सब्जी के प्रेमियों के लिए कद्दू उनकी फेवरेट सब्जी होती है, जिसे कचौरी के साथ बड़े चाव से खाया जाता है। कद्दू के सूप फायदेमंद होने के साथ ठंडी शामों में गर्मी का एहसास दिलाते हैं। हमारे आसपास उपलब्ध सब्जियों में कद्दू अपने स्वाद और कलरफुल बनावट के साथ, डायबिटीक लोगों को आकर्षित करती है। लोगों के मन में अक्सर एक सावल रहता है कि क्या शुगर के मरीजों के लिए कद्दू फायदेमंद है? कद्दू का पोषण मूल्य क्या है? क्या कद्दू डायबिटीज-फ्रेंडली है। तो हम इस ब्लॉग में कद्दू से जुड़े उन सभी सवालों का जवाब देंगे, जिन्हें आपको जानना जरूरी है। जिससे आपको कद्दू का सही रूप से सेवन करने और डायबिटीज में इसका लाभ पाने में मदद मिलेगी।
कद्दू (Kaddu) क्या है?
कद्दू भारतीय रसोईयों में खूब उपयोग की जाने वाली एक फेमस सब्जी है। जिसे भारतीय लोग बड़े ही चाव से खाते हैं। इसे अन्य क्षेत्रीय नामों के अलावा हिंदी में “कद्दू” और मलयालम में “माथंगा” के नाम से जाना जाता है। इसे उगाना भी बहुत ही आसान है। कद्दू का उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है, जो नमकीन और मीठे दोनों रूप में बनाए जाते हैं। कद्दू को ‘भारत की राष्ट्रीय सब्जी’ की उपाधि दी गई है। कद्दू से बना एक लोकप्रिय भारतीय व्यंजन “कद्दू करी” या “कद्दू की सब्जी” है, इसे बनाने के लिए सब्जी को मसालों के साथ पकाया जाता है। एक और फेमस रेसिपी “कद्दू का हलवा” है, जो कद्दू को कद्दूकस करके, घी, चीनी और दूध के साथ पकाकर बनाई जाने वाली एक स्वीट डिश है।कद्दू कम कैलोरी और मीडियम जीआई वाली सब्जी के पोषण गुणों में से एक है।
कद्दू की उत्पत्ति आज से लाखों साल पहले हुई थी। ऐसा माना जाता है कि इन्हें सबसे पहले अमेरिका की मिट्टी में, विशेष रूप से मध्य और दक्षिण अमेरिका में उगाया गया। प्राचीन मेसोअमेरिकन सभ्यताएं, जैसे एज़्टेक और मायांस, कद्दू को मुख्य खाद्य फसल के रूप में महत्व देते थे। उन्होंने अपने आहार में कद्दू के पौधे के गूदे, बीज और फूलों सहित सभी भागों का उपयोग किया। कद्दू एक महत्वपूर्ण फसल और अमेरिकी संस्कृति का अभिन्न अंग है। आज कद्दू दुनिया भर में उगाए जाते हैं और इसे बड़े चाव से खाया जाता है, इसे न केवल खाने के लिए बेस्ट माना जाता है जबकि अमेरिका सहित अन्य देशों में हैलोवीन और थैंक्सगिविंग जैसे त्योहारों के दौरान सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
भारत में भी कद्दू भारतीय त्योहारों का एक अनिवार्य हिस्सा हैं, खासकर दिवाली के दौरान इसका इस्तेमाल किया जाता है। इस समय के दौरान कद्दू से बनी हुईं मिठाईयां तैयार की जाती हैं और रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ मिल बांटकर खाया जाता है। अपने स्वादिष्ट स्वाद और हेल्दी पोषण प्रोफ़ाइल के कारण, डायबिटीज के मरीजों के लिए भी कद्दू फायदेमंद है। शुगर में कद्दू के सेवन से कई स्वास्थ लाभ मिलते हैं।
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कद्दू का न्यूट्रिशनल वैल्यू
कद्दू में विटामिन ए, बी 6, सी, पोटेशियम और डाइटरी फाइबर जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसमें कॉपर, फोलेट, कैल्शियम, मैंगनीज आदि की भी उपस्थिति होती है। यहां न्यूट्रिशनल वैल्यू की जानकारी दी गई है
कद्दू का पोषक यानी न्यूट्रिशनल वैल्यू | ||||
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न्यूट्रिएंट्स (100g) | मात्रा | |||
कैलोरी | 26 कैलोरी | |||
कार्बोहाइड्रेट | 7 ग्राम | |||
फैट | 0.1 ग्राम | |||
प्रोटीन | 1 ग्राम | |||
शुगर | 2.8 ग्राम | |||
फाइबर | 0.5 ग्राम | |||
विटामिन सी | 15% | |||
आयरन | 4% | |||
कैल्शियम | 2% | |||
विटामिन बी6 | 5% | |||
मैग्नीशियम | 3% | |||
सोडियम | 1 मि.ग्रा | |||
कोबालामिन | 0% |
प्रतिशत डेली वैल्यू 2,000-कैलोरी डाइट पर आधारित हैं। आपकी कैलोरी आवश्यकताओं के आधार पर आपकी डेली वैल्यू अधिक या कम हो सकती है।
कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 75 के आसपास होता है लेकिन इसका ग्लाइसेमिक लोड सिर्फ 3 होता है। हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने से शुगर का लेवल बढ़ता है लेकिन यह सच नहीं है। कद्दू में ग्लाइसेमिक लोड कम होता है, जिसका अर्थ है कि आपके शुगर के लेवल पर कद्दू का प्रभाव बहुत ही मामूली रूप में पड़ेगा।
क्या डायबिटीक लोगों के लिए कद्दू अच्छा होता है?
शुगर के मरीजों के लिए कद्दू फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें कार्ब्स कम और फाइबर और आवश्यक पोषक तत्व भरपूर होते हैं लेकिन कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है। अब हम सोच रहे होंगे कि क्या कद्दू डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा होता है? कद्दू का हाई जीआई आपको यह महसूस करा सकता है कि डायबिटीज के लिए यह एक बड़ी संख्या है। लेकिन कद्दू का ग्लाइसेमिक लोड सिर्फ 3 है, जिसका मतलब है कि शुगर के लेवल पर कद्दू का प्रभाव कम से कम होगा। इसलिए आपको अपनी डाइट में कद्दू की मीडियम और उचित मात्रा आपके शुगर के लेवल पर भारी प्रभाव नहीं डालेगी। कद्दू एक कम कैलोरी और कम कार्ब वाली सब्जी है जो फाइबर, मैग्नीशियम, विभिन्न विटामिन आदि से भरपूर है। कद्दू में हाई फाइबर सामग्री होती है, जो ब्लड फ्लो में शुगर के अवशोषण दर को कम करने में मदद कर सकती है, जिससे शुगर को बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही कद्दू में कम कार्ब्स होने से आपके शुगर लेवल पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। ये दोनों गुण डायबिटीज के मरीजों के लिए उनके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकते हैं।
वर्ष 2017 में “प्लांट फूड्स फॉर ह्यूमन न्यूट्रिशन” मैगजीन में प्रकाशित एक अध्ययन में डायबिटीज से पीड़ित चूहों पर कद्दू के अर्क के प्रभावों की जांच की गई। अध्ययन में पाया गया कि कद्दू के अर्क ने ब्लड शुगर के लेवल को कम कर दिया और डायबिटीज से पीड़ित चूहों में इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार किया, जो संभावित एंटी-डायबिटीज के गुणों को बताता है। “द जर्नल ऑफ मेडिसिनल फूड” 2012 में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में कद्दू पाउडर सप्लीमेशन के प्रभावों का विश्लेषण किया गया। शोधकर्ताओं ने देखा कि डायबिटीज के मरीजों में कद्दू से ब्लड शुगर के लेवल में महत्वपूर्ण कमी होती है। साथ ही 12 सप्ताह तक कद्दू पाउडर का सेवन करने के बाद इस रिसर्च में भाग लेने वाले लोगों में एंटीऑक्सीडेंट की स्थिति में सुधार हुआ।
हालांकि जब इस रिसर्च का परिणाम लाभकारी दिखाई देते है, तो इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू से मिलने वाले लाभों की अधिक पुष्टि के अभी और रिसर्च और क्लीनिकल टेस्टों की आवश्यकता है। साथ ही डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर संपर्क करें और उनके बताए गए सुझावों के अनुसार ही कोई बदलाव करें, खासकर जब आप डायबिटीज या कोई अन्य स्वास्थ संबंधी समस्याओं से पीड़ित हों। हालांकि कद्दू का सेवन कम मात्रा में करना और ब्लड शुगर लेवल की मॉनिटरिंग करते रहना जरूरी है। जब भी अपनी डाइट में कद्दू को शामिल करते हैं तो अपने डॉक्टर से एक बार जरूर सलाह लें।
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क्या कद्दू के बीज डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छे होते हैं? Kaddu Ke Beej Kaise Khaye-
कद्दू के बीज सबसे अच्छे बीज साबित होते हैं जिनका सेवन डायबिटीज के मरीजों को करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू के बीजों में मैग्नीशियम होता है, यह एक ऐसा तत्व जिससे बल्ड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। कद्दू के बीजों में हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी होते हैं, जिसके चलते शुगर का लेवल कम हो जाता है।
