क्या चुकंदर डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा है? शुगर में चुकंदर खाना चाहिए या नहीं

डायबिटीज के मरीजों या उनके परिवार के लोगों की एक आदत डायबिटीज के संबंध में हमेशा होती है। वे हर खाद्य पदार्थ को दो कैटेगरी में बांट देते हैं, पहला ये खाने में अच्छा है, दूसरा ये खाने में बुरा है। पर आज हम डायबिटीक लोगों के लिए क्या खाने के लिए अच्छा है और क्या खाने के लिए खराब है, से आगे बढ़ते हुए हम गहरे लाल रंग की आकर्षक सब्जी चुकंदर के बारे में बात करेंगे। साथी ही इस दुविधा को दूर करेंगे कि आप इसे अपनी डायबिटीक के निदान की प्रकिया में इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं। अपने मिट्टी जैसे स्वाद के लिए मशहूर चुकंदर, अपने गुणों से संभावित स्वास्थ्य लाभों के लिए लोगों के बीच लोकप्रिय है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि क्या चुकंदर डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा है?

आज हम इसी पौष्टिकता से भरी सब्जी चुकंदर के बारे में जानेंगे। चुकंदर विटामिन, डाइटरी फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट आदि जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिसे किसी भी डाइट में शामिल करने पर, उस डाइट को और पौष्टिक बना देता है। इस ब्लॉग में हम चुकंदर के पोषक तत्वों, चुकंदर और डायबिटीज के बीच संबंध, इससे मिलने वाले लाभ, दुष्प्रभाव के साथ-साथ इसके अन्य गुणों के बारे में जानेंगे। तो आइए इस ब्लॉग में चुकंदर का डायबिटीज पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानें! नीचे उन सभी जानकारियों की लिस्ट दी गई है, जिसे आपको जानना चाहिए:

चुकंदर क्या है?

चुकंदर आपको स्वस्थ रखने के लिए एक आवश्यक सब्जी है, जो आलू की ही तरह मिट्टी में उगायी जाती है। चुकंदर अपने गहरे बैंगनी रंग के लिए जाना जाता है। कई क्षेत्रों में इसे बीट्स (beets) के रूप में भी जाना जाता है। चुकंदर प्रचुर मात्रा में पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसमें विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट, फाइबर आदि पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ऐसा माना जाता है कि चुकंदर की उत्पत्ति भूमध्यसागरीय क्षेत्र में हुई है। इसका इतिहास मिस्रवासियों की प्राचीन सभ्यताओं से जुड़ा है, जिन्होंने इसकी मीठी जड़ों और पत्तियों के लिए इसकी खेती की थी। यह कई तरीके से बनने वाले व्यंजनों के कारण लोगों के बीच लोकप्रिय है। आप इसका सलाद बनाकर कच्चे रूप में भी आनंद ले सकते हैं, सूप के रूप में सेवन करने के लिए इसे पका सकते हैं या अधिक स्वाद लेने के लिए इसका अचार भी बना सकते हैं। इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों और सलादों को बनाने के लिए किया जाता है और यहां तक कि डायबिटीज के मरीजों के लिए यह जूस के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। डायबिटीज और अन्य बीमारियों के लिए चुकंदर के जूस के कई फायदे हैं।

समय के साथ खेती बदलते तौर-तरीकों के चलते, चुकंदर ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अपनी जगह बना ली है। यह विभिन्न व्यंजनों में एक लोकप्रिय और कई खूबियों वाली सब्जी बन गई है। चुकंदर कई रंगों में आता है, जिसमें गहरे बैंगनी, सुनहरे, सफेद और धारीदार किस्में भी शामिल हैं। प्रत्येक प्रकार के चुकंदर का अपना अलग-अलग स्वाद और उपयोग होता है। चुकंदर में मौजूद गहरे लाल या मैरून रंग का उपयोग कई खाद्य वस्तुओं और बेकरियों में प्राकृतिक खाद्य रंग के रूप में किया जाता है। फेमस ‘रेड वेलवेट केक और आइसक्रीम’ अपने रंग और स्वाद के लिए चुकंदर का इस्तेमाल करते हैं।

