अगर मेवों की बात की जाए, तो आज लगभग सभी प्रकार के मेवे बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। लगभग सभी मेवों के कुछ न कुछ गुण होते हैं। जिसके सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है। ऐसे में अंजीर एक ऐसा मेवा है (जिसे सुखा मेवा भी कहते हैं), जिसके सेवन से अनेकों स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। अंजीर में विशेष फाइबर सामग्री होती है, जो बॉवेल मूवमेंट से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाने में मददगार साबित होता है। बॉवेल मूवमेंट खराब होने का मतलब है कि आपकी मल त्याग की फ्रीक्वेंसी में कमी आ जाना। जिसका मतलब है कि आप कितनी बार मल त्याग करते हैं और ये आराम से कर लेते हैं या फिर इसके लिए आपको मेहनत लगती है
इसीलिए अंजीर को डाइजेशन सिस्टम को बनाए रखने और बॉवेल मूवमेंट की समस्या को दूर करने के लिए बेस्ट माना जाता है। अंजीर में मध्यम मात्रा में सुगर होता है, जिसके चलते अंजीर को डायबिटीज डाइट प्लान में शामिल करना काफी सेफ माना जाता है। अंजीर से जुड़ी सभी बातों को जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें और जानें, “क्या अंजीर डायबिटीज के लिए फायदेमंद हैं”?
अंजीर फल के बारे में- Anjeer kaisa hota hai
अंजीर पिकस परिवार से आता है और इसका वैज्ञानिक नाम फाइकस कैरिका है। अंजीर खाने में मीठे और रसीले होते हैं, साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्वों के चलते यह स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होते हैं। लोग अंजीर को सूखा या ताजा रूप में खाते हैं। अंजीर पोटेशियम से भी भरपूर होता है, इसलिए लोग इसे अपने हाई ब्लड प्रेशर वाली डाइट में शामिल करते हैं। इसके अलावा अंजीर कैल्शियम का भी एक बेस्ट स्रोत माना जाता है। हाई कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायता कर सकते हैं।
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए इसके सेवन के मामले में संयम बरतना चाहिए। ताजी अंजीर का छिलका बैंगनी रंग का होता है, जबकि इसका गूदा लाल होता है। यह एक हेल्दी-मिड-मील के रूप में जाना जाता है। यूएसडीए (USDA) के अनुसार, एक छोटे अंजीर जिसकी साइज 1.5 इंच है, उसमें 1.2 ग्राम फाइबर होता है। एक बड़े अंजीर का साइज लगभग 2.5 इंच होता है और इसमें लगभग 1.9 ग्राम फाइबर होता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए अच्छी फाइबर सामग्री वाले खाद्य पदार्थ खाना महत्वपूर्ण होता है। फाइबर को पचने में काफी समय लगता है। चूंकि इसका मेटाबॉलिज्म तेज नहीं होता है, इसलिए व्यक्ति के शरीर में ब्लड शुगर कंट्रोल में सुधार होता है।
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अंजीर में मौजूद पोषक तत्व या न्यूट्रिशनल वैल्यू
अंजीर ल्यूटिन, कैरोटीन, क्लोरोजेनिक एसिड और टैनिन सहित कई फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है। फ्लेवोनोइड्स नेचुरल प्लांट-बेस्ड पदार्थ हैं। वे फ्री रेडिकल की प्रक्रिया से किसी व्यक्ति के शरीर के ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
साथ ही अंजीर प्रचुर मात्रा में घुलनशील डाइटरी फाइबर से भी भरपूर होता है। इसकी अनगिनत फाइबर सामग्री अंजीर को अत्यधिक पौष्टिक और डायबिटीज मरीजों के लिए बेस्ट बनाती है। अंजीर में विटामिन A, E और K मौजूद होते हैं। ये विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर को साफ करते हैं। अंजीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारियों को दूर रखते हैं।
आइए अंजीर में मौजूद पोषक तत्वों या न्यूट्रिएंट्स पर एक नजर डालें।
अंजीर के बारे में पोषण संबंधी जानकारी | ||||
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न्यूट्रिएंट्स | मात्रा | |||
कार्बोहाइड्रेट्स | 19 ग्राम | |||
डाइटरी फाइबर | 3 ग्राम | |||
प्रोटीन | 0.75 ग्राम | |||
फैट्स | 0.3 ग्राम | |||
विटामिन A | 142 IU | |||
विटामिन C | 2 मिलीग्राम | |||
पोटैशियम | 232 मिलीग्राम | |||
कैल्शियम | 35 मिलीग्राम | |||
मैग्निशियम | 17 मिलीग्राम | |||
सोडियम | 1 मिलीग्राम | |||
जिंक | 0.15 मिलीग्राम | |||
आयरन | 0.37 मिलीग्राम | |||
फ्लोएट्स | 6 माइक्रोग्राम | |||
कॉपर | 0.07 मिलीग्राम | |||
एनर्जी | 74 कैलोरी |
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क्या डायबिटीज में अंजीर खाना चाहिए?
