भारत समेत दुनिया भर में डायबिटीज यानी शुगर एक गंभीर बीमारी बन चुकी है। ये बीमारी पहले ज्यादातर बुजुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन बीते कुछ वर्षों से ये किसी भी उम्र में आपको अपना शिकार बना ले रही है। यहां तक कि बच्चों को भी शुगर हो रहा है। आपको बता दें, शुगर हृदय संबंधी रोग, लिवर की बीमारी, अंधापन और कई अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। शुगर को अक्सर लोग “साइलेंट किलर” भी कहते हैं, क्योंकि इसका तब तक पता नहीं चल पाता जब तक यह गंभीर समस्याओं का कारण न बन जाए।
वहीं महिलाओं की तुलना में पुरुषों में डायबिटीज का खतरा अधिक होता है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में डायबिटीज अधिक होने का एक कारण यह हो सकता है कि पुरुषों में नियमित रूप से अपने डॉक्टर के पास जाने और डायबिटीज के लिए टेस्ट कराने की संभावना कम होती है। इसके अलावा, अगर बीमारी कोई गंभीर लक्षण पैदा नहीं कर रही है, तो उन्हें पता भी नहीं चलेगा कि उन्हें डायबिटीज है। टाइप 2 डायबिटीज, डायबिटीज का सबसे आम रूप होता है, जो अक्सर शुरूआती दौर में लक्षणहीन होता है। इसका मतलब यह है कि कई पुरुषों को डायबिटीज हो सकता है और उन्हें पता भी नहीं चलता।
पुरुषों में शुगर के लक्षण(Symptoms of Diabetes in Men)
पुरुषों में शुगर के लक्षण (sugar symptoms in male) को उनकी शरीर की प्रतिक्रिया के अनुसार समझा जा सकता है। दरअसल, जब भी शुगर बढ़ता या घटता है तब हमारे शरीर में अलग-अलग तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। जिन्हें ध्यानपूर्वक देखने और समझने से समझा जा सकता है। जैसे-
- थकान होना
- वजन बढ़ना
- बार-बार पेशाब लगना
- बहुत तेज प्यास लगना
- बार-बार भूख लगना
- धुंधला दिखाई देना
- नपुंसकता
1- थकान होना(Fatigue)
पुरुषों में शुगर लेवल हाई होने के कारण थकान जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। दरअसल, हाई ब्लड शुगर का लेवल शरीर में ऊर्जा पैदा करने वाली कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। डायबिटीज भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण में भी बाधा डाल सकता है, जिससे थकान की भावना पैदा हो सकती है। यदि आप डायबिटीज के अन्य लक्षणों के साथ थकान का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको तुरंत जांच के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बचाव के उपाय
शुगर से बचाव का सबसे सही तरीका है संतुलित डाइट लेना। संतुलित डाइट का तात्पर्य है कि ओवर इटिंग से बचें और अपनी डाइट में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और लीन प्रोटीन शामिल करें। साथ ही हेल्दी फैट के लिए एवोकैडो, बीन्स, जैतून व मुंगफली के तेल का सेवन करें। एक रिसर्च के मुताबिक सुबह हेल्दी फैट खाने से दिमाग और शरीर दोनों काफी ज्यादा एक्टिव रहता है, जिससे आलस जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
2- वजन बढ़ना(Weight Gain)
पुरुषों में जब शरीर इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधी हो जाता है, तो ब्लड शुगर का लेवल (blood sugar level) बढ़ जाता है। इससे व्यक्ति का वजन बढ़ना शुरू हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर अतिरिक्त चीनी को फैट के रूप में संग्रहित करना शुरू कर देता है। जिसके चलते डायबिटीज से पीड़ित लोग अक्सर वजन बढ़ने का अनुभव करते हैं।
बचाव के उपाय
पुरुषों में वजन बढ़ने को शुगर के सबसे प्रमुख लक्षणों में से एक माना जाता है, जिसका मुख्य कारण होता है शारीरिक रूप से निष्क्रिय होना। इससे बचाव का सबसे कारगर उपाय है फिजिकल एक्टिव रहें। अगर आप रोजाना कम से कम 30 मिनट तक की मध्यम गति वाली एक्सरसाइज करते हैं, तो आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। इसमें आप टहलना, धीमी दौड़ और किसी वर्कआउट स्पेशलिस्ट के सुझाव के अनुसार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकते हैं। साथ ही वजन कम करने के लिए आप क्या खाते हैं, इसका ध्यान रखना जरूरी होता है।
3- बार-बार पेशाब लगना(Frequent Urination)
कई लोगों को बार-बार पेशाब आता है, जिसे अक्सर सामान्य बात मानकर नजरअंदाज कर दिया जाता है। जबकि बार-बार पेशाब आने को शुगर के गंभीर लक्षणों में से एक माना जाता है। इसके अलावा जब बार-बार पेशाब आने के साथ उसका रंग पीला दिखाई दे और फल जैसी गंध आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह सभी लक्षण पुरुषों में शुगर बढ़ने के संकेत माने जाते हैं।
बचाव के उपाय