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चुकंदर की न्यूट्रिशन वैल्यू

चुकंदर में कैलोरी की मात्रा कम होती है और चुकंदर में कार्ब्स भी कम होते हैं। इसके अलावा यह विटामिन, फाइबर आदि जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन C, फोलेट, पोटेशियम, आयरन और डाइट फाइबर जैसे मौलिक पोषक तत्व शामिल होते हैं। यहां चुकंदर की पोषण न्यूट्रिशन प्रोफाइल दी गई है:

चुकंदर का पोषण मूल्य
चुकंदर में पोषण (प्रति 100 ग्राम ) मात्रा
ऊर्जा 43 कैलोरी
प्रोटीन 1.61 ग्राम
फैट्स 0.17 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट्स 9.56 ग्राम
फाइबर 2.8 ग्राम
सुगर 6.76 ग्राम
आयरन 0.8 मिलीग्राम
विटामिट C 4.9 मिलीग्राम
पोटैशियम 325 मिलीग्राम
सोडियम 78 मिलीग्राम
फ्लोएट 108 माइक्रोग्राम

चुकंदर का GI (ग्लाइसेमिक इंडेक्स)

चुकंदर का GI (ग्लाइसेमिक इंडेक्स) लगभग 61 है, जो इसे मीडियम GI भोजन के रूप में जाना जाता है। जबकि चुकंदर का ग्लाइसेमिक लोड सिर्फ 5 है, जो इसे कम ग्लाइसेमिक लोड वाला भोजन बनाता है। चूंकि चुकंदर का ग्लाइसेमिक लोड (GL) कम है और चुकंदर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मीडियम है, इसीलिए शुगर के लेवल पर चुकंदर का प्रभाव कम होगा।

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चुकंदर और डायबिटीज | Beetroot is Good for Diabetes in Hindi

चुकंदर और डायबिटीज का नाता बहुत ही पुराना है। डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर फायदेमंद हो सकता है। यह मीडियम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली कम कैलोरी वाली सब्जी है और चुकंदर में कार्ब्स भी कम होते हैं। इसका मतलब है कि मीडियम चुकंदर GI आपके शुगर के लेवल को थोड़ा डिस्टर्ब करेगा। चुकंदर डाइट फाइबर, विटामिन और खनिजों का भी अच्छा स्रोत होता है। चुकंदर में फाइटोकेमिकल्स भी मौजूद होते हैं जो ब्लड शुगर पर लाभकारी प्रभाव डालते हैं और इंसुलिन की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं। तो ‘क्या डायबिटीज के मरीज चुकंदर खा सकते हैं?’ का उत्तर निश्चित रूप से ‘हां’ है, लेकिन कुछ जरूरी शर्तों के साथ।

हाई ब्लड शुगर और HbA1C लेवल वाले डायबिटीज के मरीजों को चुकंदर से पूरी तरह बचना चाहिए। डायबिटीज को रिवर्स और कंट्रोल करने की चाह रखने वाले डायबिटीज के मरीजों को भी इससे बचना चाहिए। केवल डायबिटीज के मरीज जिनका ब्लड शुगर और HbA1C अच्छी तरह से कंट्रोल और मॉनिटरिंग में है, उन्हें ही यह हो सकता है। लेकिन चुकंदर लेने की मात्रा डाइट एक्सपर्ट द्वारा ही अप्रूव होनी चाहिए।

2018 में आर्काइव्स जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि चुकंदर के आर्क ने मेटाबॉलिक सिंड्रोम वाले मोटोबोलिक सिंड्रोम में सुधार किया है। यह एक ऐसी स्थिति है जो अक्सर टाइप 2 डायबिटीज से पहले होती है। 2014 में एक अन्य अध्ययन में भोजन के बाद ग्लूकोज के लेवल पर चुकंदर या चुकंदर के जूस का दमनकारी प्रभाव दिखाया गया था। अध्ययन में शामिल लोगों ने भोजन के बाद लगभग आधा गिलास या 250ml स्वादिष्ट चुकंदर का जूस पिया। उत्पाद के परिणाम नॉन-फास्टिंग ग्लूकोज के लेवल में काफी गिरावट आई। इस अध्ययन की में एक कमी यह थी कि इसमें भाग लेने वाले डायबिटीज के मरीज नहीं थे।