क्या सूखे मेवे डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छे होते हैं? सूखे मेवे के विपरित, फ्रेश मेवों में कम कैलोरी और सुगर होता है। इसीलिए डायबिटीज के मरीजों को बहुत अधिक सूखे मेवे खाने की सलाह नहीं दी जाती है। सूखे मेवों में ग्लूकोज कंटेंट की अधिकता होती है।
यह बात तो बिल्कुल समझ में आती है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी डाइट में कोई भी अत्यधिक बदलाव करने से पहले किसी हेल्थ या डाइट एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए। हालांकि एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार व्यक्ति अपनी डाइट में अंजीर को शामिल कर सकता है।
अंजीर की पत्तियां और फल इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में सहायक पाए जाते हैं। रिसर्चों के अनुसार, अंजीर के अर्क को ब्लड में विटामिन और फैटी एसिड के लेवल पर सामान्य प्रभाव डालने के लिए देखा गया।
क्या शुगर में अंजीर खाया जा सकता है? Anjeer ko kaise khaya jata hai-
डायबिटीज के मरीजों के लिए फ्रेश अंजीर सेफ और फायदेमंद हो सकती है। हालांकि सेवन से पहले कार्ब की मात्रा जरूर जांच लेनी चाहिए।
सारांश
अंजीर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। अंजीर में अच्छी मात्रा में विटामिन A भी होता है, जो आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मददगार होता है। इन सभी मौजूद गुणों के चलते हम कह सकते हैं कि शुगर से पीड़ित व्यक्ति अंजीर खा सकता है, लेकिन अंजीर के सेवन की मात्रा अधिक नहीं होनी चाहिए।
अंजीर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) और ग्लाइसेमिक लोड (GL)
अंजीर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51 है, जो बहुत कम GI वैल्यू है। वहीं 60 ग्राम सूखे अंजीर की GI वैल्यू 61 होता है, हालांकि सूखे अंजीर का ग्लाइसेमिक लोड (GL) थोड़ा अधिक होता है है।
50 ग्राम या 1/4 कप ताजी कटी हुई अंजीर का GL लगभग 2 है। वहीं सूखे अंजीर का जीएल 16 है, जो मामूली रूप से हाई वैल्यू है।
एक कप ताजी अंजीर में लगभग 150 कैलोरी, 40 कार्ब्स और 34 ग्राम सुगर होता है। जिसके चलते ये अंजीर के जीएल को 16 वैल्यू तक कम कर देते हैं। कोई भी मीडियम जीएल फूड प्रोडक्ट तब प्रभावी होता है, जब लिमिट में सेवन किया जाता है। लेकिन 20 से अधिक किसी भी चीज का जीएल अधिक माना जाता है।
अंजीर खाने से मिलने वाले लाभ
वजन को कंट्रोल करने में मददगार
अंजीर में प्रचुर मात्रा में फाइबर होते हैं। इस गुण के कारण, अंजीर उन व्यक्तियों के लिए उपयोगी है जो अपने वजन को कम करके बॉडी को परफेक्ट साइज में लाना चाहते हैं। एक व्यक्ति तुलनात्मक रूप से कम प्रयास के बावजूद अपना वजन कम कर सकता है।
हालांकि इसके बाद सवाल यह उठता है कि अंजीर इस प्रक्रिया में किसी व्यक्ति की कैसे मदद करता है? फाइबर व्यक्ति को लंबे समय तक पेट भरे रहने यानी तृप्त रखने में मदद करता है। इसके अलावा फल भोजन के बीच में भोजन खाने की इच्छा को भी कम कर देता है। लोगों के लिए मोटापे को कम करने और अपने वजन को बेस्ट तरीके से कंट्रोल करना जरूरी होता है। एक स्वस्थ और सुडौल शरीर हृदय रोग, कैंसर आदि जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के होने की संभावना को कम कर देता है।
हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मददगार
स्वस्थ हड्डियां व्यक्ति को लंबे समय तक काम करने और स्वस्थ रहने में मदद करती हैं। आजकल के बदलते परिवेश और भागदौड़ भरी जिंदगी में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होगा, जो सुस्ती और थकान को महसूस करना चाहता हो। इसीलिए हर व्यक्ति को अपनी डाइट में अंजीर को जरूर शामिल करना चाहिए, जिससे हड्डियां हमेशा मजबूत रहें।
अंजीर में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है। एक व्यक्ति को प्रतिदिन लगभग 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है। जिसमें 100 ग्राम अंजीर लगभग 35 मिलीग्राम कैल्शियम प्रदान करता है, जिसे दिनभर की जरूरतों के हिसाब से भले ही मामूली हो पर अच्छी मात्रा माना जाता है।
सारांश
जिन व्यक्तियों को गठिया या जोड़ों के दर्द की समस्या है, उन्हें अंजीर से काफी फायदा मिल सकता है। इतना ही नहीं अंजीर के सेवन से आंखो की रोशनी में भी सुधार होता है। अंजीर सिर्फ हड्डियों को ही नहीं बल्कि मांसपेशियों को भी मजबूती प्रदान करता है। यह वयस्कों में उनकी मांसपेशियों की क्षति को रोकता है।
हार्ट को हेल्दी रखता है
अंजीर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो लोगों के हृदय को स्वस्थ बनाए रखता है। साथ ही अंजीर लोगों के शरीर से हानिकारक रेडिकल्स को भी हटाता है।
अंजीर पर किए गए रिसर्चों के अनुसार, ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को कम करने में अंजीर की प्रभावशीलता अच्छी तरह से पहचानी गई है। हृदय रोगों के पीछे ट्राइग्लिसराइड्स प्रमुख कारण होते हैं। ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कंट्रोल में रखकर, कोई व्यक्ति अपनी हार्ट एक्टिविटी को बेहतर तरीके से बनाए रख सकता है।
ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मददगार
जैसा कि ऊपर न्यूट्रिशनल चार्ट में बताया गया है, अंजीर पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत होता है। पोटैशियम एक महत्वपूर्ण मिनिरल्स भी है, जो डायबिटीज को मैनेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह भोजन के बाद अवशोषित होने वाले ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा क्लोरोजेनिक एसिड नामक एक अन्य कंपाउंड भी डायबिटीज के मरीजों को लाभ पहुंचाता है। यह कंपाउंड ब्लड शुगर के लेवल में कमी लाता है। जिससे प्रभावी रूप से डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिलती है।
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना
हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों की संख्या लगभग डायबिटीज मरीजों के समान ही है। ऐसे लोगों की संख्या सबसे अधिक है, जो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर दोनों से जूझ सकता है।
लेकिन वो कहते हैं ना.. जहां अनिश्चितताओं के धुंध होते हैं वहां आशा की किरण जरूर पहुंचती है। ठीक इसी तरह अंजीर इस मामले में एक आशा की किरण लेकर आता है। आइए देखें कैसे? ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में पोटैशियम एक प्रमुख कंपाउंड है। अंजीर रक्त वाहिकाओं को फैलाने का काम करता है और रक्त वाहिकाओं में कैल्शियम की गति को विलंबित करता है। जिससे अंजीर हृदय के माध्यम से ब्लड को सुचारू रूप से चलने में मददगार साबित होता है।
