Last updated on नवम्बर 15th, 2023
नारियल पानी को “प्राकृतिक स्पोर्ट्स ड्रिंक” के रूप में भी जाना जाता है। इसे हाइड्रैशन, ग्लुकोज़ और इलेक्ट्रोलाइट्स का प्रचुर स्त्रोत माना जाता है। नारियल पानी एक पतला और मीठा पेय है जो कच्चे हरे नारियल से मिलता हैं। नारियल मीट में बहुत अधिक मात्रा में फैट या वसा पाई जाती है जबकि नारियल पानी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है। कई कंपनियां नारियल पानी में चीनी, फ्लेवर्स और अन्य फ्रूट जूस मिल कर भी इसे बेचती हैं। इसलिए मधुमेह रोगी यह सोचते हैं की क्या नारियल पानी उनके ग्लूकोज़ स्तर को प्रभावित करता है या नहीं। इस ब्लॉग में, आइए जानते हैं कि क्या मधुमेह के रोगियों के लिए नारियल पानी फायदेमंद है?
नारियल पानी एक ऐसा अमृत है जिसे लोग कभी भी और कहीं भी ले सकते हैं। यह पेय ताजा, स्वच्छ और प्रिज़रवेटिव या कृत्रिम मिठास से मुक्त है। इस पेय के कई स्वास्थ्य लाभ है। नारियल पानी व्यायाम के पहले और बाद में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखता है। इसमें दो प्रमुख साल्ट होते हैं, सोडियम और पोटेशियम। साथ ही नारियल पानी में विटामिन और मिनरल भी होते हैं। इनमें लोहा, जस्ता, कैल्शियम, फास्फोरस, तांबा, मैंगनीज और महत्वपूर्ण अमीनो एसिड शामिल हैं। यह व्यक्ति के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इस प्रकार नारियल पानी मधुमेह रोगियों के लिए भी एक श्रेष्ठ पेय है। इस ब्लॉग में, आइए जानते हैं कि मधुमेह के रोगी के लिए नारियल पानी कैसे एक अच्छा पेय हो सकता है।
क्या आप नारियल पानी में चीनी की मात्रा के बारे में जानते हैं?
नारियल पानी में प्राकृतिक रूप से मौजूद शर्करा इसके मीठे स्वाद के लिए जिम्मेदार होती है। अधिकांश पैकेज्ड नारियल पानी में शुगर का स्तर अधिक होता है, जो हमेशा इसमें चीनी मिलाए जाने की वजह से नहीं होता। इसमें प्रति 330ml कार्टन में 15g तक चीनी शामिल हो सकती है और कभी-कभी नारियल पानी एक कॉन्सेंट्रेटेड या गाढ़े रूप में हो सकता है। इसमें उपस्थित चीनी लगभग 4 बड़े चम्मच चीनी के बराबर होती है। इसलिए, हमेशा ऐसे उत्पादों का प्रयोग करें जिनमें प्रति 100 मिलीलीटर में 2 ग्राम से कम चीनी हो। इसके अलावा, आप केवल 1-2 कप तक इसे पी सकते हैं।
सारांश
नारियल पानी में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा अधिक होती है जबकि शुगर की मात्रा कम होती है। हालाँकि, आपको चीनी द्वारा मीठे किए गए नारियल पानी से बचना चाहिए, जो आपके कैलोरी सेवन और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। पशु अनुसंधान या एनिमल रिसर्च के अनुसार, पके नारियल पानी के सेवन से रक्त शर्करा और हीमोग्लोबिन A1C का स्तर कम हो सकता है। इसके अलावा, यह स्वादिष्ट और प्राकृतिक है। इसलिए, अगर आप एक ऐसा स्वादिष्ठ पेय पीना चाहते हैं जो आपकी रक्त शर्करा या ब्लड शुगर को ना बढ़ाएं तो नारियल पानी आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है।
क्या मधुमेह रोगियों के लिए नारियल पानी अच्छा है?
