Last updated on जुलाई 2nd, 2024
लौंग या साइज़ियम एरोमेटिकम मूल रूप से विशेष सुगंध वाली फूलों की कलियाँ हैं। ये सूखे फूलों की कलियाँ चीन से उत्पन्न हुईं और मध्य युग में यूरोप और एशिया तक पहुँचीं। मसाले और औषधि जगत में लौंग खाने के फायदे सभी जानते हैं। ये लीवर और शरीर में शुगर लेवल को सामान्य करने सहित और भी कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ के लिए जानी जाती है। इसका उपयोग कई व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने के लिए, गर्म पेय, पके हुए खाद्य पदार्थों और मुख्य मसालों में किया जाता है। सर्दी से राहत दिलाने वाली लौंग मसाला चाय किसे पसंद नहीं है?
लौंग क्या है? | Laung in Hindi
लौंग, लौंग के पेड़ की सूखी हुई फूल की कलियाँ हैं। लौंग एक प्रमुख मसाला है जिसका उपयोग दुनिया भर में खाना पकाने के कई तरीकों में किया जाता है। भारत में यह एक घरेलू उपचार है जो कई बीमारियों को ठीक कर सकता है। ये तेज़ सुगंधित मसाला है जिसका उपयोग भोजन को एक अलग स्वाद देने के लिए किया जाता है। ये गहरे भूरे रंग की कलियाँ कई व्यंजनों जैसे करी, कुकीज़, ब्रेड आदि को तीखापन देती हैं। इसका उपयोग लौंग पाउडर के रूप में या पूरी कली के रूप में भी किया जा सकता है। यह दालचीनी और जायफल जैसे अन्य मसालों या जड़ी-बूटियों के समान है। आप विभिन्न दादी के नुस्खे में लौंग खाने के फायदे को समझ सकते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए जाड़े के दिनों में सर्दी और गले की खराश को ठीक करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
लौंग का न्यूट्रिशन वैल्यूज | Nutritional Values of Laung in Hindi
लौंग विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे न्यूट्रिएंट से भरपूर होती है। यह न्यूट्रिएंट का एक अच्छा सोर्स है और किसी भी व्यंजन में भरपूर स्वाद जोड़ता है।
इस टेबल में 2 ग्राम पिसी हुई लौंग में मौजूद कई न्यूट्रिएंट और उनकी मात्रा को दर्शाया गया है-
लौंग का न्यूट्रिशन वैल्यूज | ||||
---|---|---|---|---|
न्यूट्रिएंट (2 ग्राम लौंग में) | मात्रा | |||
कैलोरी | 6 किलो कैलोरी | |||
कार्बोहाइड्रेट | 1 ग्राम | |||
फाइबर | 1 ग्राम | |||
शुगर(चीनी) | 1 ग्राम से भी कम | |||
मैंगनीज | दैनिक मूल्य का 55% | |||
विटामिन के | दैनिक मूल्य का 2% |
लौंग में मैंगनीज की मात्रा ज्यादा होती है जो ब्रेन और हड्डियों के लिए जरूरी खनिज है।
इन न्यूट्रिएंट के अलावा यह पोटेशियम, विटामिन के, बीटा कैरोटीन, आयरन, कैल्शियम और यूजेनॉल का भी अच्छा सोर्स है। इसमें लो-कैलोरी होती है लेकिन इसमें कुछ खनिज भी उचित मात्रा में होते हैं।
लौंग का ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड
लौंग लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है। इसका जीआई 30 है, इसमें लो-कैलोरी और लो-कार्ब होता है। लौंग ब्लड शुगर के लिए अच्छा है क्योंकि इसका जीआई और जीएल दोनों कम हैं। इसका ग्लाइसेमिक लोड 1.2/250 है जो कि बहुत कम है।
और पढ़े : नॉर्मल शुगर लेवल कितना होना चाहिए ?
