मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम : दुष्प्रभाव और उपाय – Metformin 500 mg Side Effects in Hindi

Medically Reviewed By DR. RAKESH SOOD मार्च 28, 2024

Last updated on मार्च 28th, 2024

मेटफॉर्मिन टाइप 2 डायबिटीज के लिए सबसे ज्यादा दी जाने वाली दवाओं में से एक है। यह ब्लड शुगर लेवल को कम करने में काफी कारगर है, लेकिन हर दवा की तरह, इससे भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिनके बारे में मरीजों को पता होना चाहिए। आज हम विस्तार से जानेंगे 500 मिलीग्राम वाली मेटफॉर्मिन के साइड इफेक्ट्स के बारे में। हम देखेंगे कि मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम के दुष्प्रभाव क्या हैं और साथ ही इनको कम करने के उपायों के बारे में भी बात करेंगे।

मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम क्या है?

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम एक दवा है, जो खासतौर से टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यह दवा ब्लड शुगर लेवल को कम करने में काफी असरदार है, इसलिए इसे टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए सबसे पहले दी जाने वाली दवा माना जाता है। मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें-

  • डोज़: मेटफॉर्मिन कई मात्रा में मिलती है, जैसे 500 मिलीग्राम, 850 मिलीग्राम और 1000 मिलीग्राम टेबलेट। डॉक्टर आपकी बीमारी, शरीर पर असर और दूसरी दवाओं को देखते हुए डोज़ तय करते हैं।
  • काम करने का तरीका: मेटफॉर्मिन लीवर द्वारा बनने वाले ग्लूकोज़ की मात्रा को कम करती है और साथ ही मांसपेशियों की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाती है। इससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम होता है और ग्लूकोज़ का इस्तेमाल बेहतर तरीके से हो पाता है।
  • इस्तेमाल: मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम को आमतौर पर खाने के साथ लिया जाता है ताकि पेट से जुड़ी समस्याओं से बचा जा सके। डॉक्टर के बताए अनुसार इसे दिन में एक बार या दो-तीन बार लिया जा सकता है।
  • असर: अगर डॉक्टर के बताए अनुसार ली जाए, तो मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है और साथ ही डायबिटीज से होने वाली समस्याओं, जैसे हृदय रोग, किडनी की समस्या और नसों को नुकसान, का खतरा भी कम करती है।
  • अन्य दवाओं के साथ: कुछ मामलों में बेहतर तरीके से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम को दूसरी डायबिटीज की दवाओं, जैसे सल्फोनील्यूरिया, इंसुलिन या DPP-4 इनहिबिटर्स, के साथ भी दिया जा सकता है।
  • सुरक्षा: भले ही मेटफॉर्मिन आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन इससे कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे पेट से जुड़ी समस्याएं (जैसे मितली, डायरिया), स्वाद में बदलाव और कभी-कभी लैक्टिक एसिडोसिस (खून में लैक्टिक एसिड का बढ़ जाना) जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है। मरीजों को इन संभावित साइड इफेक्ट्स के बारे में पता होना चाहिए और किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर को बताना चाहिए।

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में अहम भूमिका निभाती है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती है। जरूरी है कि मरीज डॉक्टर के निर्देशों का पालन ध्यान से करें और किसी भी सवाल या परेशानी के बारे में डॉक्टर से बात करें।

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मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम का इस्तेमाल कैसे करें?

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम डॉक्टरों द्वारा सबसे ज्यादा दी जाने वाली मात्रा है। इसका इस्तेमाल खासतौर पर टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं इस दवा की मात्रा और आम इस्तेमाल के बारे में:

  • मात्रा: मेटफॉर्मिन कई मात्रा में आती है, जैसे 500 मिलीग्राम, 850 मिलीग्राम और 1000 मिलीग्राम टेबलेट। 500 मिलीग्राम सबसे कम मात्रा में से एक है और अक्सर शुरुआत में ही दी जाती है, खासतौर पर उन मरीजों को जो पहली बार ले रहे हैं या जिन्हें इस दवा से जल्दी दिक्कत हो सकती है।
  • आम मात्रा: बड़े लोगों के लिए डॉक्टर आमतौर पर शुरुआत में 500 मिलीग्राम की मात्रा, एक या दो बार दिन में, खाने के साथ देते हैं। इस मात्रा को धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है, जो दवा के असर और ब्लड शुगर लेवल पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को ज्यादा मात्रा, जैसे 850 मिलीग्राम या 1000 मिलीग्राम, की जरूरत पड़ सकती है, ये उनकी बीमारी पर निर्भर करता है।
  • कैसे लें: मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम की टेबलेट को खाने के साथ लिया जाता है ताकि पेट से जुड़ी समस्याएं, जैसे मितली या डायरिया, कम हो। खाली पेट दवा लेने से ये दिक्कतें हो सकती हैं। डॉक्टर के बताए अनुसार ही इस दवा को लेना बहुत जरूरी है।
  • मात्रा में एडजस्टमेंट: कुछ समय बाद ब्लड शुगर को पूरी तरह से कंट्रोल करने और दवा के साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए मात्रा में बदलाव किया जा सकता है। इस प्रक्रिया को टिट्रेशन कहते हैं। इसमें धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाई जाती है जब तक शुगर लेवल कंट्रोल में न आ जाए।
  • दूसरी दवाओं के साथ: कभी-कभी टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम को अकेले नहीं बल्कि दूसरी दवाओं, जैसे सल्फोनील्यूरिया, इंसुलिन, DPP-4 इनहिबिटर्स या SGLT2 इनहिबिटर्स, के साथ भी दिया जाता है।
  • पहले जांच कर लें: जिन लोगों को मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम दी गई है, उनका ब्लड शुगर लेवल, किडनी फंक्शन और दूसरी जरूरी चीजों की नियमित जांच होनी चाहिए। इससे डॉक्टर को इलाज के असर का पता चलता है और वो जरूरत के हिसाब से मात्रा या दवा में बदलाव कर सकते हैं।
  • कब तक लें: मेटफॉर्मिन को आमतौर पर टाइप 2 डायबिटीज के लिए लंबे समय तक लिया जाता है। कई मरीजों को ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने और डायबिटीज से होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए इसे हमेशा लेते रहना पड़ता है।

यह जरूरी है कि मरीज डॉक्टर के बताए अनुसार मात्रा, समय और दवा लेने के तरीके का पालन करें। मेटफॉर्मिन के इस्तेमाल को लेकर किसी भी तरह की परेशानी या सवाल होने पर डॉक्टर से बात करें।

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मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम के साइड इफेक्ट्सMetformin

 

हर दवा की तरह, मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम से भी कुछ लोगों को साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ये जरूरी नहीं है कि ये सब साइड इफेक्ट्स हर किसी को हों, बहुत से लोग इसे आसानी से ले लेते हैं। फिर भी, दवा लेने से पहले इन साइड इफेक्ट्स के बारे में जानना जरूरी है ताकि आप सही जानकारी के साथ दवा ले सकें। आइए जानें मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम के कुछ आम साइड इफेक्ट्स के बारे में:

पेट से जुड़ी समस्याएं:

  • मितली और उल्टी: कुछ लोगों को मितली आ सकती है, कभी-कभी उल्टी भी हो सकती है, खासतौर पर दवा शुरू करते समय या ज्यादा मात्रा लेने पर।
  • दस्त या पतला मल: मेटफॉर्मिन से दस्त या पतला मल हो सकता है।
  • पेट में दर्द या मरोड़: दवा शुरू करते वक्त हल्का पेट दर्द या मरोड़ हो सकता है।

स्वाद में बदलाव:

  • मुंह में धातु जैसा स्वाद: मेटफॉर्मिन लेने वाले लोगों में एक आम परेशानी मुंह में धातु जैसा या अजीब सा स्वाद आना है। यह स्वाद कुछ समय के लिए रहता है।
  • भूख कम लगना: कुछ लोगों को भूख कम लग सकती है या पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है, जिससे खाने में कमी आ सकती है।

ब्लड शुगर कम होना (हाइपोग्लाइसीमिया):

  • आम तौर पर अकेले मेटफॉर्मिन लेने से शुगर बहुत कम नहीं होता, लेकिन अगर इसे दूसरी डायबिटीज की दवाओं के साथ लिया जाए या खाने के साथ न लिया जाए, तो शुगर बहुत कम होने का खतरा (हाइपोग्लाइसीमिया) बढ़ सकता है।

लैक्टिक एसिडोसिस (बहुत कम होता है, लेकिन गंभीर):

