गिलोय एक प्रकार की बेल है जो जगंलों में पायी जाती है। प्राचीन काल से ही गिलोय का इस्तेमाल औषधि के रुप में किया जाता रहा है। गिलोय से होने वाले फायदे के कारण पिछले कुछ समय से लोगों में इसके प्रति रुचि जगी है, लेकिन ज्यादातर लोग ठीक से गिलोय की पहचान नहीं कर पाते हैं। गिलोय की पत्तियों का आकार पान के पत्तों के जैसा होता है और इनका रंग गाढ़ा हरा होता है।
आयुर्वेद के अनुसार गिलोय की बेल जिस पेड़ पर चढ़ती है उसके गुणों को भी अपने अंदर समाहित कर लेती है, इसलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय की बेल को औषधि के लिहाज से सबसे बढ़िया माना जाता है। इसे नीम गिलोय के नाम से जाना जाता है। गिलोय का सेवन आप इन तीन तरीकों से कर सकते हैं गिलोय सत्व, गिलोय जूस और गिलोय चूर्ण। बाज़ार में गिलोय सत्व और गिलोय जूस आसानी से उपलब्ध हैं।
आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से गिलोय के फायदे, नुकसान और सेवन के तरीकों पर विस्तार से चर्चा करेंगें।
गिलोय के फायदे
गिलोय में कई प्रकार के पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड पाया जाता है। इसके साथ-साथ गिलोय में कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक, कैल्शियम और मैगनीज भी अच्छी मात्रा में पाये जाते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार गिलोय की पत्तियां, जड़ें और तना तीनो ही भाग सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं लेकिन औषधि रूप में सबसे ज्यादा गिलोय के तने या डंठल का ही उपयोग होता है। गिलोय में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
गिलोय के कुछ प्रमुख फायदे- Giloy Ke Fayde
शुगर के लिए
शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) बहुत हैं। गिलोय टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। गिलोय जूस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है, इन्सुलिन का प्रोडक्शन,(उत्पादन) बढ़ाता है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। इसलिए शुगर में गिलोय के फायदे बहुत हैं।
डाईजेशन में फायदेमंद
गिलोय का रस पाचन तंत्र (डाईजेशन सिस्टम) के लिए बहुत ही लाभदायक है। पेट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या में गिलोय का रस बहुत फायदेमंद है। सुबह के समय खाली पेट गिलोय का रस पीने से पेट साफ होता है, कब्ज दूर होता है और अपच, मरोड़, एसिडिटी जैसी समस्याएं भी दूर होती है।
इम्युनिटी को बढ़ाता है
गिलोय का रस शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाता है, गिलोय जूस का नियमित सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ जाती है जिससे सर्दी-जुकाम समेत कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।
एनीमिया के लिए लाभदायक
शरीर में खून की कमी होने से कई तरह के रोग होने लगते हैं जिनमें एनीमिया सबसे प्रमुख है। एनीमिया से महिलायें ज्यादा प्रभावित होती हैं। एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के लिए गिलोय का रस काफी फायदेमंद है जिससे शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद मिलती है।
और पढ़े: इमली खाने के फायदे और नुकसान
शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालने में फायदेमंद
शरीर में साफ ब्लड का होना बहुत जरूरी है, ऐसे में गिलोय खून में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। गिलोय के तने को उबालकर इसके पानी के सेवन से पूरे शरीर के टॉक्सिन शरीर से बाहर निकल जाते हैं और खून साफ हो जाता है। ये शरीर को पूरी तरह डिटॉक्स करने का काम करता है।
बुखार में लाभदायक
गिलोय में ऐसे एंटीपायरेटिक गुण होते हैं जो पुराने से पुराने बुखार को भी ठीक कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसे गंभीर रोगों से होने वाले बुखार में आराम के लिए गिलोय के सेवन की सलाह देते हैं।