लौंग खाने के फायदे | Laung Khane ke Fayde
कुछ आवश्यक न्यूट्रिएंट की अच्छी मात्रा के साथ-साथ लौंग के फायदे भी बहुत से हैं। ये पिगमेंट बीटा कैरोटीन का एक अच्छा सोर्स हैं जो इसके भूरे रंग के लिए भी जिम्मेदार है। बीटा कैरोटीन में एंटीऑक्सीडेंट और प्रोविटामिन गुण होते हैं। यह विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है जो आंखों और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक जरूरी न्यूट्रिएंट है।
लौंग खाने के कई फायदे हैं
1- एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट
लौंग एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो विभिन्न प्रकार की पुरानी बीमारियों के उपचार में सहायता करता है। एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करता है जो हार्ट डिजीज, कैंसर और शुगर(मधुमेह) जैसी पुरानी बीमारियों को रोकता है। लौंग यूजेनॉल जैसे प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है जो किसी भी अन्य एंटीऑक्सीडेंट की तुलना में फ्री-रेडिकल्स (मुक्त कणों) से 5 गुना ज्यादा लड़ता है। यह कोशिका के नुकसान को रोकता है जिससे कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
अन्य एंटीऑक्सीडेंट के साथ अपने डाइट में लौंग को शामिल करने से आपके हेल्थ में सुधार हो सकता है।
2- सूजन में लाभकारी
लौंग के फायदों में प्रमुख है सूजन से लाभ। इसमें पाए जाने वाले दो महत्वपूर्ण और शक्तिशाली फाइटोन्यूट्रिएंट्स यूजेनॉल और आइसोयूजेनॉल के कारण लौंग सूजन में फायदा करता है। ये फाइटोन्यूट्रिएंट्स शरीर में सूजन को कम करते हैं और गठिया जैसी समस्याओं को रोकते हैं।
3- कैंसर में फायदेमंद
यूजेनॉल के कारण कैंसर में भी लौंग के फायदे होते हैं। कुछ टेस्ट-ट्यूब रिसर्च बताते हैं कि यूजेनॉल में कैंसर कोशिकाओं को मारने की क्षमता है और यह ग्रासनली(भोजन की नली) और सर्वाइकल कैंसर में ट्यूमर होने से रोकता है। इन परीक्षणों के लिए लौंग का प्रयोग सीमित मात्रा में किया गया।
लौंग के कैंसर से लड़ने वाले गुणों को समझाने के लिए इसके बारे में गहन अध्ययन और आगे काफी रिसर्च की जरूरत है। यूजेनॉल ज्यादा मात्रा में टॉक्सिक होता है जो हेल्थ (खासकर लीवर) पर काफी प्रभाव डाल सकता है।
4- शुगर(मधुमेह) में लाभकारी
लौंग शुगर में फायदे के लिए भी जानी जाती है। नाइजेरिसिन यौगिकों की उपस्थिति के कारण इसे आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने वाला माना जाता है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद करता है और मॉडरेट शुगर लेवल को बढ़ावा दे सकता है।
इंसुलिन वह हार्मोन है जो ब्लड से कोशिकाओं तक शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। लौंग इंसुलिन प्रोडक्शन में लगी कोशिकाओं को बेहतर बना कर शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करता है। कुछ अध्ययन टेस्ट ट्यूब और पशु रिसर्च पर इसका प्रभाव दिखाते हैं। हालांकि अभी और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।
5- बैक्टीरिया से सुरक्षा करता है
लौंग में बैक्टीरिया से लड़ने वाले एजेंट होते हैं जो बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्मजीवों के विकास को कम करते हैं। यह ई. कोली, वैजिनल कैंडिडिआसिस और स्टैफ ऑरियस जैसे बैक्टीरिया और फंगस(कवक) के खिलाफ काम कर सकता है। लौंग का अर्क और लौंग का तेल फूड पॉइजनिंग और पेट के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। लौंग ओरल हेल्थ को मजबूत करने के लिए लोकप्रिय है। यह मुंह के बैक्टीरिया से लड़ता है और सांसों की दुर्गंध और मसूड़ों के इंफेक्शन को कम करके ओरल हाइजीन में सुधार करता है। इसका उपयोग माउथवॉश में किया जाता है
