Last updated on नवम्बर 1st, 2023
परिचय
टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करना कठिन हो सकता है लेकिन अपने डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके आप अपने ओवरऑल हेल्थ(संपूर्ण स्वास्थ) और इंसुलिन लेवल को सही रख सकते हैं। टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे बड़ा विषय है कि वे क्या खाते हैं? जब बात स्नैक्स की आती है तो उन्हें अपने खाने को लेकर काफी सतर्क रहने की जरूरत है। शुगर का पता चलता है तो आपको बहुत सारे स्नैकस अचानक से बंद करने पड़ते हैं, क्योंकि ज्यादातर स्नैक्स अनहेल्दी माने जाते हैं। इनके सेवन से ब्लड शुगर बढ़ जाता है। इसका एक अच्छा विकल्प है नट्स। ये स्वाद और स्वास्थ्य लाभ(हेल्थ बेनिफिट) का छोटा सा पावरहाउस है। इसमें अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और कई पोषक तत्व होते हैं। किसी भी बढ़िया स्नैक्स की तरह नट्स को स्टोर करना आसान होता है और जब आप यात्रा पर हों तो पैक करना भी आसान होता है। नट्स अगर सीमित मात्रा में खाया जाए तो ये आपके हार्ट, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल के लिए अच्छा होता है। इस तरह आपको अच्छे स्वाद के साथ अच्छी हेल्थ की गारंटी भी मिलती है।
आइए एक नजर डालते हैं डायबिटीज मरीजों के लिए खाए जाने वाले नट्स पर।
नट्स- शुगर और हार्ट को सही तथा सुरक्षित रखने का एक विकल्प(ऑप्शन)
शुगर के मरीजों के लिए कौन सा नट्स अच्छा है यह जानने के लिए कि हमें उनके न्यूट्रिशन प्रोफाइल को समझने की जरूरत होती है। नट्स में अनसैचुरेटेड फैट(असंतृप्त वसा) जैसे गुड फैट्स होते हैं, जो आपके दिल के लिए अच्छे होते हैं। यह डायबिटीज प्रबंधन(मैनेजमेंट) के लिए बहुत जरूरी है। इसमें फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो आपके शरीर के लिए काफी लाभकारी होते हैं।
लेकिन इन सब के बाद नट्स को जो चीज़ वास्तव में शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद बनाती है, वह है ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने की क्षमता। ज्यादा कैलोरी होने के बावजूद सीमित मात्रा में सेवन करने पर ब्लड शुगर पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनमें गुड फैट, प्रोटीन और फाइबर पाए जाते हैं। जो आपके ब्लड शुगर को स्थिर रखने के लिए मिलकर काम करते हैं। नियमित रूप से नट्स खाने से आपको हार्ट डिजीज से फायदा और शुगर के कारण होने वाली सूजन में कमी हो सकती है।
अपने डाइट में नट्स को शामिल करने से-
- ब्लड वाहिकाओं(ब्लड वेसल्स) को स्वस्थ बनाता है।
- हृदय रोग(हार्ट डिजीज) से जुड़ी सूजन को कम करता है।
- ब्लड के थक्के बनने का जोखिम कम करता है जो दिल के दौरे(हार्ट अटैक) और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
- हाई-ब्लडप्रेशर होने की संभावना को कम करता है।
- इससे हृदय रोग(हार्ट डिजीज) जल्दी न होने की संभावना होती है।
- बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल (एलडीएल प्रकार) और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है। जो आपकी धमनियों को ब्लॉक कर सकता है।
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हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देना और पोर्शन कंट्रोल के साथ डायबिटीज को मैनेज करना
भाग नियंत्रण(पोर्शन कंट्रोल)
सभी चीजों की तरह नट्स भी काफी अच्छे होते हैं जब इनका सेवन कम मात्रा में किया जाए। लेकिन किसी भी और स्वादिष्ट चीज की तरह इन्हें सीमित मात्रा में खाना थोड़ा मुश्किल काम है। नट्स पौष्टिक है लेकिन शुगर के मरीजों के लिए सावधानीपूर्वक पोर्शन कंट्रोल की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नट्स में फैट होता है। और ये कितने भी अच्छे हो लेकिन इनको खाने से कैलोरी बढ़ सकती है।
पोर्शन साइज(भाग का आकार)
