जानुविया 100 मिलीग्राम की टैबलेट या जानुविया 50 मिलीग्राम की टैबलेट डाइपेप्टिडाइल पेप्टाइडेज़-4 (डीपीपी-4) नामक प्रोटीन को रोकती है। आपके शरीर में इन्क्रीटिन हार्मोन होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। डीपीपी-4 इन्क्रिटिन हार्मोन को निष्क्रिय कर देता है।
जब आप कुछ खाते हैं और वह पेट में पहुंचता है, तो शरीर पाचन तंत्र से इन्क्रीटिन रिलीज करता है। जिससे अग्न्याशय(पैंक्रियाज) को इंसुलिन जारी करने का संकेत मिलता है।
जब डीपीपी-4 रुक जाता है तो इन्क्रीटिन और इंसुलिन हार्मोन जारी होते हैं। यह आपके शरीर को ब्लड शुगर को आसानी से कंट्रोल करने में मदद करता है, और जानुविया इसी तरह काम करता है।
जानुविया जेनेरिक फॉर्म को सीटाग्लिप्टिन के नाम से जाना जाता है जानुविया सिर्फ ब्रांड का नाम है।
जानुविया 100 मिलीग्राम का उपयोग | Januvia 100 mg Uses in Hindi
जानुविया 100 mg tablet एक शुगर के इलाज की दवा है जिसका उपयोग टाइप 2 मधुमेह के उपचार में किया जाता है। यह दवा डॉक्टर द्वारा तब दी जाती है जब एक मधुमेह का मरीज बहुत हाई ब्लड शुगर से परेशान हो।बाज़ार में सबसे ज्यादा बिकने वाली टैबलेट जानुविया 100 मिलीग्राम टैबलेट है। बाज़ार में इसके और दूसरे वेरिएंट जानुविया 50 मिलीग्राम और जानुविया 25 मिलीग्राम भी उपलब्ध हैं। जानुविया टैबलेट के मुख्य उपयोग हैं-
- आपके शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
- DPP-4 प्रोटीन को रोकता है जो इन्क्रीटिन के प्रभाव को निष्क्रिय करता है।
- इंसुलिन को बढ़ाता है।
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जानुविया टैबलेट का इस्तेमाल करने से पहले जानने योग्य बातें
जानुविया दवा का इस्तेमाल करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-
दवाओं के साथ प्रभाव
जानुविया 100 मिलीग्राम हो या जानुविया 50 मिलीग्राम, जानुविया के सभी प्रकार दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप जो भी दवा ले रहे हैं उसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। जानुविया दवा मधुमेह से संबंधित दवाओं के साथ भी रिएक्ट करती है जैसे-
- ग्लिमेपिराइड (अमेरील)
- ग्लाइबराइड (ग्लाइनेज़)
- इंसुलिन
हार्ट के मरीज
यदि आपको दिल(हार्ट) की समस्या है और दिल का दौरा पड़ने का खतरा ज्यादा है, तो हो सकता है कि आपको जानुविया टैबलेट नहीं लेना चाहिए। जानुविया आपके हार्ट फंक्शन को और खराब कर सकता है। इसके लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें वे जाँच करेंगे और आपके लिए जानुविया के लाभ और नुकसान दोनो के बारे में पूरी जानकारी देंगे। हार्ट से जुड़ी समस्याएं निम्नलिखित लक्षणों के साथ आती हैं-
- टखनों और पैरों में सूजन
- शरीर के वजन में उतार-चढ़ाव
- साँस लेने में परेशानी
जानुविया टैबलेट लेते समय यदि आपको ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
किडनी के मरीज
किडनी के ऐसे मरीज जो पहले से ही किडनी की समस्याओं से जूझ रहे हैं, उन्हें इस दवा के इस्तेमाल से बचना चाहिए। जानुविया किडनी पर गलत प्रभाव डाल सकता है, जिससे किडनी डायलिसिस के कगार पर पहुंच सकती है। इसलिए अपने डॉक्टर को अपनी किडनी की समस्याओं के बारे में पहले ही बता देना चाहिए। इसके हिसाब से डॉक्टर आपकी खुराक निर्धारित करेंगें।
खराब होती किडनी की स्थिति के लक्षणों में शामिल हैं-
- उल्टी करना
- जी मिचलाना
- दस्त
इन लक्षणों पर ध्यान दें और इसके लिए तुरंत अपने शुगर एक्सपर्ट से संपर्क करें।
जानुविया और शराब
