, तो डायबिटीज एक्सपर्ट से सलाह ले सकते हैं। वह आपकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सही सुझाव दे सकते हैं। आपको बता दें, अन्य दालों में आप अरहर की दाल, मूंग की दाल, राजमा आदि संतुलित मात्रा में खा सकते हैं। जिससे आपको अपने ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष
हम उम्मीद करते हैं कि अब हमने शुगर के मरीजों के लिए कौन सी दाल अच्छी है। इससे जुड़े आपके सभी सवालों का जवाब दे दिया है। दाल आपके डाइट में शामिल करने के लिए एक बेहतरीन भोजन है। अपने लो-ग्लाइसेमिक प्रोफाइल के कारण दालें चावल और गेहूं जैसे अनाज से भी बेहतर हैं। हमने मूंग दाल, मसूर दाल, चना दाल आदि जैसे कुछ अच्छे विकल्पों की खोज की है। जो आपके शुगर लेवल को सही बनाए रखने और जरूरी पोषक तत्व(न्यूट्रिशन) प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन मात्रा का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
हरी मूंग की दाल शुगर के मरीजों के लिए अच्छी होती है क्योंकि यह ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाती है। हरी मूंग में बहुत सारा डाइट फाइबर होता है। जो आपके शरीर में तेजी से ब्लड शुगर बढ़ने की संभावना को समाप्त करता है।
नहीं, मूंग, मसूर और तुअर जैसी सभी दालें शुगर के मरीजों के लिए अच्छी हैं। ये सभी दालें लो-ग्लाइसेमिक प्रोफ़ाइल वाली हैं। डॉक्टर लोगों को शुगर को कंट्रोल करने के लिए दाल खाने की सलाह देते हैं।
मसूर दाल और शुगर मैनेजमेंट एक साथ चलते हैं। मसूर दाल पोषक तत्वों(न्यूट्रिशन) से भरा है जो आपके शुगर डाइट प्लान में मदद कर सकती है। मसूर दाल में ग्लाइसेमिक स्कोर कम होता है। जिस कारण यह आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता नहीं है। मसूर दाल का सेवन वजन प्रबंधन(वेट मैनेजमेंट) में भी मदद करता है।
शुगर के मरीजों के लिए अरहर की दाल उनके डाइट में काफी बढ़िया है। अरहर दाल में प्रोटीन, फाइबर, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स और अन्य विटामिन और खनिज अच्छी मात्रा में होते हैं। इसलिए अपनी डाइट में अरहर की दाल को जरूर शामिल करना चाहिए।
हरा चना शुगर के मरीजों के लिए अच्छा है क्योंकि इसमें लो-कैलोरी और लो-ग्लाइसेमिक प्रोफाइल होता है। हरे चने में प्रचुर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है और इसमें आयरन, जिंक, प्रोटीन आदि जैसे विभिन्न हेल्दी न्यूट्रिशन मौजूद होते हैं।
Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal
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