सारांश
सोडियम के साथ कैल्शियम, तंत्रिकाओं और मांसपेशियों के समुचित कार्य के लिए आवश्यक है। जिसके चलते आपको ये लाभ मिल सकते हैं:
- तनाव और चिंता से राहत
- बेहतर रक्त प्रवाह और,
- शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की अच्छी स्थिरता
प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करने में मददगार
यह जानना आपके लिए रोमांच से भरा हो सकता है कि अंजीर का इतिहास यूनानियों के पवित्रता से जुड़ा हुआ है। शुरुआती समय में यूनानियों ने अंजीर को प्रेम के प्रतीक के रूप में दर्शाया था। यह मान्यता वैज्ञानिक जुड़ाव से भी जुड़ी है।
अंजीर पर किए गए रिसर्चों ने निम्न समस्याओं को कम करने के संभावित उपाय के रूप में अंजीर की भूमिका महत्वपूर्ण बताई है:
- प्रजनन संबंधी समस्याएं
- हार्मोनल अनियमितता
- ब्रेस्ट कैंसर
- महिलाओं में मेंसुरेशन संबंधी असामान्य स्थितियां
सारांश
अंजीर प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करता है और बेहतर प्रजनन क्षमता का वादा करता है। यह फल पुरुषों में सीमन (वीर्य) के उत्पादन को बढ़ाता है। यह अंजीर में मौजूद मैग्नीशियम, पोटेशियम और तांबे जैसे मिनिरल्स की उपस्थिति के कारण संभव होता है।
ओरल हेल्थ और हाइजीन को बनाए रखना
मौखिक स्वास्थ्य और स्वच्छता बनाए रखता है। हालांकि अंजीर स्वाद में मीठा होता है और मीठा खाना मुंह की सफाई के लिए हानिकारक होता है। आश्चर्यजनक रूप से अंजीर में कुछ फेनोलिक यौगिक होते हैं। ये पदार्थ सभी दांत से जुड़ी समस्याओं को रोकन में मदद करता है। इसमें शक्तिशाली एंटी-बैक्टेरियल गुणों के साथ फ्लेवोनोइड्स भी होते हैं। अंजीर में मसूड़ों और दांतों को स्वस्थ बनाए रखने के बेहतरीन गुण होते हैं।
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कब्ज की समस्या को दूर करने में मददगार
लोग कब्ज और बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए अंजीर को पानी में भिगो देते हैं, फिर इसका सेवन करते हैं। जो भी लोग अक्सर इन समस्याओं से पीड़ित रहते हैं, उन्हें भी रोजाना सुबह अंजीर का पानी पीना चाहिए। अंजीर में मौजूद फाइबर बॉवेल मूवमेंट (मल त्याग) को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। अंजीर पाचन-सहायक के रूप में कार्य करता है और शरीर को स्वस्थ रखता है।
अल्जाइमर रोग में प्रभावी फल
सबसे आम न्यूरोलॉजिकल समस्याओं में से एक अल्जाइमर रोग को कंट्रोल करने में अंजीर एक शक्तिशाली फल है। इसमें मौजूद जिंक, कॉपर, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व ऐसे मरीजों को उनकी स्थिति को मौलिक रूप से ठीक करने में मदद करते हैं।
त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करना
इन खूबियों के साथ ही अंजीर हमारे त्वचा के लिए भी वरदान है। इसका लाभ पाने का सबसे आसान तरीका है, अंजीर का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। लेकिन, याद रखें कि 15 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से जरूर धो लें। जिससे आपको बेहतर परिणाम मिल सके।
सारांश