शुगर वाले अधिकांश लोगों के लिए आइडियल पोर्शन लगभग 28 ग्राम (23 बादाम या 45 पिस्ते की गिरी) है। यह आप पर ज्यादा कैलोरी खर्च किए बिना जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। इसके ज्यादा सेवन से गलत प्रभाव पड़ सकता है। ये आपके ब्लड शुगर लेवल और आपके शरीर के वजन दोनों को प्रभावित कर सकता है।
कोलेस्ट्रॉल प्रबंधन(मैनेजमेंट) के लिए
शुगर के मरीजों में हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल का सही लेवल बनाए रखना उनके लिए बेहद जरूरी है। इसके लिए नट्स बहुत लाभकारी है। अध्ययनों से पता चलता है कि हर दिन मुट्ठी भर नट्स खाने से आपका कोलेस्ट्रॉल बेहतर हो सकता है।
नट्स पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट से भरे होते हैं जो आपके हार्ट के लिए काफी अच्छे होते हैं। इसलिए अपने डाइट में नट्स को शामिल करना आपके कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने का एक सरल और स्वादिष्ट तरीका है।
हार्ट डिजीज से लाभ
नट्स असंतृप्त वसा(अनसैचुरेटेड फैट) का एक अच्छा सोर्स हैं। मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट जो एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) के लेवल को कम करने में मदद करते हैं। जिससे हृदय रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है। नट्स में एचडीएल (गुड कोलेस्ट्रॉल) के लेवल को सही बनाए रखने की भी क्षमता होती है। एचडीएल कोलेस्ट्रॉल रक्त प्रवाह (ब्लडफ्लो) से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करता है। जो डायबिटीज वाले व्यक्तियों के हार्ट के लिए फायदेमंद होता है।
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शुगर के मरीजों के लिए सबसे अच्छा नट्स
शुगर मैनेजमेंट के लिए सबसे अच्छे नट्स में बादाम, अखरोट, पिस्ता और मूंगफली शामिल हैं क्योंकि इनमें कार्बोहाइड्रेट कम और हेल्दी फैट तथा फाइबर ज्यादा मात्रा में होते हैं। जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में मदद कर सकते हैं। डायबिटीज मरीजों के लिए ये हेल्दी नट्स एक बैलेंस डाइट के लिए जरूरी हैं।
नीचे मधुमेह(शुगर) के मरीजों के लिए चार सबसे अच्छे नट्स के बारे में बात करेंगे जो काफी फायदेमंद हैं।
अखरोट
पोर्शन साइज– अखरोट के 14 टुकड़े भी स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं। (बिना किसी अतिरिक्त कैलोरी सेवन के) अखरोट में प्रभावशाली न्यूट्रिएंट प्रोफाइल होते हैं। यह उन नट्स में से एक है जिसे डायबिटीज पीड़ित खा सकते हैं। ये नट्स ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, और फाइबर से भरे होते हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे फैट हमारे शरीर द्वारा बनाए नहीं जा सकते हैं। अखरोट ओमेगा-3 का अच्छा सोर्स होता है।
- अखरोट में मौजूद फैट किसी के शरीर में इंसुलिन सेंसटिविटी में सुधार कर सकती है। हार्ट से जुड़ी समस्याओं के खतरे को कम कर सकता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड अखरोट को सूजन से लड़ने का गुण भी देता है।
- फाइबर कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण(एबजॉरबेशन) को धीमा कर सकता है। जिससे भोजन के बाद तेजी से बढ़ने वाले ब्लड शुगर को रोकने में मदद मिलती है।
- अखरोट में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं। जो ओवरऑल हेल्थ में योगदान करते हैं और डायबिटीज मरीजों की पोषण से जुड़ी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
खाने के लिए मज़ेदार और स्वास्थ्यवर्धक रेसिपी- पौष्टिक नाश्ते के लिए अखरोट और भुने चने की चाट या अखरोट और दाल की पैटीज़ आज़माएँ जो ब्लड शुगर लेवल को प्रबंधित(मैनेज) करने और समग्र स्वास्थ्य(ओवरऑल हेल्थ) को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
बादाम
पोर्शन साइज- एक सामान्य सर्विंग साइज लगभग 24 बादाम या एक छोटी मुट्ठी बादाम है।
- बादाम अपनी मैग्नीशियम सामग्री के लिए जाने जाते हैं। मैग्नीशियम जो ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मैग्नीशियम इंसुलिन सेंसटिविटी में भी सुधार करता है, जो शुगर के मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