शराब पीने वाले शुगर के मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। दूसरी शुगर की दवाओं से अलग जानुविया शराब के साथ कोई रिएक्शन नहीं करता है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है की शराब पीने की छूट मिल गई है। शराब शुगर के मरीजों के लिए अच्छी नहीं है क्योंकि यह इंसुलिन फंक्शन को बाधित करके आपके शुगर लेवल को बढ़ाती है। शराब के सेवन की सुरक्षित सीमा के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भावस्था(प्रेगनेंसी) और स्तनपान(ब्रेस्टफीडिंग) के दौरान जानुविया
गर्भवती(प्रेगनेंट) और स्तनपान(ब्रेस्टफीडिंग) कराने वाली महिलाओं पर जानुविया के प्रभाव जानने के लिए पर्याप्त रिसर्च मौजूद हैं। यह कन्फर्म नहीं है कि जानुविया स्तन के दूध(ब्रेस्ट मिल्क) में गुजरता है या नहीं। इसलिए कभी भी खुद से इसका सेवन शुरू करने का फैसला न करें। इस संबंध में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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जानुविया खुराक | Januvia Dosage in Hindi
जानुविया टैबलेट केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर उपलब्ध है और इसे कभी भी डॉक्टर से सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए। जानुविया टैबलेट निम्नलिखित प्रकार में उपलब्ध है-
- जानुविया 100 मि.ग्रा
- जानुविया 50 मि.ग्रा
- जानुविया 25 मि.ग्रा
जानुविया की खुराक के संबंध में आपके डॉक्टर आपकी हेल्थ कंडीशन को ध्यान में रखकर कोई निर्णय लेंगे। यदि आपको किडनी की कोई समस्या है तो आप जानुविया की हल्की खुराक लेंगें। जानुविया टैबलेट प्रति दिन 1 बार ली जाती है।
छूटी हुई खुराक
यदि आप जानुविया की निर्धारित खुराक लेना भूल गए हैं तो याद आते ही इसे ले लें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अगली निर्धारित खुराक के साथ न लें। इस कारण ओवरडोज़ हो सकता है जिससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है।
ओवरडोज
जानुविया की हमेशा निर्धारित खुराक ही लें। यदि आपने इसे इससे ज्यादा ले लिया है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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जानुविया लेते समय परहेज करने वाली चीजें
जब आप शुगर की दवाएं ले रहे हैं तो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावी ढंग से कंट्रोल करने में मदद के लिए अपने डाइट मैनेजमेंट का ध्यान रखें। यहां उन खाद्य पदार्थों का विस्तृत विवरण दिया गया है जिनसे बचना चाहिए-
हाई ग्लाइसेमिक कार्ब्स
- इससे बचें– हाई ग्लाइसेमिक प्रोफाइल वाली चीजें जैसे मैदा, ब्रेड और चावल, और ऐसे अनाज जिनमे शुगर की मात्रा ज्यादा हो।
- इसकी जगह ये चुनें– ब्राउन राइस, क्विनोआ और साबुत गेहूं की रोटी जैसे साबुत अनाज का विकल्प चुनें। इनका ब्लड शुगर पर कम प्रभाव पड़ता है।
शुगर से भरपूर खाने और पीने की चीजें
- परहेज– मिठाइयाँ, टॉफ़ी, पेस्ट्री और रिफाइंड शुगर से भरपूर मिठाइयाँ।
- इसकी जगह ये चुनें– ऐसे फलों का सेवन करें जिनका जीआई लो से मॉडरेट लेवल का हो। फलों का सेवन कम मात्रा में करें और शुगर-फ्री विकल्प चुनें। जामुन जैसे प्राकृतिक रूप से मीठे फल खाएं।
प्रोसेस्ड फूड
- परहेज– ज्यादा प्रोसेस्ड फूड में अक्सर ज्यादा शुगर और अनहेल्दी फैट होती है।
- इसकी जगह ये चुनें– ताज़ा और हेल्दी खाने पर ध्यान दें। लीन प्रोटीन, सब्जियों और साबुत अनाज से घर पर ही भोजन तैयार करें।
तला हुआ और फैट वाला भोजन
- परहेज– ऐसी चीजें जिनमें सैचुरेटेड और ट्रांस फैट ज्यादा होता है, जैसे गहरे तले हुए भोजन और फैट वाला मांस।
- इसकी जगह ये चुनें– हेल्दी फैट के सोर्स का चयन करें, जैसे एवोकाडो, नट्स, सीड्स और ऑलिव ऑयल।
पोर्शन साइज
- परहेज– ज्यादा खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
- इसकी जगह ये चुने– पोर्शन साइज को कंट्रोल करें और दिन भर में कई बार थोड़ा-थोड़ा भोजन करें।
डेयरी प्रोडक्ट