नारियल पानी और मधुमेह रोगियों के लिए इसके लाभों पर बहुत कम शोध हुआ है। कुछ जानवरों के अध्ययन में, नारियल पानी के सेवन से ग्लूकोज नियंत्रण अच्छा देखा गया है। एक अध्ययन में, चूहों को एलोक्सन नामक मधुमेह-उत्प्रेरण दवा के इंजेक्शन दिए गए थे। उन्हें 45 दिनों की अवधि के लिए पका हुआ नारियल पानी पिलाया गया। यह पाया गया कि नारियल पानी से जानवरों में एचबीए1सी, रक्त शर्करा के स्तर और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस में कंट्रोल ग्रुप की तुलना में काफी सुधार हुआ था।
इन अच्छे परिणामों की वजह है नारियल में मौजूद उच्च मैंगनीज, विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और एल-आर्जिनिन। यह सभी इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में सहायता करते हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है की पके हुए नारियल पानी में कच्चे नारियल पानी से ज़्यादा वसा पाई जाती है इसलिए यह अनिश्चित है कि नियमित रूप से नारियल पानी पीने से एक जैसे प्रभाव पड़ते हैं या नहीं। नारियल पानी का मीठापन उसमें मौजूद प्राकृतिक शर्करा की वजह से होता है इसलिए अन्य चीनी से मीठे किए गए पेय की तुलना में यह अधिक स्वस्थ विकल्प है। चीनीरहित नारियल पानी शरीर में ग्लूकोज के स्तर पर भी कम प्रभाव डालता है। हालांकि, इन्हें सिर्फ़ रोज़ाना एक से दो कप (240 से 480 मिली) तक ही लें।
सारांश
पके नारियल पानी का सेवन रक्त शर्करा और हीमोग्लोबिन A1C (HbA1C) के स्तर को कम कर सकता है। ऐसे में को बिना मीठा नारियल पानी का सेवन करना उपयुक्त होता है और दिन में केवल एक से दो कप (240 से 480 मिली) तक ही इसका सेवन करना चाहिए।
नारियल पानी शुगर के मरीज़ो की कैसे सहायता करता है?
जानते हैं कि कैसे नारियल पानी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में शुगर मरीज़ो की मदद करता है। इसमें शामिल महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं।नारियल पानी में कई तरह के विटामिन और मिनरल होते हैं। वे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। नारियल पानी में शामिल पोशाक तत्व हैं जैसे पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर, लोहा (आइरन), सोडियम और कैल्शियम, ये सभी ब्लड शुगर लेवल में संतुलन बनाए रखने में सहायता करते हैं।
नारियल पानी में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है
नारियल पानी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है। इसके अलावा, इसमें थोड़ी प्राकृतिक चीनी होती है, इसलिए यह किसी व्यक्ति के ग्लूकोज के स्तर को नहीं बढ़ाता।
यह चयापचय दर या मेटाबोलिज़्म में सुधार करता है
- जब चयापचय की दर या मेटाबोलिज़्म में सुधार की बात आती है तो नारियल पानी एक उत्कृष्ट विकल्प है। नारियल पानी:
- प्यास को जल्दी बुझाता है
- भूख को नियंत्रण में रखता है
पाचन की दर को आसान करता है।
चयापचय की बेहतर दर किसी व्यक्ति के शरीर को भोजन न पचा पाने की स्थिति को सही करने में मदद करता है। मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ाने के लिए नारियल पानी एक बेहतरीन विकल्प है। सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें कार्ब की मात्रा कम होती है। इससे आपका पेट भर हुआ लगता है जिससे आपकी भूख नियंत्रित रहती है। नारियल पानी में कैलोरी की मात्रा कम होती है। इसके अलावा, यह पेट के लिए हल्का होता है। इसमें जैव सक्रिय एंजाइमों की एक अच्छी संख्या होती है। ये एंजाइम पाचन में मदद करते हैं और चयापचय की दर को बढ़ाते हैं। शरीर में अधिक चयापचय दर के कारण वसा आसानी से टूट जाती है।
रक्त परिसंचरण या प्रवाह में सुधार
मधुमेह वाले लोगों में आमतौर पर खराब रक्त परिसंचरण होता है। यह दृष्टि या आँख की समस्याओं, गुर्दे की विफलता और मांसपेशियों में ऐंठन को जन्म दे सकता है। नारियल पानी ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करता है। साथ ही यह शरीर में रक्त के प्रवाह को सामान्य करता है।
फाइबर युक्त स्रोत
नारियल पानी में भरपूर फाइबर होता है। इसके अलावा, इसमें विभिन्न अमीनो एसिड होते हैं, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। फाइबर शरीर में ग्लूकोज को पचाने में मदद करता है और मधुमेह के लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
वजन घटाने में सहायक
मोटापे के परिणामस्वरूप रक्त शर्करा के स्तर की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, मधुमेह के लोगों का अक्सर असामान्य वजन बढ़ जाता है। इसलिए चूंकि नारियल पानी में कम कैलोरी और उच्च जैव-एंजाइम होते हैं, यह पाचन की प्रक्रिया में मदद करने में मददगार साबित होता है। रोजाना नारियल पानी का सेवन कैलोरी की मात्रा को कम करने में मदद करता है।
सारांश