डायबिटीज पेशाब के रास्ते में मौजूद नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे मूत्राशय अतिसक्रिय हो जाता है और बार-बार आपको बाथरूम जाना पड़ सकता है। यदि आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो डॉक्टर को दिखाना और जल्द से जल्द डायबिटीज का टेस्ट और इलाज कराना महत्वपूर्ण होता है। इलाज न किए जाने पर डायबिटीज अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
4- बहुत तेज प्यास लगना(Excessive Thirst)
हाई ब्लड शुगर लेवल बार-बार पेशाब लगने का कारण बन सकता है। जिससे डिहाइड्रेशन होता है। इस प्रकार, यदि आपको बार-बार प्यास लगती है और मुंह सूखता है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपको डायबिटीज है। जिसके लिए किसी हेल्थ एक्सपर्ट से कंसल्ट करना जरूरी होता है। इस समस्या को मेडिकल की भाषा में पॉलीडेप्सिया कहते हैं। जिसमें आपको प्यास लगने के साथ-साथ मुंह भी सूख जाता है।
बचाव के उपाय
अगर आपको बहुत ज्यादा प्यास लगती है और मुंह सूखा रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। दरअसल शुगर होने के कारण जब इंसुलिन ठीक से काम नहीं करता है, तो पेशाब में ग्लूकोज की अधिकता के कारण अधिक पानी की जरूरत होती है। जिसके चलते कम अंतराल में बार-बार पेशाब लगने की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। इससे बचाव के लिए मीठे पेय पदार्थों से बचने की सलाह दी जाती है। साथ ही किसी हेल्थ एक्सपर्ट के सुझाव के अनुसार अपनी डाइट में भी बदलाव करना चाहिए।
5- बार-बार भूख लगना(feeling hungry frequently)
ज्यादा भूख लगना पुरुषों में डायबिटीज के मुख्य लक्षणों (signs of diabetes in a male) में से एक है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके कुछ कारण हैं। दरअसल जब आपके ब्लड शुगर का लेवल बहुत अधिक हो जाता है, तो आपका शरीर इसे आपके पेशाब के रास्ते बहाकर शुगर से छुटकारा पाने की कोशिश करता है। इससे आपको प्यास ज्यादा लगती है, इसलिए आप अधिक तरल पदार्थ पीते हैं। इसकी जह से आपका पेशाब पतला हो जाता है और शरीर से अधिक शुगर बाहर निकल जाती है। वहीं आपके ब्लड में मौजूद अतिरिक्त शुगर आपके दिमाग को भूख और तृप्ति का संकेत देने के तरीके में भी हस्तक्षेप करती है। इसलिए भले ही आपने अभी-अभी खाना खाया हो, फिर भी आपको भूख लग सकती है, क्योंकि आपके दिमाग को सही संकेत नहीं मिल रहे हैं।
बचाव के उपाय
बार-बार भूख लगने से बचाव के लिए सबसे कारगर उपाय है, जब भी खाना खाएं तो खूब चबा-चबाकर खाने की कोशिश करें। इससे खाना पचने में आसानी होगी और इससे मिलने वाली ऊर्जा से भूख कम लगती है। इसके अलावा आप अखरोट खा सकते हैं। अखरोट प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, जिसे खाने से आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। अधिक भूख लगने पर दलिया खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही आप सेब खा सकते हैं, क्योंकि सेब में पेक्टिन होता है, जो भूख को शांत करने में मदद करता है।
6- धुंधला दिखना(Blurred Vision)
पुरुषों में धुंधली दृष्टि यानी धुंधला दिखना डायबिटीज के सबसे आम दुष्प्रभावों में से एक है। दरअसल, डायबिटीज की वजह से शरीर में ग्लूकोज का हाई लेवल अधिकांश अंगों के लिए हानिकारक होता है, लेकिन सबसे पहले ये आंखों को नुकसान पहुंचाता है। इसीलिए अगर आपकी आंखों की रोशनी अचानक कम होने लग जाए तो तुरंत अपना डायबिटीज टेस्ट कराएं और इसका इलाज कराएं।
बचाव के उपाय
घूम्रपान करने वाले लोगों को अपनी रोशनी में सुधार लाने के लिए तुरंत स्मोकिंग करना छोड़ देना चाहिए। साथ ही अपनी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट, ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ए से भरपूर भोजनों को शामिल करना चाहिए। जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने के साथ-साथ आंखों की रोशनी में भी सुधार करते हैं।
7- नपुंसकता(Impotency)
पुरुषों में डायबिटीज के सबसे आम लक्षणों में से एक नपुंसकता, या स्तंभन दोष है। ऐसा तब होता है जब ब्लड शुगर का लेवल काफी हाई होता है। दरअसल इसकी वजह से इरेक्शन को नियंत्रित करने वाली ब्लड वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचता है। जिसके चलते पुरुष नपुंसकता का अनुभव करते हैं, हालांकि उचित इलाज की मदद से इस समस्या से उबरा जा सकता है।
बचाव के उपाय
शुगर बढ़ने पर पुरुषों में सबसे गंभीर समस्याओं में से एक नपुंसकता है। जिसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी कहा जाता है। इससे बचाव के लिए हेल्थ एक्सपर्ट नियमित रूप से एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। जिससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा बन जाता है। साथ ही स्ट्रेस लेने जैसी समस्याओं से निदान पाने के लिए उचित कदम उठाना चाहिए। जिसके चलते ब्लड शुगर लेवल सामान्य स्थिति में बना रह सकता है।
और पढ़े : डायबिटीज के मुख्य कारण क्या होते है?