और दांतों पर ओरल बैक्टीरिया और प्लाक को कम करने के लिए टूथपेस्ट।
6- लीवर के लिए लाभकारी
कुछ अध्ययनों के अनुसार लौंग लीवर के लिए फायदेमंद है। यूजेनॉल एक एंटीऑक्सीडेंट और सूजन से लड़ने के गुणों वाला है जो लीवर को हेल्दी बनाता है। यह लिवर सिरोसिस और फैटी लिवर के खतरे को कम करता है। यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके लीवर को मजबूत करने में मदद करता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि लौंग लीवर की बीमारियों के लिए जिम्मेदार ग्लूटाथियोन-एस-ट्रांसफरेज़ (जीएसटी) के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है।
हालाँकि लौंग को लीवर के स्वास्थ्य के लिए एक अच्छे सोर्स के रूप में पहचाना जाता है, फिर भी और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।
दूसरी ओर लौंग का अधिक सेवन यूजेनॉल टॉक्सिन के कारण लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
7- अल्सर को कम करने में मदद करता है
पेट का अल्सर तनाव, इंफेक्शन या जेनेटिक्स का परिणाम होते हैं। ये अल्सर पेट में बलगम की परत के ख़त्म होने के कारण होते हैं। यह बलगम की परत पेट की दीवारों को डाइजेस्टिव एसिड से बचाने में मदद करती है। यदि ये दीवारें पतली हो जाएं तो पेट में अल्सर हो जाता है। लौंग में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो इन दीवारों को मोटा करने में मदद करते हैं। लौंग नए अल्सर बनने के जोखिम को कम करने में मदद करता है और मौजूदा अल्सर का भी इलाज करता है। लौंग का तेल पेट के बलगम को बढ़ाने और गैस्ट्रिक अल्सर को कम करने में मदद कर सकता है।
8- नैचुरल पेन किलर और खांसी में लाभकारी
एक पारंपरिक औषधि के रूप में लौंग का उपयोग खांसी, गले में खराश और दांत दर्द के इलाज में किया जाता है। यह एक बहुत ही सामान्य घरेलू उपचार है जिसका उपयोग खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। लौंग का तेल भी एक प्रभावी दर्द निवारक है जिसका उपयोग सदियों से दांत दर्द के इलाज के लिए किया जाता है।
9- हड्डियों के लिए अच्छा है
एक बड़ी आबादी को लो-बोन डेंसिटी, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा है। लौंग मैंगनीज से भरपूर होती है जो हड्डियों के लिए जरूरी है। इसके अलावा लौंग में मौजूद यूजेनॉल हड्डियों के डेंसिटी और मजबूती को बढ़ाने में मदद करता है, लेकिन ये रिसर्च जानवरों तक ही सीमित हैं मानव और मानव हड्डियों पर लौंग के प्रभाव के लिए बहुत रिसर्च की जगह है। लौंग पाउडर की थोड़ी मात्रा शरीर में मैंगनीज की दैनिक जरूरत का लगभग 30% पूरा करती है।
10- पुरुषों के लिए लौंग खाने के फायदे
लौंग पुरुषों के लिए बहुत फायदेमंद होती है और पुरुषों के रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर प्रभाव डालती है। यह कई तरीकों से पुरुषों के लिए बहुत उपयोगी है जैसे-
यह टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ाता है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है, बांझपन को दूर करता है, कामेच्छा को बढ़ाता है, शीघ्रपतन की स्थिति को कम करता है और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन (प्रजनन अंगों) को मजबूत करता है।