  • लैक्टिक एसिडोसिस मेटफॉर्मिन का एक दुर्लभ लेकिन गंभीर साइड इफेक्ट है। इसमें खून में लैक्टिक एसिड बढ़ जाता है, जिससे कमजोरी, असामान्य मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना और पेट में तकलीफ जैसे लक्षण हो सकते हैं। लैक्टिक एसिडोसिस में तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है और यह किडनी या लीवर की समस्या वाले लोगों में ज्यादा हो सकता है।

अन्य दुर्लभ साइड इफेक्ट्स:

  • विटामिन B12 की कमी: लंबे समय तक मेटफॉर्मिन लेने से विटामिन B12 की कमी हो सकती है, जिससे थकान, कमजोरी, शरीर में चुभन, या दिमाग से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
  • स्किन रिएक्शन: कभी-कभी मेटफॉर्मिन से रैश, खुजली या फोटोसेंसिटिविटी (धूप से ज्यादा संवेदनशील होना) जैसी स्किन रिएक्शन हो सकती हैं।
  • लीवर फंक्शन में दिक्कत: कुछ मामलों में, मेटफॉर्मिन लीवर एंजाइम को प्रभावित कर सकता है, हालांकि इससे लीवर में गंभीर दिक्कतें होना आम नहीं है।
  • किडनी फंक्शन: सामान्य किडनी फंक्शन वाले लोगों के लिए मेटफॉर्मिन आमतौर पर सुरक्षित है। लेकिन, जिन लोगों को पहले से ही किडनी की समस्या है, उनके लिए डॉक्टर सावधानी से दवा देंगे या मात्रा में बदलाव कर सकते हैं।

भले ही मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन इससे कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इन संभावित साइड इफेक्ट्स के बारे में जानना और अगर कोई दिक्कत हो तो डॉक्टर को बताना जरूरी है। आमतौर पर मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम के दुष्प्रभाव हल्के और कुछ समय के लिए ही रहते हैं, और शरीर को दवा की आदत पड़ने के साथ कम हो जाते हैं। हालांकि, लैक्टिक एसिडोसिस जैसी गंभीर समस्याओं के लिए तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर साइड इफेक्ट्स को कम करने में मदद कर सकते हैं। वो जरूरत के हिसाब से दवा की मात्रा कम कर सकते हैं या दूसरी दवा लेने की सलाह दे सकते हैं।

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मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम से साइडइफैक्ट्स होने पर क्या करें?

जब भी आपको मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम के दुष्प्रभाव हों, तो तुरंत डॉक्टर से बात करना जरूरी है। हालांकि कुछ तरीके अपनाकर आप घर पर अपना ध्यान रख सकते हैं, आइए जानें दिक्कत होने पर आप क्या कर सकते हैं-

डॉक्टर से संपर्क करें:

अपने डॉक्टर को बताएं कि आपको कौन सी दिक्कत हो रही है, ये कितनी गंभीर है और कब से है। इससे डॉक्टर को यह पता चल सकेगा कि ये दिक्कत दवा से ही हो रही है और वो आपको सही सलाह दे पाएंगे।

डॉक्टरी सलाह मानें:

डॉक्टर जो भी सलाह दें, उसे ध्यान से मानें। हो सकता है वो दवा की मात्रा कम कर दें, दवा लेने का समय बदल दें (जैसे, खाने के साथ) या दवा बंद करने के लिए कहें।

दिक्कत का ध्यान रखें:

अपनी परेशानी का पूरा रिकॉर्ड रखें, जैसे कब शुरू हुई, कितनी बार होती है और दवा लेने से कोई संबंध तो नहीं है। यह जानकारी इलाज के बारे में सही फैसला करने में डॉक्टर की मदद करेगी।

पेट से जुड़ी समस्याएं:

अगर आपको मितली, उल्टी, डायरिया या पेट में दर्द जैसी दिक्कतें हो रहीं हैं, तो डॉक्टर इनको कम करने के उपाय बता सकते हैं। जैसे, दवा को खाने के साथ लेना, मात्रा को दिन में दो बार में बांट लेना या डॉक्टर की बताई हुई कोई दवा लेना।

शुगर लेवल कम होने का खतरा:

अगर आपको शुगर लेवल कम होने का खतरा है, खासकर जब आप मेटफॉर्मिन के साथ दूसरी डायबिटीज की दवा भी ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहें। कम शुगर के लक्षणों को पहचानें और जरूरी कदम उठाएं।

विटामिन बी12 की कमी:

अगर आपको विटामिन बी12 की कमी के लक्षण दिखाई दें (जैसे, थकान, कमजोरी, शरीर में चुभन), तो डॉक्टर विटामिन बी12 लेवल की जांच करवा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे सकते हैं।