हालांकि प्रत्येक अध्ययन में परिणाम सकारात्मक ही आए हैं। इसलिए अधिक शोध की आवश्यकता है. हाइपरटेंशन जर्नल में प्रकाशित 2014 के एक अन्य अध्ययन में बताया गया है कि चुकंदर के जूस से डाइट नाइट्रेट लो बल्ड शुगर में मदद कर सकता है, जो डायबिटीज वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो अक्सर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का अनुभव करते हैं। हालांकि यह बताना महत्वपूर्ण है कि डायबिटीज के लिए चुकंदर के सकारात्मक प्रभावों को पूरी तरह से समझने के लिए और अधिक शोध यानी रिसर्च की आवश्यकता है।

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डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर के फायदे

Beetroot Juice

चुकंदर डायबिटीज के मरीजों के लिए बेस्ट भोजन ऑप्शन में से एख है। इसकी न्यूट्रिशियन प्रोफाइल आपकी डायबिटीज मैनेजमेंट की जर्नी में सहायता करेगी। नीचे डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर के जूस के कुछ लाभ के बारे में बताए गए हैं:

हाई फाइबर सामग्री

चुकंदर में डाइटीय फाइबर, विशेष रूप से घुलनशील फाइबर होता है। फाइबर रक्त में शुगर के अवशोषण की दर को धीमा या लेट करके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। परिणामस्वरूप डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर का सेवन ब्लड शुगर में अचानक वृद्धि को रोकने और बेहतर ग्लाइसेमिक कंट्रोल को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।

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एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

चुकंदर में बीटालेंस और एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिनमें एंटी-इन्फ्लेमेशन के गुण होते हैं। पुरानी इन्फ्लेमेशन और शरीर का इंसुलिन प्रतिरोध आपस में मजबूत रूप से जुड़े होते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी बढ़ाता है, संभावित रूप से यह डायबिटीज मैनेजमेंट में सहायता कर सकता है।

नाइट्रिक ऑक्साइड

डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर में नाइट्रेट अच्छी मात्रा में होता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को फैलाने यानी स्ट्रेच करने में मदद करता है। इस प्रकार इससे रक्त प्रवाह और अच्छे हृदय स्वास्थ्य को मदद मिलता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए हृदय स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखना आवश्यक है। डायबिटीज के मरीजों में हृदय संबंधी बीमारियां पनपने का खतरा अधिक होता है।

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मीडियम चुकंदर GI (ग्लाइसेमिक इंडेक्स)

चुकंदर का GI मीडियम होता है। कम और मध्यम GI वाले खाद्य पदार्थों का सेवन डायबिटीज के मरीज कर सकते हैं। हालांकि मीडियम GI का मतलब है कि डायबिटीज के रोगियों के लिए चुकंदर का सेवन करने से उनके शुगर लेवल में थोड़ी वृद्धि होती है। यह इसे एक अच्छा विकल्प बनाता है, लेकिन जो मरीज अपने शुगर लेवल को सख्ती से कंट्रोल करना चाहते हैं, उन्हें शुरुआती चरणों में इससे बचना चाहिए। कंट्रोल शुगर और HbA1C लेवल वाले डायबिटीज मरीज इसे निर्धारित मात्रा में ले सकते हैं।

पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी

चुकंदर एक पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है, जो हमें आवश्यक विटामिन और मिनिरल्स प्रदान करती है। चुकंदर के जूस के फायदे में विटामिन C, पोटेशियम और फोलेट जैसे पोषक तत्व मिलते हैं। ये पोषक तत्व हमारे शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं, और डायबिटीज संबंधी जटिल समस्याओं के अच्छे तरीके से मैनेज करने में भी मददगार साबित होते हैं।