इनके अलावा नहाने में लौंग के तेल का उपयोग करने से धूम्रपान की इच्छा भी कम हो सकती है जिससे आप धूम्रपान की लत से छुटकारा पा सकते हैं।
11- इन फायदों के अलावा लौंग खाने के फायदे
लौंग खाने के और भी फायदे हैं जैसे सर्दी, फ्लू, खांसी और कंजेस्टेड चेस्ट (छाती में जमाव) का इलाज करने के लिए। लौंग और दालचीनी के साथ मिक्स कोई भी गर्म ड्रिंक इनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
यह त्वचा के लिए भी अच्छा है। लौंग त्वचा को डिटॉक्सीफाई कर सकती है और मुँहासे, दाग-धब्बे और काले घेरों को कम कर सकती है। बेहतर परिणाम और चमकती त्वचा के लिए कई हर्बल फेस पैक में इसका उपयोग किया जाता है।
लौंग का सेवन करने का तरीका | Laung Khane ka Tarika
यह एक मसाला या जड़ी बूटी है जिसका उपयोग भोजन, दवाओं और सौंदर्य प्रसाधनों में साल भर किया जा सकता है। इसकी सूखी कलियों में न केवल एक अलग सुगंध होती है बल्कि स्वाद भी होता है। आप इसका सेवन कई तरह से कर सकते हैं जिसमें पूरी कली, पेय पदार्थ के साथ और कई व्यंजनों के साथ भी इसे शामिल कर सकते हैं लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें की ज्यादा लौंग खाने के नुकसान भी हो सकते हैं इसलिए लौंग के नुकसान से बचने के लिए खाते समय मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
आप इसे कई तरीकों से उपयोग कर सकते हैं-
1- लौंग की चाय
लौंग के फायदों का आनंद लेने के लिए लौंग की चाय सबसे आसान नुस्खा है। लौंग की चाय बनाने के लिए-
- एक चम्मच पिसी हुई लौंग का प्रयोग करें।
- इसे कुछ मिनट तक उबालें।
- इसे छान लें और लौंग की चाय की तरह पियें।
2- लौंग का पानी
लौंग का पानी भी इस मसाले का सेवन करने का एक शानदार तरीका है।
- एक गिलास पानी में 3-5 लौंग की कलियाँ डालकर रात भर के लिए छोड़ दें। बेहतर परिणाम देखने के लिए इसे सुबह पियें।
3- लौंग की चाय और लौंग के पानी के अलावा आप स्वाद के लिए इसकी कलियों को कई व्यंजनों में भी मिला सकते हैं-
- करी और चटनी में उपयोग कर सकते हैं।
- अचार में डाल सकते हैं।
- लौंग के साथ मसाला दूध चाय।
- कुकीज़ और ब्रेड में डाल सकते हैं।
- मीट में इस्तेमाल किया जाता है।
- इसका उपयोग प्राकृतिक प्रिजर्वेटिव के रूप में भी किया जा सकता है।
लौंग खाने के नुकसान | Laung Khane ke Nuksan
लौंग खाने के कई फायदे हैं लेकिन इसे ज्यादा खाने के नुकसान भी हो सकते हैं। ये ब्लड शुगर को कम कर सकता है और लो-ब्लड शुगर(हाइपोग्लाइसीमिया) का कारण बन सकता है, जहां व्यक्ति को चक्कर आना और मतली महसूस हो सकती है। इसमें पाया जाने वाला यूजेनॉल ब्लड को पतला करने वाली कुछ दवाओं के साथ भी रिएक्ट कर सकता है और साइड इफेक्ट की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन लौंग की थोड़ी सी मात्रा लौंग के नुकसान से ज्यादा सकारात्मक परिणाम दे सकती है लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करते समय हमेशा ध्यान दें। ज्यादा मात्रा में यूजेनॉल टॉक्सिन हो सकता है और चक्कर आ सकता है।
पारंपरिक रूप से लौंग एक गर्म मसाला है जिसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से नाक से खून आना, मुंह में छाले, पेट में जलन और गले में चकत्ते हो सकते हैं।
लौंग के नुकसान में एलर्जी भी प्रमुख है। कुछ लोगों को लौंग से एलर्जी हो सकती है इसलिए उन्हें इससे बचना चाहिए।
क्या मधुमेह रोगी लौंग खा सकते हैं?