खाने-पीने का खास ख़्याल रखें
अगर आपके परिवार में डायबिटीज का इतिहास है (Family history of diabetes) और पहले से ही आप बॉर्डरलाइन डायबिटीज का शिकार हैं तो जीवनशैली में कुछ बदलाव आपके डायबिटीज को नियंत्रित रखने के साथ-साथ आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचा सकते हैं। जैसे- पर्याप्त प्रोटीन, विटामिन और पत्तेदार सब्जियां शामिल करके अपने भोजन को संतुलित करने से आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। स्टार्च, फल, सब्जियां, हेल्दी फैट और प्रोटीन के एक समान मिश्रण से आपके लिए एक अच्छा, संतुलित और सुपाच्य भोजन बन सकता है। वहीं, कार्बोनेटेड पेय, फ़िज़ी शुगर वाले रस, सोडा, कैंडी और मिठाइयों जैसी अतिरिक्त चीनी से परहेज करना आपके डायबिटीज के लेवल को कम करने में सहायक साबित होगा।
डायबिटीज के कितने मरीज हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में इस समय 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हैं। वहीं बीते 40 सालों में डायबिटीज की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या चार गुना बढ़ी है। जबकि, अकेले साल 2016 में, लगभग 16 लाख लोगों की मौत डायबिटीज़ की वजह से हुई थी।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (National Library of Medicine) की रिपोर्ट के मुताबिक, अनुमान है कि 20-79 वर्ष की आयु के वयस्कों में नौ मौतों में से एक में डायबिटीज का योगदान होता है। डायबिटीज और इससे संबंधित समस्याओं की रोकथाम आवश्यक है, विशेष रूप से मध्यम आय वाले देशों में, जहां मौजूदा समय में इसका प्रभाव सबसे बड़ा होने का अनुमान है।
निष्कर्ष
दुनिया में हर रोग से बचने के लिए या उसके लक्षणों को कम करने के लिए कई उपाय हैं। खासतौर से वो उपाय जो आप अपने दैनिक जीवन में कर सकते हैं, वो सबसे असरदार होते हैं। डायबिटीज से अगर आप बचना चाहते हैं या इससे जल्दी ठीक होना चाहते हैं तो आपको इन उपायों को अपने दैनिक जीवन में उतारना चाहिए। जैसे – धूम्रपान छोड़ना या कम करना, रोजाना किसी शारीरिक गतिविधि में शामिल होना, संतुलित आहार लेना और अपने वजन पर नियंत्रण रखना। ऐसा कर के आप डायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको अपने ब्लड शुगर लेवल की समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए।
और पढ़े : महिलाओं में शुगर के लक्षण
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शुगर होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव या संकेत दिखाई देते हैं, जैसे- थकान होना, वजन का अचानक बढ़ना या घटना, बार-बार पेशाब आना, बहुत तेज प्यास लगना या मुंह सूख जाना, आंखों की रोशनी धुंधली होना आदि, इन संकेतों को पुरूषों में शुगर का लक्षण माना जाता है। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
अधिक गर्मी न होने और पर्याप्त पानी पीने के बावजूद अक्सर कई लोगों का मुंह सूखा रहता है। दरअसल जिनमें शुगर के लक्षण होते हैं उन्हें बार-बार पेशाब लगती है, ऐसे में उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिसके चलते मुंह सूखने लगता है। वहीं जब शुगर का लेवल हाई हो जाता है तो सलाइवा की कमी हो जाती है, जिसके चलते मुंह सूख जाता है। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
शुगर लाइफस्टाइल से जुड़ी एक बीमारी है, ऐसे में शुगर से बचाव का सबसे सही तरीका है, अपनी डाइट का ख्याल रखना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना। साथ ही स्वीट ड्रिंक्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स, अधिक कार्ब वाले भोजन न करने की सलाह दी जाती है। फिजिकली एक्टिव रहने, पर्याप्त नींद लेने और पानी पीने, लीन प्रोटीन और फलियां खाने आदि के साथ-साथ रेगुलर चेकअप को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करके शुगर से बचा जा सकता है।
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