कद्दू के बीज में विटामिन ई और कैरोटीनॉयड जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर में सूजन को कम करते हैं। इसके साथ ही, कद्दू के बीज खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य अच्छा रहता है। कद्दू के बीज के ये सभी प्रभाव आपकी डायबिटीज की यात्रा में सहायता करते हैं, और इसलिए ‘क्या कद्दू के बीज डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छे हैं?’ निश्चित रूप से जवाब हां है!
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू के फायदे- Kaddu Ke Fayde
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू खाने से कई संभावित लाभ मिल सकते हैं। उनमें से कुछ हैं:
डाइटरी फाइबर से भरपूर
कद्दू में डाइटरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत होता है, क्योंकि आधे कप कद्दू में 3 ग्राम फाइबर होता है। डाइटरी फाइबर ब्लड में शुगर के अवशोषण की दर को रोकने में मदद करता है, जिसके चलते शुगर का लेवल अधिक स्थिर होता है।
पोषक तत्वों का पावरहाउस
कद्दू में विटामिन ए, सी, बी1 और बी6 जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसके साथ ही कद्दू में पोटैशियम, फाइबर, मैग्नीशियम, फोलेट और मैंगनीज भी मिलता है। ये पोषक तत्व ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी अच्छे होते हैं और डायबिटीज को मैनेज करने में मदद करते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू में बीटा-कैरोटीन और अन्य कैरोटीनॉयड सहित विभिन्न एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। स्ट्रेस का डायबिटीज की जटिल समस्याओं से गहरा संबंध होता है।
वजन को मैनेज करने में मददगार
कद्दू में कैलोरी कम होती है और यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। इसे डायबिटीज-फ्रेंडली डाइट में शामिल करना लाभकारी होता है। जिसके चलते शरीर के वजन को मैनेज करने और बल्ड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करना
कुछ रिसर्च बताते हैं कि डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू का अर्क इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार कर सकता है। यह संभावित रूप से डायबिटीज के मरीजों के शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होता है। हालांकि इसकी और अधिक पुष्टि के लिए अभी और रिसर्च की आवश्यकता है।
कम ग्लाइसेमिक लोड
कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, लेकिन इसका ग्लाइसेमिक लोड काफी कम है। हाई जीआई का मतलब होता है कि इसके सेवन से बल्ड शुगर बढ़ेगा, लेकिन ग्लाइसेमिक लोड कम होने के चलते शुगर संतुलित रहता है।
अस्वीकरण
कम ग्लूकोज टॉलरेंस वाले डायबिटीज के मरीजों को कद्दू का सेवन लिमिट में करने का प्रयास करना चाहिए। इसके अलावा कंट्रोल शुगर लेवल और एचबीए1सी वाले डायबिटीज के मरीज या जिन लोगों ने जीटीटी (ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट) पास कर लिया होता है, वे कद्दू खा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि कद्दू का सेवन निर्धारित मात्रा में ही करना चाहिए।
ये सभी मीठे कद्दू के संभावित लाभ हैं। शुगर से जुड़ी डाइट में कद्दू को शामिल करने से पहले इससे मिलने वाले लाभों और हानि के बारे में अच्छे से जानकारी ले लेनी चाहिए। जैसे संतुलित डाइट का पालन करना, नियमित रूप से फिजकल वर्कआउट करना और डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
शुगर के मरीजों के लिए कद्दू खाने के तरीके
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू खाने से कई स्वास्थ संबंधी लाभ के साथ, भोजन के रूप में बेहतरीन स्वाद मिलता है:
कद्दू की सब्जी- Pethe Ki Sabji
डायबिटीज के मरीजों के लिए जीरा, धनिया, हल्दी और अदरक जैसे भारतीय मसालों के साथ कद्दू की सब्जी बनाएं। इसे डायबिटीज के अनुकूल बनाए रखने के लिए कम से कम तेल का प्रयोग करें और इसमें चीनी मिलाने से बचें।
कद्दू का सूप