कई अध्ययनों से पता चला है कि लौंग शुगर के लिए अच्छा है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है और इंसुलिन उत्पादन बढ़ाता है। यह कोशिकाओं को इंसुलिन रिलीज करने में मदद करता है जो शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को सही बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
लौंग का जीआई और जीएल कम होता है। लो-कार्ब और लो-कैलोरी इसे शुगर-फ्रैंडली मसाला बनाने में भी मदद करता है। लौंग का तेल पीपी शुगर लेवल और जीआरएम को बनाए रखने में मदद करता है।
निष्कर्ष
लौंग एक छोटे आकार का मसाला है लेकिन इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह मसाला कई न्यूट्रिएंट प्रदान करता है जो शुगर को कंट्रोल करने, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने, हड्डी, लीवर और पेट की समस्या में सुधार करने, दर्द को कम करने, हार्ट डिजीज और कैंसर के खतरों को कम करने में मदद करता है और ओरल हेल्थ के लिए भी अच्छा है।
यह प्रमुख जड़ी-बूटियों में से एक है जिसका उपयोग हर भारतीय घर में सर्दी, खांसी, सांसों की दुर्गंध, कंजेशन, बुखार और दर्द जैसी स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह एक पारंपरिक औषधि है जो त्वचा को बेहतर बनाने में भी मदद करती है।
इसका उपयोग कई ओरल हाइजीन प्रोडक्ट जैसे माउथवॉश और टूथपेस्ट में सांसों की दुर्गंध, प्लाक, दांत दर्द, मसूड़ों के संक्रमण और दांतों की सड़न की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
यह पेन किलर (दर्दनिवारक) के रूप में भी काम करता है।
तो इस अद्भुत मसाले को अपने डाइट में शामिल करने से आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
इसे सीमित मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है क्योंकि ज्यादा मात्रा में लौंग साइड इफेक्ट पैदा कर सकती है।
और पढ़े: अदरक से कैसे करें शुगर कण्ट्रोल
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
जरूरत पड़ने पर सीमित मात्रा में लौंग का सेवन करना सेहत के लिए बुरा नहीं है। ज्यादा लौंग खाने से नुकसान हो सकता है लेकिन खांसी, सर्दी, फ्लू, संक्रमण, साइनस, अस्थमा, कंजेशन जैसी कुछ कंडीशन में आप हर दिन लौंग खा सकते हैं। लौंग दांत दर्द में भी मदद करती है इसलिए दर्द से राहत होने तक आप इसे हर दिन ले सकते हैं। गुनगुना लौंग का पानी भी कांपते हाथों और पैरों के इलाज में मदद करता है इसलिए सोने से पहले इसे पी सकते हैं।
कम मात्रा में लौंग स्वास्थ्य के लिए खराब नहीं है लेकिन लौंग ज्यादा खाने से नुकसान भी हो सकता है। ज्यादा सेवन यूजेनॉल टॉक्सिन का कारण बन सकता है और यह बच्चों में लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा पारंपरिक दवाओं में लौंग का इस्तेमाल गर्म मसाले के रूप में किया जाता है, इसलिए ज्यादा लौंग खाने से नुकसान हो सकता है जैसे नाक से खून आना, पेट में जलन, मुंह में छाले और गले में चकत्ते हो सकते हैं।
लौंग कई विटामिन, खनिज और हेल्दी कंपाउंड(यौगिकों) से भरपूर है जिनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। रोज सुबह लौंग का पानी पीने से आपकी इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। यह फ्लू, वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन और सामान्य सर्दी के प्रभाव को कम करता है। इसमें पाई जाने वाली मैंगनीज आपकी हड्डियों को हेल्दी बनाने में भी मदद करती है।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि लौंग ब्लड शुगर के लिए अच्छा है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और सूजन से निजात दिलाने वाले गुण इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने और ब्लड में इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह ब्लड शुगर के बढ़ते लेवल को कंट्रोल करता है और मधुमेह से जुड़ी जटिलताओं के नकारात्मक प्रभावों को भी कम करता है।
References –
- लौंग का पोषण मूल्य – https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/171321/nutrients
- लौंग (सिज़ीजियम एरोमेटिकम): एक अनमोल मसाला – https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3819475/
- लौंग के फूल के अर्क में कैंसर रोधी संभावित प्रभाव होता है – https://onlinelibrary.wiley.com/doi/10.1155/2022/5113742
- रक्त ग्लूकोज पर लौंग और किण्वित अदरक का प्रभाव – https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/30091738
Disclaimer
This site provides educational content; however, it is not a substitute for professional medical guidance. Readers should consult their healthcare professional for personalised guidance. We work hard to provide accurate and helpful information. Your well-being is important to us, and we value your feedback. To learn more, visit our editorial policy page for details on our content guidelines and the content creation process.