त्वचा (स्किन)के लिए लाभदायक
गिलोय त्वचा से जुड़ी समस्याओं और एलर्जी को दूर करने में भी मदद करता है। चेहरे पर होने वाले कील मुंहासे के लिए भी गिलोय काफी लाभदायक है।
लीवर के लिए लाभदायक
गिलोय लीवर के लिए टॉनिक की तरह काम करता है। यह खून को साफ़ करता है और एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम का लेवल बढ़ाता है और लीवर फंक्शन को सही रखने में मदद करता है।
और पढ़े: लौंग खाने के फायदे और खाने का तरीका
शुगर में गिलोय के फायदे (Sugar me Giloy ke Fayde):
शुगर को कंट्रोल करने के लिए गिलोय सबसे अच्छा माना जाता है, इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी किया जाता है। शुगर के मरीजों के लिए गिलोय जूस बहुत ही फायदेमंद होता है। गिलोय टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल रखने में काफी लाभदायक है। गिलोय जूस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है, इन्सुलिन का प्रोडक्शन(उत्पादन) बढ़ाता है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। इसलिए शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) बहुत ज्यादा हैं।
शुगर की वजह से होने वाली कुछ समस्याओं के लिए गिलोय के कुछ प्रमुख फायदे-
- शुगर में गिलोय एक दवा की तरह काम करता है जो एक नेचुरल एंटी-डायबिटिक दवा होती है।
- नीम के पेड़ पर चढ़ी हुए गिलोय शुगर के लिए सबसे बढ़िया मानी जाती है।
- शुगर के मरीजों को गिलोय के रस का नियमित सेवन करने से लाभ मिलता है।
- गिलोय के सेवन से शुगर की वजह से होने वाले जोड़ों के दर्द, सूजन जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- गिलोय का जूस आखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
- शुगर के मरीज अपने ब्लड शुगर के लेवल को कम करने के लिए गिलोय जूस का सेवन कर सकते हैं।
- गिलोय का जूस किडनी के लिए फायदेमंद होता है।
गिलोय का जूस सुबह खाली पेट लिया जाए तो शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। गिलोय का रस इंसुलिन को बढ़ाता है जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है इसलिए अगर आप शुगर की समस्या से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह से गिलोय का सेवन कर सकते हैं।
नेशनल सेंटर फॉर बाजोयोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) द्वारा किए गए एक रिसर्च के अनुसार गिलोय में एंटी-डायबिटिक एक्टिविटी होती है जो शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) का मुख्य कारण होता है। गिलोय शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लूकोज को कम करने में मदद करता है जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। गिलोय इंसुलिन के प्राकृतिक रूप से उत्पादन में मदद करता है, जिससे शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। गिलोय के सेवन के लिए मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
शुगर के लिए सेवन का तरीका- शुगर के मरीज दो तरीकों से गिलोय का सेवन कर सकते हैं।
- गिलोय जूस: दो से तीन चम्मच गिलोय जूस को एक कप पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट ले सकते हैं।
- गिलोय चूर्ण: आधा चम्मच गिलोय चूर्ण को पानी के साथ दिन में दो बार खाना खाने के एक से डेढ़ घंटे बाद लें सकते हैं।
ध्यान दें: शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) बहुत ज्यादा हैं लेकिन गिलोय के सेवन के लिए मात्रा के साथ-साथ व्यक्तिगत जरूरतों का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
गिलोय के नुकसान- Giloy Ke Nuksan
शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) और अन्य फायदों के बावजूद इसके कुछ नुकसान भी हैं, ज्यादा मात्रा में गिलोय का सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं। आइये जानते हैं कि गिलोय के क्या नुकसान हैं?