- बादाम का कुरकुरापन इसे एक बढ़िया नाश्ता बनाता है।
- इसमें हाई-फाइबर और हेल्दी फैट भी ज्यादा मात्रा में होते हैं। जो काफी लाभकारी हैं।
खाने के लिए मज़ेदार और स्वास्थ्यवर्धक रेसिपी- बादाम और सब्जी का उपमा, स्वादिष्ट और संतोषजनक विकल्प, और बादाम और मसालेदार दही।।
पिस्ता
पोर्शन साइज- एक नॉर्मल डोज लगभग 45 पिस्ता या एक छोटी मुट्ठी पिस्ता होता है।
- पिस्ता जिसे स्किनी नट्स भी कहा जाता है। ल्यूटिन, β-कैरोटीन और γ-टोकोफ़ेरॉल जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। यह शरीर में हानिकारक फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। इन मुक्त कणों(फ्री रेडिकल्स) को कंट्रोल करके पिस्ता कोशिका(सेल्स) और ऊतक क्षति(टिश्यू डैमेज) को रोकने में सहायता कर सकता है।
- पिस्ता को हाई प्रोटीन सोर्स माना जाता है और इसमें हाई-पोटेशियम और असंतृप्त(अनसैचुरेटेड) फैटी एसिड भी उच्च मात्रा में होते हैं। जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं और शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
खाने के लिए मज़ेदार और स्वास्थ्यवर्धक रेसिपी- पिस्ता एक स्वादिष्ट नाश्ता है, लेकिन इसे घर पर बने शुगर फ्री बिस्कुट के रूप में या केसर और इलायची वाले दूध के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।
मूंगफली
पोर्शन साइज- एक नॉर्मल डोज लगभग 28 मूंगफली या एक छोटी मुट्ठी पकी हुई मूंगफली है।
- तकनीकी रूप से मूंगफली को अखरोट के समान पोषक तत्व के कारण अक्सर अखरोट की श्रेणी में शामिल किया जाता है। ये प्रोटीन और हेल्दी फैट का किफायती सोर्स है।
- कम मात्रा में सेवन करने पर मूंगफली ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में मदद कर सकती है। और अपने गुण के कारण ही मूंगफली मधुमेह के मरीजों। की लिए अच्छी और लाभकारी होती है।
खाने के लिए मज़ेदार और स्वास्थ्यवर्धक रेसिपी- डायबिटीज फ्रेंडली नाश्ते के लिए कटे हुए सेब के साथ स्वादिष्ट पीनट बटर डिप बना सकते हैं या टोस्टेड व्हीट ब्रेड पर पीनट बटर लगा सकते हैं। तीखी मूंगफली चाट भी बनाई जा सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज के लिए इन सबसे अच्छे नट्स के अलावा यहां कुछ और भी नट्स हैं जिन्हें टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग आज़मा सकते हैं।
मैकाडेमिया नट्स
मैकाडामिया नट्स अपनी बनावट और स्वाद के लिए जाने जाते हैं। उनमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा होती है। यह वही हेल्दी फैट है जो जैतून के तेल में पाई जाती है। इन फैट्स को हार्ट के लिए और इंसुलिन सेंसटिविटी में सुधार करने के लिए जाना जाता है। जिस कारण मैकाडामिया नट्स डायबिटीज मरीजों के लिए अच्छा विकल्प बन जाता है।
काजू
काजू डायबिटीज के मरीजों के लिए एक और अच्छा विकल्प है। इनमें शुगर कम और प्रोटीन ज्यादा होता है। जो इसे एक पौष्टिक नाश्ता बनाता है। काजू से आयरन और जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। जो आपके ओवरऑल हेल्थ को सही करने में योगदान करते हैं।
मिश्रित(मिक्स) नट्स
यदि आप विविधता पसंद करते हैं तो आपके लिए मिश्रित नट्स सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। मिश्रित नट्स का सेवन करते समय मात्रा का ध्यान रखना आवश्यक है। मिश्रण में आमतौर पर विभिन्न प्रकार के मेवे होते हैं। उनके सबके बारे में जानना और उनका ब्लड शुगर पर क्या प्रभाव है ये जानना बहुत जरूरी है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे खराब नट्स
सभी नट्स की अपनी पोषण(न्यूट्रिशन) प्रोफ़ाइल होती है। लेकिन उनमें से सभी डायबिटीज मरीजों के लिए समान रूप से अच्छे नहीं होते हैं। इसलिए पूरी जानकारी के बाद ही किसी विकल्प का चुनाव करें।
यहां कुछ नट्स दिए गए हैं जिनका डायबिटीज मरीजों को कम मात्रा में सेवन करना चाहिए या पूरी तरह से परहेज करना चाहिए।