पके हुए कद्दू और सब्जी के शोरबा और मसालों को मिलाकर एक हेल्दी कद्दू का सूप बनाएं। डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू की एक हेल्दी रेसिपी बनाने के लिए इसमें क्रीम या मक्खन न मिलाएं।
भुना हुआ कद्दू
कद्दू को क्यूब्स के आकार में काटें, उन्हें कम तेल में डालें, और उन्हें कुरकुरा और नरम होने तक भूनें। कद्दू में एक अच्छा स्वाद होता है जो तलने पर बेहतर और भी लगेगा। आप और बेहतरीन स्वाद के लिए गरम मसाला जैसे कुछ भारतीय मसाले ऊपर से छिड़क सकते हैं।
कद्दू का परांठा
सब्जी की तरह पकाए गए और मसले हुए कद्दू को गेहूं के आटे की रोटी में मिलाकर डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू का पौष्टिक परांठा बनाएं। इसे अच्छे से बेल लें और कम से कम तेल या घी में परांठे को सेकें और आनंद लें।
कद्दू का रायता
स्वादिष्ट कद्दू का रायता बनाने के लिए कद्दूकस किए हुए या मसले हुए कद्दू को सादे दही और मसालों के साथ मिलाएं। यह शुगर के मरीजों के लिए हेल्दी ड्रिंक या रिफ्रेशमेंट के रूप में हो सकता है।
कद्दू का हलवा
डायबिटीज-फ्रेंडली कद्दू का हलवा तैयार करें। मीठे कद्दू का लाभ पाने के लिए चीनी के बजाय स्टीविया या खजूर जैसे आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का उपयोग करें।
कद्दू के बीज
एक हेल्दी और कुरकुरे नाश्ते के लिए कद्दू के बीजों को थोड़े से नमक और मसालों के साथ भून लें। डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू की यह रेसिपी एक अच्छा स्नैकिंग ऑप्शन हो सकता है
डायबिटीज डाइट में कद्दू को शामिल करते समय पोर्शन साइज पर कंट्रोल रखना जरूरी होता है, साथ ही पूरे दिन में भोजन से लिए जाने वाले कार्ब्स को भी ध्यान रखें।
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डायबिटीज में कद्दू खाने से होने वाले साइड इफेक्ट
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू का सेवन आम तौर पर कम मात्रा में करना सेफ होता है। बहरहाल कद्दू के कुछ संभावित साइट इफेक्ट्स भी हैं, जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए:
ब्लड शुगर का लेवल
वैसे तो कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका मतलब है कि हाई कार्ब वाले खाद्य पदार्थों की तुलना में इसका ब्लड शुगर पर मामूली प्रभाव पड़ता है। इसमें अभी भी कुछ मात्रा में कार्ब्स होते हैं। डायबिटीज के मरीजों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे कितना कद्दू खाते हैं और इसे खाने के बाद अपने शुगर लेवल की मॉनिटरिंग करें।
दवाओं पर कद्दू का असर
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू संभावित रूप से उनकी दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है। इसके अलावा कद्दू के बीज मैग्नीशियम का एक प्राकृतिक स्रोत भी होते हैं, जो कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकते हैं। यदि आप ऐसी दवाएं ले रहे हैं, जो मैग्नीशियम के लेवल या किसी अन्य बीमारी को प्रभावित करती हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें ताकि किसी भी तरह की स्वास्थ समस्या न हो।
एलर्जी होना
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू के बीज या कद्दू खाने से एलर्जी हो सकती है। हालांकि ऐसे मामले न के बराबर सामने आए हें, फिर भी डायबिटीज के मरीजों को कद्दू और उनके बीज या परिवार के अन्य सदस्यों से एलर्जी हो सकती है। यदि आपको खुजली, चकत्ते, सूजन आदि जैसे किसी भी एलर्जी का सामना करना पड़ता है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और समय रहते हुए उचित इलाज लें।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी समस्याएं
बहुत अधिक कद्दू खाने या डाइट में बदलाव करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे गैस और यहां तक की दस्त भी हो सकता है। इसीलिए डायबिटीज में कद्दू का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए।