लो-ब्लड प्रेशर
जिन लोगों को लो-ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें गिलोय के सेवन से परहेज करना चाहिए क्योंकि गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करती है, इससे मरीज की स्थिति खराब हो सकती है। किसी भी तरह की सर्जरी से पहले भी गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को कम करती है जिससे सर्जरी के दौरान परेशानी हो सकती है।
गर्भावस्था(प्रेगनेंसी)
गर्भवती (प्रेगनेंट) और स्तनपान (ब्रेस्टफीडिंग) कराने वाली महिलाओं को भी गिलोय न लेने की सलाह दी जाती है। बिना अपने डॉक्टर की सलाह लिए गर्भावस्था ( प्रेगनेंसी) में गिलोय का सेवन ना करें।
लीवर की समस्या
गिलोय वैसे तो लीवर के लिए बहुत फायदेमंद है लेकिन मात्रा का ध्यान न रखने से परेशानी हो सकती है। अगर किसी को लीवर की किसी भी तरह की समस्या है और उसके द्वारा ज्यादा समय तक लगातार गिलोय का सेवन किया जाए तो इससे लीवर को नुकसान हो सकता है, इसलिए इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
गिलोय के फायदे और नुकसान को जानने के बाद आप अपनी ज़रुरत के हिसाब से गिलोय का सेवन शुरु कर सकते हैं। गिलोय के नुकसान बहुत ही कम लोगों में देखने को मिलते हैं लेकिन फिर भी अगर आपको किसी तरह की समस्या होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) बहुत ज्यादा हैं, गिलोय के पत्ते स्वाद में कसैले, कड़वे और तीखे होते हैं। गिलोय को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है। गिलोय का लैटिन नाम टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया है, इसे हिंदी में गडुची, गिलोय या अमृता कहा जाता है, बंगाली में इसे गुंचा, पालो गदंचा और गिलोय के नाम से जाना जाता है। गिलोय के सेवन से वात-पित्त और कफ को ठीक किया जा सकता है। यह पचने में आसान होती है, भूख बढ़ाती है और आंखों के लिए भी फायदेमंद होती है। गिलोय का उपयोग शुगर में लाभ के साथ-साथ बुखार, उलटी, खाँसी, आदि जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। गिलोय के इतने सारे लाभ होने की वजह से इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से बचें, ज्यादा सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। मात्रा की शाई जानकारी के लिए अपने हेल्थ केयर एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
और पढ़े: अजवाइन के 15 चौंका देने वाले फ़ायदे
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
गिलोय में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इन्हीं गुणों की वजह से शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) बहुत ज्यादा हैं। शुगर के साथ-साथ गिलोय एसिडिटी, पीलिया, बुखार, गठिया, कब्ज जैसी समस्याओं का रामबाण इलाज है।
आयुष मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 500 मिग्रा गिलोय को अर्क के रूप में या 1-3 ग्राम पाउडर को दिन में दो बार 15 दिन या एक महीने तक गर्म पानी के साथ ले सकते हैं। अगर आप पहले से ही किसी भी तरह की बीमारी से परेशान हैं तो बेहतर है कि गिलोय लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
गिलोय लीवर के लिए बहुत ही फायदेमंद है लेकिन पहले से किसी भी तरह की लीवर की समस्या होने या इसे ज्यादा मात्रा में लेने से लीवर को नुकसान हो सकता है, इसलिए इसकी सही मात्रा की जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
सामान्य रूप से किसी भी बीमारी में इसे ज्यादा से ज्यादा तीन महीने तक ही लेना चाहिए, अगर किसी भी परिस्थिति में आप तीन महीने से ज्यादा समय तक इसका सेवन करना चाहते हैं तो अपने डाइट एक्सपर्ट या अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
शुगर में गिलोय के फायदे (sugar me giloy ke fayde) बहुत ज्यादा हैं, गिलोय शुगर से होने वाली समस्याओं जैसे अल्सर और किडनी की परेशानियों को कम करने में मदद कर सकता है। ये लीवर और किडनी के काम करने के तरीके को मजबूती देता है और इन्हें बीमारियों से बचाता है। दोपहर और रात के खाने के बाद आधा चम्मच गिलोय पाउडर पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
खाली पेट गिलोय का जूस पीने से डाईजेशन सिस्टम अच्छा होता है, जिससे पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। गिलोय सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, सुबह खाली पेट गिलोय जूस पीने से त्वचा खूबसूरत और चमकदार होती है।
जिन लोगों को लो-ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें गिलोय के सेवन से बचना चाहिए। गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करता है जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ सकती है।
गिलोय का वैसे तो कोई खास साइड इफेक्ट नहीं होता है, लेकिन जब गिलोय को दूसरी शुगर की दवाओं के साथ लिया जाता है तो इससे ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है। इसलिए मात्रा का ध्यान रखें और सेवन से पहले अपने डाइट एक्सपर्ट या अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Disclaimer
This site provides educational content; however, it is not a substitute for professional medical guidance. Readers should consult their healthcare professional for personalised guidance. We work hard to provide accurate and helpful information. Your well-being is important to us, and we value your feedback. To learn more, visit our editorial policy page for details on our content guidelines and the content creation process.