शरीर में पानी की कमी न होने दें:

पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें, खासकर अगर आपको डायरिया जैसी दिक्कत हो रही है। ज्यादा पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और आप स्वस्थ रहेंगे।

डॉक्टर के पास फॉलो-अप विज़िट:

डॉक्टर द्वारा तय की गई फॉलो-अप विज़िट पर जरूर जाएं ताकि वो देख सकें कि दवा आप पर कैसे असर कर रही है और किसी भी तरह की नई परेशानी का पता लगा सकें।

दूसरी दवाओं पर विचार करें:

कुछ मामलों में, अगर दिक्कतें बनी रहती हैं या बहुत ज्यादा हैं, तो डॉक्टर डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दूसरी दवा या इलाज का तरीका बता सकते हैं ताकि दिक्कतें कम हों।

बिना डॉक्टर से पूछे दवा लेना बंद न करें या मात्रा में बदलाव न करें। दवा को अचानक बंद करने से आपका शुगर लेवल बिगड़ सकता है और आपकी सेहत पर असर पड़ सकता है। डॉक्टर से खुलकर बात करें ताकि वो आपको सही इलाज दे सकें और मेटफॉर्मिन से होने वाली दिक्कतों को कम कर सकें।

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निष्कर्ष

मेटफार्मिन 500 मिलीग्राम के दुष्प्रभाव क्या हैं? ऊपर बताए गए बिंदुओं से स्पष्ट है कि मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कारगर दवा है, लेकिन इससे कई तरह की दिक्कतें भी हो सकती हैं। ये दिक्कतें आम पेट से जुड़ी समस्याओं से लेकर लैक्टिक एसिडोसिस जैसी गंभीर परेशानियों तक हो सकती हैं। जरूरी है कि मरीजों को इन संभावित दिक्कतों के बारे में पता हो और डॉक्टर भी उन मरीजों पर नजर रखें जो मेटफॉर्मिन ले रहे हैं। अगर सही तरीके से दवा ली जाए और सावधानी बरती जाए, तो मेटफॉर्मिन के फायदे ज्यादा होते हैं और इससे डायबिटीज को बेहतर कंट्रोल में रखा जा सकता है, साथ ही मरीज की पूरी सेहत भी अच्छी रहती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम से लैक्टिक एसिडोसिस के लक्षण क्या हैं?

अगर आपको कमजोरी, असामान्य मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना या पेट में दर्द जैसे लैक्टिक एसिडोसिस के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। लैक्टिक एसिडोसिस मेटफॉर्मिन का एक गंभीर लेकिन कम होने वाला साइड इफेक्ट है, जिसका जल्द इलाज जरूरी है।

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम से किडनी या लिवर की समस्या हो सकती है?

अगर आपको हल्की या मध्यम किडनी की समस्या है तो डॉक्टर की देखरेख में सावधानी से मेटफॉर्मिन ली जा सकती है, लेकिन गंभीर किडनी की बीमारी में इसे आमतौर पर नहीं लिया जाता है। लिवर की समस्या में भी सावधानी से और डॉक्टर की देखरेख में ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए।

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम के साइड इफेक्ट्स होने पर क्या करें?

अगर आपको पेट में दिक्कत या कोई और असामान्य लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपकी स्थिति जांच कर सकते हैं, सलाह दे सकते हैं और इलाज में जरूरी बदलाव कर सकते हैं। मेटफॉर्मिन लेते समय नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाना जरूरी है। चेक-अप की अवधि आपकी पूरी सेहत, दवा के असर और किसी भी तरह की संभावित दिक्कतों के आधार पर तय होगी।

मेटफॉर्मिन 500 मिलीग्राम से आमतौर पर होने वाली दिक्कतें क्या हैं?

500 मिलीग्राम वाली मेटफॉर्मिन से पेट से जुड़ी कई दिक्कतें हो सकती हैं, जैसे मितली, डायरिया, पेट में दर्द, मुंह में धातु जैसा स्वाद आना और भूख कम लगना। हालांकि कुछ गंभीर दिक्कतें भी हो सकती हैं, हालांकि ये कम ही होती हैं। इनमें लैक्टिक एसिडोसिस (ब्लड में लैक्टिक एसिड का बढ़ जाना) और लंबे समय तक इस्तेमाल से विटामिन बी12 की कमी शामिल है। अगर ऐसी कोई दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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