अंजीर एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। अंजीर मस्सों के सफलतापूर्वक इलाज के लिए भी मददगार है। अंजीर के अर्क कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किए जाते हैं। इतना ही नहीं, अंजीर हमारे सिर के बालों को भी स्वस्थ रखने में कारगार साबित होता है।
शुगर में अंजीर कैसे खाएं- Anjeer Khane ka Tarika
कोई भी व्यक्ति अंजीर इन तरीकों से खा सकता है:
- अंजीर के तीन से चार टुकड़े रात को पानी में भिगो दें। अगली सुबह इस अंजीर के पानी को पिएं और स्वास्थ लाभ पाएं।
- रोजाना सुबह खाली पेट अंजीर के पानी में शहद मिलाकर पीना अच्छा रहता है। यह बवासीर और कब्ज जैसी पाचन समस्याओं से बचने में मदद करता है।
- अंजीर के पत्तों से भरा एक कैप्सूल लें। इन कैप्सूल का उपयोग शुरू करने से पहले किसी हेल्थ प्रोवाइडर से जरूर सलाह लें, ध्यान रहे हेल्थ एक्सपर्ट के निर्देशों के अनुसार ही खुराक लें।इसके अलावा, लोग गूगल पर अंजीर की रेसिपी भी खोज सकते हैं। उनमें से कुछ हैं अंजीर चाट, अंजीर कुल्फी आदि।
शुगर में अधिक अंजीर खाने से क्या जोखिम हो सकता है?
अंजीर ब्लड शुगर के मामले में जरूर उपयोगी साबित हो सकता है, लेकिन अंजीर का अधिक सेवन से ब्लड शुगर हाई हो सकता है। ऐसा अंजीर में मौजूद सुगर की मात्रा के कारण हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों को प्रतिदिन दो या तीन से अधिक अंजीर नहीं खाने की सलाह दी जाती है। इस सुझाई गई लिमिट से परे खाने पर एसिडिटी, सूजन, कैल्शियम की कमी और यहां तक कि ग्लूकोज के लेवल में कमी जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
सारांश
किसी भी अन्य फल की तरह अंजीर भी अपने उतार-चढ़ाव के साथ आता है। हालांकि अच्छी बात यह है कि अंजीर में अधिक सकारात्मक विशेषताएं ही हैं। अंजीर के अविश्वसनीय स्वास्थ्य लाभ इसके साथ आने वाले नुकसानों पर भारी पड़ते हैं। यदि डायबिटीज के दृष्टिकोण से देखा जाए तो अंजीर मध्यम रूप से अच्छा होता है। इसीलिए डायबिटीज वाले लोग इसे मीडियम मात्रा में सुरक्षित रूप से खा सकते हैं। उन्हें बस इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि वे रोजाना कितना अंजीर खा रहे हैं। साथ ही उन्हें ब्लड शुगर के लेवल के प्रति भी सतर्क रहना चाहिए। अंजीर का लाभ तभी मिल सकता है, जब आप अपने ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखते हुए इसका सेवन करें। किसी भी चीज की अधिकता स्वास्थ के लिए ठीक नहीं मानी जाती है। डायबिटीज के मरीज अंजीर का सेवन हेल्थ एक्सपर्ट के गाइडेंस में करते हैं, तो उन्हें अधिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
हाँ। जो लोग बहुत अधिक फास्ट फूड खाते हैं और प्रोसेस्ड फूड पर निर्भर रहते हैं, उन्हें अपनी डाइट में अंजीर जैसे फलों को जरूर शामिल करना चाहिए। सही डाइट के साथ एक्सरसाइज करने से फिटनेस लक्ष्य तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
नहीं अंजीर में ग्लूटेन नहीं होता है। अंजीर ग्लूटेन फ्री होता है। अधिकांश मामलों में सभी फल ग्लूटेन-फ्री होते हैं।
शुगर के मरीज सुबह खाली पेट भिगोया हुआ अंजीर का पानी पी सकते हैं। इससे भीगी हुई अंजीर का अधिकतम लाभ मिलता है। ओवरऑल न्यूट्रिएंट पाने के लिए प्रोटीन के बेस्ट स्रोत वाली अंजीर का सेवन करना अच्छा होता है।
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