शहद में भूना हुआ या नमकीन नट्स
शुगर के मरीजों को चीनी की चाशनी में लिपटे या नमक में लिपटे हुए नट्स से बचना चाहिए। एडेड शुगर और नमक कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट सामग्री को काफी बढ़ा देते हैं। जिससे वे ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए एक खराब विकल्प बन जाते हैं।
कैंडिड नट्स
कैंडिड नट्स चीनी से भरे होते हैं। उनमें मौजूद शुगर नट्स के के सभी लाभों को नकार देती है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इनसे दूरी बना लेनी चाहिए।
डायबिटीज मरीजों को नट्स से होने वाले स्वास्थ्य लाभ
- वज़न प्रबंधन(मैनेजमेंट) डायबिटीज देखभाल का एक महत्वपूर्ण पहलू है। शरीर का अतिरिक्त वजन इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा सकता है और ब्लड शुगर को ज्यादा चुनौतीपूर्ण बना सकता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस के लिए सबसे अच्छे नट्स, कैलोरी से भरे होने के बावजूद, वास्तव में वजन प्रबंधन(मैनेजमेंट)(वेट मैनेजमेंट) में सहायता कर सकते हैं।नट्स में हेल्दी फैट, प्रोटीन और फाइबर होता है। यह आपके द्वारा लिए गए कैलोरी को कम करने में मदद करता है। जिससे आप स्वादिष्ट और पौष्टिक स्नैक्स का आनंद लेते हुए भी अपने वजन को बनाए रखना या कम करना आसान हो जाता है।नट्स में मौजूद प्रोटीन भोजन के थर्मिक प्रभाव (टीईएफ) को बढ़ा सकता है। इसका मतलब यह है कि शरीर प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों को पचाने(डाईजेस्ट) के लिए ज्यादा एनर्जी खर्च करता है। जिससे चयापचय(मेटाबॉलिज्म) को बढ़ावा देने और वजन घटाने में सहायता मिलती है।
- फाइबर कई नट्स का एक प्रमुख घटक है और पाचन(डाईजेशन) स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल करने में मदद मिलती है। यह ब्लड में कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम कर सकता है। जो ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद है।
- एंटीऑक्सीडेंट और सूजन डायबिटीज और इसकी के बढ़ने का एक प्रमुख कारक है। अलग तरह के नट्स में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में हानिकारक मुक्त कणों को निष्क्रिय करके सूजन से निपटने में मदद करते हैं।
- दिल(हार्ट) और दिमाग(ब्रेन) से जुड़े खतरे डायबिटीज के कारण बढ़ जाते हैं। नट्स की वजह से इस जोखिम को कई तरीकों से कम करने में मदद मिलती है।
- ओमेगा-3 जैसे फैटी एसिड ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करता है। ब्लड के थक्के बनने को रोकता है। सूजन को कम करके हृदय रोग(हार्ट डिजीज) के खतरे को कम कर सकता है।
- मैकाडामिया नट्स और बादाम में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैट, एलडीएल (बैड) कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकता है।
- नट्स में मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करके और एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे को कम करके हार्ट के लिए काफी योगदान दे सकता है।
पोषण से जुड़े अन्य लाभ
डायबिटीज मरीजों के लिए ऊपर बताए गए फायदों के अलावा और भी लाभ हैं। इन सब के अलावा नट्स जरूरी पोषक तत्वों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं-
- विटामिन – नट्स में कई विटामिन होते हैं, जिनमें से एक है विटामिन ई। जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। विटामिन बी जैसे नियासिन और फोलेट, जो ऊर्जा मेटाबॉलिज्म और नर्व फंक्शन में मदद करते हैं।
- खनिज– नट्स मैग्नीशियम जैसे खनिज(मिनरल) से भरे होते हैं। जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करते हैं। मैग्नीशियम के साथ फास्फोरस पाया जाता है जो हड्डियों की मजबूती और दांतों के लिए जरूरी है।
- प्रोटीन नट्स पौधे-आधारित(प्लांट-बेस्ड) प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स हैं। शाकाहारी लोगों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है। नट्स में मौजूद प्रोटीन ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होते हैं।