हालांकि चुकंदर के जूस या चुकंदर के इन फायदों के बावजूद, यह जानना महत्वपूर्ण है कि कोई भी एक भोजन डायबिटीज के लिए एंटिडोट नहीं है। डाइट ऑप्शन ओवरऑल डायबिटीज मैनेजमेंट प्लान का हिस्सा होना चाहिए। जिसमें दवा, फिजिकल वर्कआउट और एक्सजूसाइज के साथ-साथ शुगर के लेवल की रेगुलर मॉनिटरिंग भी शामिल है।

नोट:  ऊपर दिए गए ये लाभ केवल उन डायबिटीज के मरीजों के लिए सुझावित हैं, जिन्होंने ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (GTT) पास कर लिया है। नॉर्मल शुगर लेवल वाले डायबिटीज के मरीज अपने डाइट में चुकंदर को मीडियम मात्रा में शामिल कर सकते हैं।

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डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर के व्यंजन

Beetroot

नीचे कुछ स्वादिष्ट और डायबिटीज-फ्रेंडली चुकंदर व्यंजनों के बारे में बताया गया है:

चुकंदर का जूस

डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर के जूस के फायदे हर किसी को मालूम हैं। यह शुगर के मरीजों के लिए यह सबसे अच्छे जूस में से एक है। चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर इसका जूस तैयार किया जा सकता है। आप इसे कच्चा मिला सकते हैं, या आप अन्य सामग्री जैसे एलोवेरा, फल जैसे जामुन, पपीता आदि भी मिला सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर का जूस एक अच्छा पेय विकल्प हो सकता है।

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चुकंदर का सूप 

डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर का सूप एक अच्छा स्नैकिंग विकल्प हो सकता है। कुछ प्याज और लहसुन लें और उन्हें थोड़े से जैतून के तेल (Olive oil) में मिला लें। 5 मिनिट बाद इसमें कटा हुआ चुकंदर डालकर भून लीजिए। 2 मिनट के बाद, इसमें नमक और काली मिर्च डालकर पानी डालें। धीमी आंच पर 20 मिनट तक पकाएं, क्रीम टॉपिंग के साथ गर्म चुकंदर सूप का सेवन करें।

चुकंदर थोरन (नारियल के साथ तली हुई चुकंदर)

चुकंदर शुगर के मरीजों के लिए भी अच्छा है क्योंकि इसे डायबिटीज के डायबिटिक-फ्रैंडली व्यंजनों में पकाया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर की इस रेसिपी में दो मध्यम आकार के चुकंदर, कसा हुआ नारियल, सरसों के बीज, उड़द दाल, नारियल का तेल, करी पत्ता और सूखी लाल मिर्च जैसी सामग्रियां होंगी। गर्म नारियल तेल में थोड़े से सरसों के बीज डालें। उड़द दाल और सूखी मिर्च डालें और दाल पकने तक भूनें। कसा हुआ चुकंदर, करी पत्ता, नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं। ढककर धीमी आंच पर चुकंदर के नरम होने तक पकाएं, बीच-बीच में हिलाते रहें। रोटी या चावल के साथ परोसें।

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चुकंदर का रायता 

चुकंदर का रायता डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर का एक और अच्छा नुस्खा है। एक कटोरे में कसा हुआ चुकंदर, योगर्ट या दही, जीरा पाउडर, काली मिर्च और नमक के एक साथ मिलाएं। सब कुछ मिलने तक अच्छी तरह हिलाएं। ताजी धनिये की पत्तियों से सजाएं और अपने भोजन के साथ ताजगी और पौष्टिकता के साथ ठंडा इसका सेवन करें।

चुकंदर पोरियाल या चुकंदर स्टिर-फ्राई 

चुकंदर स्टिर फ्राई एक प्रमुख भारतीय घरेलू व्यंजन है, जो वर्षों से पकाया जा रहा है। डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर की ये टेस्टी रेसिपी आपको उंगलियां चाटने पर मजबूर कर देगी। गर्म नारियल तेल में थोड़े से सरसों के बीज डालें। फिर उड़द दाल, करी पत्ता और हींग डालें। दाल तैयार होने तक भूनें। कन्टेनर में बारीक कटा हुआ चुकंदर और नमक डाल कर अच्छी तरह मिला दें। ढककर धीमी आंच पर चुकंदर के नरम होने तक पकाएं, बीच-बीच में हिलाते रहें। गरमा-गरम परोसें और चावल के साथ खाएं।

डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर के ये रेसिपी और व्यंजन स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक हैं। संतुलित डाइट बनाए रखने के लिए पोर्शन साइज को मैनेज करना और अन्य सामग्रियों का चयन सावधानी से करना याद रखें।

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चुकंदर या चुकंदर के जूस के साइड इफेक्ट

जबकि चुकंदर शुगर के मरीजों के लिए अच्छा है, क्योंकि यह कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, फिर भी हमें चुकंदर या चुकंदर के जूस के संभावित दुष्प्रभावों के प्रति हमें सचेत रहना जरूरी है।

ब्लड शुगर का लेवल

जबकि चुकंदर का GI कम होता है, फिर भी इसमें प्राकृतिक सुगर होता है। बड़ी मात्रा में चुकंदर खाने से आपके शुगर के लेवल में वृद्धि हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि चुकंदर और डायबिटी के मरीके जों बीच संबंध संयमित रहें। और संतुलित भोजन के एक घटक के रूप में उनके ब्लड शुगर को अधिक कुशलता से कंट्रोल करने में मदद करता है।

किडनी में पथरी (Kidney Stones)

चुकंदर में ऑक्सलेट होता है, जो किडनी की पथरी के हिस्ट्री वाले कमजोर व्यक्तियों में किडनी की पथरी को बढ़ावा दे सकता है। लेकिन ऐसा अनुचित सेवन के बाद ही होता है। डायबिटीज के मरीजों में पहले से ही किडनी की जटिलताओं का खतरा अधिक होता है। इसलिए चुकंदर और डायबिटीज का संबंध संयमित होना चाहिए। और किडनी की पथरी के खतरे को कम करने के लिए डायबिटीज के मरीजों को खूब पानी पीना चाहिए।

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गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं

डायबिटीज के मरीजों को चुकंदर खाने से उन्हें पाचन संबंधी समस्याएं, जैसे अपच, गैस, इन्फ्लेमेशन आदि का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप इस प्रकार की किसी परेशानी का सामना करते हैं, तो हम आपको इसका सेवन कम करने की सलाह देते हैं। आप लाइफ स्टाइल भी बदल सकते हैं और चुकंदर को अच्छी तरह से पका सकते हैं, क्योंकि पकाने से आपके पेट के लिए इसे पचाना आसान हो जाएगा।

दवा पारस्परिक क्रिया

चुकंदर में प्राकृतिक घटक होते हैं जो कुछ दवाओं के कामकाज में हस्तक्षेप कर सकते हैं। यदि आप डायबिटीज या किसी अन्य स्वास्थ्य बीमारी के लिए दवा ले रहे हैं, तो आपको चुकंदर को लेना बंद कर देना चाहिए। अपने डाइट में चुकंदर को पर्याप्त मात्रा में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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एलर्जी

हालांकि यह असामान्य है, पर कुछ व्यक्तियों को चुकंदर से एलर्जी हो सकती है। यदि आपको चुकंदर खाने के बाद किसी भी तरह की एलर्जी प्रतिक्रिया, जैसे खुजली, पित्ती या इन्फ्लेमेशन का अनुभव होता है, तो इसे खाना बंद कर दें और डॉक्टर की मदद लें।

किसी भी डाइट में बदलाव की तरह, डायबिटीज के मरीजों को अपने भोजन प्लान में चुकंदर को काफी मात्रा में शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता होती है। एक डॉक्टर आपको एक उपयुक्त डाइट देने में मदद कर सकता है, जो आपकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए पूरी तरह उपयुक्त होगा। यह डायबिटीज के मरीजों और इसके मैनेजमेंट के लिए चुकंदर का एक सुरक्षित और प्रभावी दृष्टिकोण भी सुनिश्चित करेगा।