- परहेज– फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट एक्स्ट्रा सैचुरेटेड फैट के सेवन में योगदान कर सकते हैं।
- इसकी जगह ये चुने– कम फैट या बिना फैट वाले डेयरी उत्पाद चुनें।
याद रखें बैलेंस डाइट बनाए रखना, नियमित फिजिकल एक्टिविटी और जानुविया टैबलेट शुगर मैनेजमेंट के लिए जरूरी चीजें हैं।
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जानुविया साइड इफेक्ट्स | Januvia Side Effects in Hindi
सभी शुगर की दवाओं की तरह जानुविया के भी हल्के और गंभीर साइड इफेक्ट होते हैं। इसके अलावा जानुविया के साइड इफेक्ट हर व्यक्ति में अलग-अलग होंगे।
इसके साइड इफेक्ट इन चीजों पर निर्भर होते हैं-
- आयु।
- वर्तमान हेल्थ कंडीशन।
- आप जो दवाइयाँ ले रहे हैं।
हम जानुविया के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट की सूची नीचे बता रहे हैं-
- सिरदर्द
- दस्त
- पेट की ख़राबी
- साइनस का इन्फेक्शन
- साँस लेने में कठिनाई
ध्यान दें कि ये हल्के साइड इफेक्ट हैं और यदि ये लंबे समय तक बने रहते हैं, तो तुरंत अपने शुगर एक्सपर्ट से सलाह लें।
गंभीर साइड इफेक्ट्स हैं-
हाइपोग्लाइसीमिया(लो-ब्लड शुगर)
जानुविया आपके शरीर में इंसुलिन को बढ़ाता है। इसलिए जानुविया से शुगर के मरीजों में हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा काफी ज्यादा है। जानुविया और इस तरह की दवाओं में सल्फोनील्यूरिया दवाएं होती हैं, जो हाइपोग्लाइसीमिया के खतरे को बढ़ाती हैं। सामान्य हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण हैं-
- घबराहट
- एंजाइटी
- पीली त्वचा
- भूख
- ब्लर विजन
- कमजोरी
- सिर दर्द
- जी मिचलाना
- ज्यादा प्यास
- सुन्न होना
- सीजर
- व्यवहार में चिड़चिड़ापन
पैंक्रियाटाइटिस
जानुविया का एक अन्य साइड इफेक्ट पैंक्रियाटाइटिस है। जानुविया टैबलेट पैंक्रियाज(अग्न्याशय) में गंभीर सूजन का कारण बनता है। इसमें आपको अत्यधिक पेट और पीठ दर्द का अनुभव होगा। आपको उल्टी और मतली का अनुभव भी हो सकता है।
जोड़ों का दर्द
जानुविन लेने पर कुछ लोगों को जोड़ों में दर्द का हो सकता है। जानुविन लेने के कुछ दिनों के भीतर या कुछ वर्षों के बाद जोड़ों का दर्द शुरू हो सकता है। यह हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है। जानुविया जिस दवा के ग्रुप से संबंधित है उसे जोड़ों के दर्द का कारण माना जाता है। इस समूह की अन्य लोकप्रिय दवाएं सैक्साग्लिप्टिन (ओंग्लिज़ा), लिनाग्लिप्टिन (ट्रेडजेंटा) आदि हैं।
एलर्जी
कुछ शुगर के मरीजों को जानुविया से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी के लक्षणों में शामिल हैं-
- त्वचा पर रैश
- अत्यधिक खुजली होना
- रेडनेस
- त्वचा का लाल होना
कुछ दुर्लभ प्रतिक्रियाओं में त्वचा के नीचे सूजन, जीभ, गले, चेहरे, पलकों आदि की सूजन हो सकती है।
इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से मिलें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
हाँ, जानुविया और सीटाग्लिप्टिन एक ही दवाएँ हैं। जानुविया ब्रांड नाम है। सीटाग्लिप्टिन दवा का सामान्य रूप है।
नहीं, जानुविया 100 मिलीग्राम की कोई भी गोली दिन में केवल एक बार ही लेनी है। वह भी तब जब डॉक्टर इसे निर्धारित करें।
निम्नलिखित वे लोग हैं जिन्हें जानुविया नहीं लेना चाहिए-
1. टाइप 1 शुगर के मरीज
2. हार्ट के मरीज
3. किडनी के मरीज
4. जिन लोगों को पैंक्रियाटाइटिस है
5. गर्भवती(प्रेगनेंट) और स्तनपान(ब्रेस्टफीडिंग) कराने वाली माताएँ
हाँ, अध्ययनों से पता चला है कि जानुविया कई हफ्तों तक लेने पर ए1सी लेवल को कम कर देता है। 229 मरीजों पर किए गए एक अध्ययन में जानुविया ने 24 सप्ताह में ए1सी लेवल को उन मरीजों की तुलना में 0.8% कम कर दिया जिन्होंने ऐसा नहीं किया था।
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