नारियल पानी कई पोषक तत्वों और खनिजों से भरपूर है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसके अलावा, यह स्वाद में अच्छा और पूरी तरह से प्राकृतिक है। इन सभी कारणों से, मधुमेह वाले व्यक्तियों को इसे पीने की सलाह दी जाती है। फिर भी, आपको बिना मिठास वाले नारियल पानी को लेने की सलाह दी जाती है। साथ ही, मधुमेह में सहायता के लिए एक व्यक्ति को प्रतिदिन केवल एक से दो कप तक ही नारियल पानी लेना चाहिए। इससे ज़्यादा मात्रा व्यक्ति के लिए अस्वस्थ साबित हो सकती है। ध्यान रखें, संयम महत्वपूर्ण है।
नारियल पानी पीने के तरीके
- थोड़ा सा नींबू पानी निचोड़कर नारियल पानी का सेवन करें। इससे सिट्रस स्पर्ट मिलता है।
- चिया सीड्स के साथ नारियल पानी मधुमेह रोगियों के लिए एक स्फूर्तिदायक पेय होता है।
- मधुमेह वाले लोगों के लिए खाली पेट सादा, पतला नारियल पानी का सेवन करना फ़ायदेमंद होता है।
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नारियल पानी पीने का सबसे अच्छा समय
नारियल पानी पीने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है। नारियल पानी में मौजूद लॉरिक एसिड कई तरह से मदद करता है जैसे:
- मेटाबोलिज़्म को मजबूत बनाना
- प्रतिरक्षा या इम्यूनिटी में सुधार
- वजन घटाने में मदद
मधुमेह रोगियों को डॉक्टर के दिशा-निर्देशों के अनुसार रोजाना एक गिलास नारियल पानी का सेवन करना चाहिए।
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नारियल पानी के अधिक सेवन के नुकसान
नारियल पानी स्वच्छ, जीवाणुरहित और एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है। यह निर्जलीकरण की समस्या से निपटने के सबसे आदर्श पेय है। फिर भी, नारियल पानी के अत्यधिक सेवन के कई जोखिम और कमियां हैं।
इसमें पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है। यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है जो किडनी से पानी निकालने में मदद करता है। ज़्यादा नारियल पानी अतिरिक्त पानी निकालने के किड्नी के कार्य में बाधा उत्पन्न करते हैं।
नारियल पानी में ग्लूकोज ज़्यादा नहीं होता, साथ ही इसमें प्राकृतिक चीनी भी होती है। लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है।
नारियल पानी ब्लड प्रेशर को कम करता है। नतीजतन, गर्भवती महिलाओं और निम्न रक्तचाप वाले व्यक्तियों को इसके बहुत अधिक सेवन से बचना चाहिए।
इस प्रकार, किसी भी संदेह के मामले में, क्या पतला/हल्का नारियल पानी या बिना मीठा नारियल दूध मधुमेह वाले लोगों के लिए अच्छा है या नहीं, इसे लेने से पहले एक हेल्थकेयर प्रोवाइडर से परामर्श करें।
सारांश
नारियल पानी पोषक तत्वों से भरपूर और हाइड्रेटिंग ड्रिंक है। यह ग्लूकोज का एक उचित स्रोत होने के साथ-साथ विटामिन और खनिजों में उच्च है। दूसरी ओर, चीनी द्वारा मीठे किए गए नारियल पानी से बचना चाहिए। यह कैलोरी की खपत और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को मधुमेह है और वह नारियल पानी का सेवन करना चाहता है, तो सुनिश्चित करें कि आप बिना चीनी वाली रेंज का चुनाव करें। इसके अलावा, सेवन को प्रति दिन 240-280 मिलीलीटर तक सीमित रखें।
सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न:
नारियल पानी में कैल्शियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाई जाती है, इसलिए शुगर में नारियल पानी पीना अच्छा माना जाता है। अगर नारियल पानी का नियमित रूप से सेवन किया जाय तो शुगर कंट्रोल में रहता है, इसके लिए मैग्निशियम लाभदायक मिनिरल है। साथ ही नारियल पानी इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने में भी मददगार होता है।
नारियल पानी में कार्ब्स की संख्या कम होती है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियमित करने में सहायता करता है। गर्भावधि मधुमेह वाली गर्भवती महिलाएं स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार नारियल पानी का सेवन कर सकती हैं।
क्या टाइप 1 मधुमेह के रोगी नारियल पानी पी सकते हैं?
हां, नारियल पानी का नियमित रूप से मध्यम सेवन मधुमेह के रोगियों में ग्लूकोज के स्तर को मैनेज करने में मदद करता है।
क्या नारियल पानी मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा को बढ़ाता है?
नहीं, नारियल पानी ग्लूकोज के स्तर को नहीं बढ़ाता है। नारियल पानी का जीआई स्कोर 54 है। यह दर्शाता है कि यह मधुमेह रोगियों में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है।
क्या टाइप 2 मधुमेह रोगियों के लिए नारियल पानी अच्छा है?
नारियल पानी में मौजूद मैग्नीशियम इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है। साथ ही, यह टाइप 2 मधुमेह रोगियों के लिए रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है।
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