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नट्स को भिगोकर खाने से होने वाला लाभ
बादाम और अखरोट को खाने से पहले भिगोने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। यह बात बादाम पर विशेष रूप से लागू होती है। भिगोने और छिलका हटाने से पोषक तत्वों की क्षमता और बढ़ सकती है।
नट्स को भिगो कर इस्तेमाल करने के कुछ और फायदे भी हैं-
पाचन शक्ति(डाईजेशन) में सुधार हो सकता है
नट्स को भिगो कर खाने से उन्हें पचाने में आसानी हो सकती है। उदाहरण के लिए बादाम भिगोने से उनमें एंटीन्यूट्रिएंट लेवल कम हो सकता है।
पोषक तत्व प्रबंधन (न्यूट्रिएंट मैनेजमेंट)
भिगोने से टैनिन और फाइटिक एसिड कम हो जाता है। नट्स को भिगोने से कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज ज्यादा मिलते हैं जो अवशोषण के लिए मदद करते हैं।
छिला हुआ बादाम
बादाम के छिलकों में टैनिन होता है। जो पोषक तत्वों(न्यूट्रिशन) के अवशोषण(एबजॉरबेशन) को रोक सकता हैं। छिलका हटा देने से टैनिन का प्रभाव कम हो जाता है।
नट्स खाने का सबसे अच्छा समय
इसका कोई ऐसा फिक्स टाइम नहीं है कि आपको भीगे हुए नट्स का सेवन कब करना चाहिए। शाम को एक आदर्श समय माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नट्स में पाया जाने वाला फैट। एऔर प्रोटीन सोते समय एनर्जी का एक स्टेबल सोर्स बनाए रखता है।
भिगोने के बाद उन्हें अच्छी तरह से धो कर सुखा लेना चाहिए। जिससे की सारी गंदगी निकल जाए।
नाश्ते के अलावा अपने दैनिक डाइट में नट्स को कैसे शामिल करें?
नट्स की इतनी सारी खूबियां साधारण स्नैक्स के अलावा भी और कई तरह से आपके डाइट में शामिल करने की अनुमति देती है। यहाँ कुछ विचार हैं-
दैनिक डाइट में नट्स को कैसे शामिल करें? | ||||
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समय | शामिल करने के तरीके | |||
नाश्ता |
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दोपहर का भोजन(लंच) |
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स्नैक्स |
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रात का खाना (डिनर) |
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निष्कर्ष
डायबिटीज के मरीजों के लिए अपने डाइट में सही नट्स को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। डायबिटीज को ध्यान में रखते हुए अपने ब्लड शुगर लेवल को मैनेज कर सकते हैं। आप नट्स द्वारा मिलने वाले पोषण से जुड़े लाभ ले सकते हैं। नट्स आपके डाइट के लिए अच्छे हैं लेकिन एक व्यक्तिगत डाइट प्लान के लिए किसी हेल्थ केयर एक्सपर्ट या किसी डाइटीशियन से सलाह लेना बहुत जरूरी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
जी हां, नट्स को सलाद, दही, दलिया में मिलाया जा सकता है। यहां तक कि चिकन या मछली के लिए कोटिंग के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। नट्स बहुत फायदेमंद चीज है।
हाई कार्बोहाइड्रेट और शुगर से बने होने के कारण चीनी या नमक से भुने(रोस्टेड) हुए मेवे और कैंडिड नट्स से बचना चाहिए। इनसे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है।
नट्स वजन प्रबंधन(मैनेजमेंट) में सहायता कर सकते हैं। हेल्दी फैट, प्रोटीन और फाइबर आपकी पूरी तरह से मदद कर सकता है। ये ओवरऑल कैलोरी इंटेक(सेवन) को कम कर सकता है।
नमकीन नट्स खाने में अच्छा हो सकता है। लेकिन बिना नमक वाली किस्मों का चयन करना बुद्धिमानी है। ज्यादा नमक हाई-ब्लडप्रेशर में योगदान कर सकता है। जो हार्ट डिजीज का एक मुख्य कारण है। इसलिए ये डायबिटीज मरीजों के लिए चिंता का विषय है।
ब्लड शुगर लेवल को कम करने वाला नट्स प्रीडायबिटीज के लिए सबसे अच्छा होता है। कुछ उदाहरण निम्न हैं-
1. बादाम
2. काजू
3. मूंगफली
4. पेकान
5. पिस्ता
6. अखरोट
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