किसी भी तरह की डाइट में बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, वैसे ही कद्दू के सेवन से पहले डॉक्टर से बातचीत जरूर करनी चाहिए। जिससे आपको पेट संबंधी कोई समस्या उत्पन्न न हो और इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाया जा सके। क्योंकि डॉक्टर्स आपके स्वास्थ और दवाओं के सेवन को देखते हुए उचित सुझाव देते हैं।
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निष्कर्ष
ऊपर दी गई सभी जानकारी के बाद अंत में एक ही सवाल बचता है कि ‘क्या डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू फायदेमंद है? तो इसका एक ही जवाब है। कद्दू में मौजूद पोषक तत्वों के चलते यह डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक है। कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है, पर इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है और यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अध्ययनों से पता चला है कि कद्दू का अर्क इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ा सकता है और ब्लड शुगर को नॉर्मली रेगुलेट करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा कद्दू में एंटीऑक्सीडेंट कंटेंट भी होते हैं, जो डायबिटीज से संबंधित जटिल समस्याओं को रोकने के लिए एक ढाल की तरह काम करते हैं। हालांकि इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि कद्दू के सेवन से डायबिटीज किस तरह मैनेज हो सकता है, इसके लिए और अधिक विस्तार से और क्लीनिकल टेस्टों की जरूरत है।
साथ ही इस बात की जानकारी जरूर होनी चाहिए कि हाई शुगर और HbA1c लेवल वाले डायबिटीज के मरीजों पर यह लागू नहीं होते हैं और नॉर्मल शुगर लेवल वाले डायबिटीज के मरीजों को भी कद्दू के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। लेकिन ओवरऑल कार्बोहाइड्रेट सेवन, हाई जीआई वैल्यू और दवाओं के साथ होने वाले संभावित क्रियाओं को ध्यान में रखते हुए, इसे सीमित मात्रा में उपयोग किया जाना चाहिए।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
डायबिटीज के मरीजों के लिए कद्दू पाचन को आसान बनाने में मदद कर सकता है। कद्दू में डाइटरी फाइबर और प्रीबायोटिक्स होते हैं। ये बॉवेल मूवमेंट्स (मल त्याग) को आसान बनाने और आंत को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं।
कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 75 के आसपास होता है लेकिन इसका ग्लाइसेमिक लोड सिर्फ 3 ही होता है। हाई जीआई और कम जीएल वाले खाद्य पदार्थ मापी गई मात्रा में खाने पर आपके शुगर के लेवल पर ज्यादा प्रभाव नहीं डालते हैं। इसलिए कम मात्रा में सेवन करने पर कद्दू आपके ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाएगा। कद्दू का सुरक्षित रूप से सेवन करने के लिए डॉक्टर से जरूर सलाह लें और उनके निर्देशों का पालन करें।
जी हां, कद्दू में प्राकृतिक रूप से चीनी मौजूद होती है। प्रति 100 ग्राम कद्दू में लगभग 2.8 ग्राम चीनी होती है। इसके साथ ही कद्दू में प्रति 100 ग्राम में लगभग 7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है। कद्दू में कम चीनी और कार्ब्स की मात्रा होने के कारण डायबिटीज के मरीजों के लिए इसका सेवन करना लाभकारी होता है।
कद्दू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है इसलिए डायबिटीज के मरीजों को कद्दू का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। आपके पूरे भोजन में कद्दू का एक हिस्सा मिलाने से इसका ग्लाइसेमिक प्रभाव कम हो जाएगा और इसका सेवन करना फायदेमंद होगा।
डायबिटीज के मरीजों को कद्दू का सेवन दिन के पूरे भोजन यानी दोपहर के भोजन या रात के खाने के दौरान करना चाहिए। इससे लाभ पाने के लिए कद्दू को दाल, रोटी और अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर खाना चाहिए। चूंकि कद्दू एक पेट भरने वाला भोजन है, इससे आपको लंबे समय तक भूख कम लगेगी।
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