निष्कर्ष

निष्कर्ष में हम कह सकते हैं कि ‘क्या चुकंदर डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा है?’ तो जवाब है, ‘हां’ लेकिन संतुलित मात्रा में। डायबिटीज के मरीजों के डाइट में चुकंदर को जोड़ना फायदेमंद हो सकता है। चुकंदर का GI मीडियम है, लेकिन इसमें हाई फाइबर प्रोफाइल है। डायबिटीज के मरीजों जो अपने शुगर के लेवल को सख्ती से नियंत्रित करना चाहते हैं या डायबिटीज को रिवर्स करना चाहते हैं, उन्हें इससे बचना चाहिए। हालांकिं चुकंदर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्वों की उपस्थिति संभावित स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकती है। जिन डायबिटीज के मरीजों ने जीटीटी (ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट) पास कर लिया है या जिनका शुगर लेवल अच्छी तरह से कंट्रोल में हैं, वे चुकंदर का सेवन कर सकते हैं, लेकिन संतुलित डाइट के हिस्से के रूप और कम मात्रा में। यह भी डॉक्टर के परामर्श के बाद ही करना चाहिए। जबकि डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर एक मूल्यवान डाइट विकल्प हो सकता है, इसे डायबिटीज के मैनेज करने में डॉक्टर्स या एक्सपर्ट का गाइडेंस में करना चाहिए। डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए हमेशा एक व्यापक दृष्टिकोण को प्राथमिकता दें, जिसमें संपूर्ण डाइट, एक्सरसाइज और ब्लड शुगर के लेवल की नियमित रूप से निगरानी शामिल है।

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सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions

क्या कच्चे चुकंदर में चीनी की मात्रा अधिक होती है?

कच्चे चुकंदर के 100 ग्राम में चीनी की मात्रा 6.7 ग्राम होती है। इसके अलावा चुकंदर में कैलोरी और कार्ब्स कम होते हैं और यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है जो रक्तप्रवाह में शुगर की मात्रा को बढ़ने से रोकता है। इसलिए कच्चे चुकंदर में चीनी की मात्रा अधिक नहीं होती है, और इसलिए डायबिटीज रोगियों के लिए चुकंदर का सेवन ठीक है।

डायबिटीज के मरीज को रोजाना कितना चुकंदर खाना चाहिए?

आमतौर पर डायबिटीज के रोगियों के लिए आधा गिलास चुकंदर का जूस पीने से उन्हें शर्करा के लेवल, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप आदि को वांछित लेवल पर बनाए रखने में मदद मिलती है। डायबिटीज के मरीज चुकंदर का उपयोग सलाद और सूप के रूप में भी कर सकते हैं।

क्या चुकंदर से कब्ज होता है?

चुकंदर को जब तक अनियंत्रित मात्रा में न लिया जाए तब तक कब्ज नहीं होता है। इसके विपरीत चुकंदर डायबिटीज के मरीजों के लिए मददगार होता है। चुकंदर में बीटाइन और डाइटरी फाइबर जैसे यौगिक होते हैं जो पाचन प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।

क्या चुकंदर का जूस आपकी किडनी के लिए हानिकारक है?

जी हां, अनुचित और अत्यधिक चुकंदर के जूस का सेवन किडनी के लिए हानिकारक है। चुकंदर के जूस के दुष्प्रभावों में इसमें ऑक्सालेट की उपस्थिति के कारण किडनी में पथरी हो जाता है।

क्या डायबिटीज में चुकंदर खा सकते हैं?

हां, डायबिटीज के मरीजों के लिए चुकंदर एक बेस्ट ऑप्शन है लेकिन सीमित मात्रा में। चुकंदर में चीनी की मात्रा और कैलोरी कम होती है। इसके अलावा चुकंदर में विटामिन, फोलेट, पोटेशियम, आयरन आदि जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसमें फाइटोकेमिकल्स की भी उपस्थिति होती है जो शुगर के लेवल और इंसुलिन के कामकाज पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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