डायबिटीज और ककड़ी: डायबिटीज में ककड़ी खा सकते है या नहीं? – Diabetes & Cucumber: Can Diabetics eat Cucumber or not?

पतली-पतली लंबी तर ककड़ी गर्मियों के मौसम का सबसे बेहतरीन तोहफ़ा होता है। यह पानी से भरपूर स्वादिष्ट लंबी ककड़ी कई पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। यह गर्मियों में पानी की कमी को पूरा करती है।

लेकिन डाईबिटीज़ में क्या तर ककड़ी खा सकते हैं? आइए इस ब्लॉग में जानते हैं ककड़ी के बारे में। 

अवलोकन – Overview

अर्मेनियाई ककड़ी या तर ककड़ी जिसका वानस्पतिक नाम कुकुमिस मेलो var फ्लेक्सुओसस, एक प्रकार का लंबा, पतला फल है जिसका स्वाद खीरा की तरह होता है। यह गर्मियों में सलाद का एक प्रमुख भाग है।

यह मेलन (तरबूज) परिवार की सदस्य है। अर्मेनियाई ककड़ी को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जिनमें सांप ककड़ी, सांप तरबूज और गज लंबी ककड़ी शामिल हैं। 

यह एक हाई फाइबर और हाई वाटर कंटेन्ट सब्जी है जो डीहाइड्रेशन को कम करने के साथ पाचन में भी सहायता करती है। 

ककड़ी की न्यूट्रीशनल वेल्यू या पोषण मूल्य – Nutritional Value of Cucumber in Hindi

ककड़ी कई प्रकार के न्यूट्रीशन से भरपूर होती है। इसमें पानी 90% तक पाया जाता है और साथ ही फाइबर भी काफी ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है। 100 ग्राम ककड़ी में पाए जाने वाले पोषक तत्व निम्नलिखित हैं:

  • ऊर्जा: 15 kcal 
  • कार्बोहाइड्रेट्स: 3 ग्राम 
  • प्रोटीन: 1 ग्राम 
  • फाइबर: 1 ग्राम 
  • शुगर: 2 ग्राम 
  • सोडियम: 9 मिलीग्राम
  • पोटैशियम: 202 मिलीग्राम
  • विटामिन ए: 4%
  • विटामिन सी: 10%
  • कैल्शियम: 1%
  • लोहा: 1%

इसके अतिरिक्त यह विटामिन सी, के, ए, पोटेशियम और ल्यूटिन का अच्छा स्त्रोत है। 

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ककड़ी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स – Glycemic Index of Cucumber in Hindi

ककड़ी एक लो ग्लाइसेमीक सब्जी है जो आपके ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाती। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 15 के करीब माना जाता है।

किसी भी भोजन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स यह निर्धारित करता है की वह शरीर में शुगर लेवल को कितना और कितनी जल्दी बढ़ाता है। ककड़ी में पानी और फाइबर की अधिक मात्रा होती है जो शुगर लेवल को नियंत्रित रखती है। 

ककड़ी और डाईबिटीज़ – Cucumber & Diabetes in Hindi

ककड़ी एक लो ग्लाइसेमिक सब्जी है जो डाइबीटिक लोगों के लिए एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है। यह शुगर लेवल को नियंत्रित रखती है इसलिए इसे डाइबीटिक डाइट में शामिल किया जाता है।  

ककड़ी में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, बीटा केरोटीन, पोटेशियम, मेंगनीज़ और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। यह शुगर पेशेंट में शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है। ककड़ी इंसुलिन उत्पादन को भी बढ़ाती है

जिससे डाईबिटीज़ के लोगों को फायदा मिलता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को नष्ट करके डाईबिटीज़ के रिस्क को कम करते हैं। यह भोजन में ग्लूकोज को तोड़ने में मदद करता है और ब्लडस्ट्रीम में शुगर के अवशोषण को आसान करता है। 

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ककड़ी के हेल्थ बेनेफिट्स या स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Cucumber in Hindi

ककड़ी खाने के कई स्वास्थ्य लाभ है जो इसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से हैं। ककड़ी के स्वास्थ्य लाभों में शामिल है:

हाईड्रेट रखती है – Keeps you Hydrate

ककड़ी में 90% पानी होता है जो गर्मियों के मौसम में आपको हाईड्रेट रखने में मदद करता है। यह शरीर का तापमान बनाए रखती है और ठंडक देती यही। इसलिए डीहाइड्रेशन से बचने के लिए ककड़ी एक बेहतर विकल्प है। 

ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती है – Keeps Blood Sugar Level Maintained

ककड़ी मे फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो भोजन के पाचन को धीमा करती है। इस वजह से रक्त में शुगर धीरे-धीरे रीलीज़ होती है और ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहते हैं। यह इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाता है

जो शुगर स्पाइक्स को रोकता है। साथ ही यह भोजन के ग्लुकोज़ को तोड़कर उसके धीरे और सहज अशोषण को बढ़ाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी डाईबिटीज़ के लोगों में ब्लड ग्लुकोज़ लेवल नियंत्रित रखता है।  

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हृदय स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद – Good for the Heart Health

ककड़ी हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि यह पोटेशियम से भरपूर होता है और रक्तचाप या ब्लड प्रेशर के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करती है जिससे स्ट्रोक और दिल से संबंधित अन्य स्थितियों के रिस्क कम हो जाते हैं।

वज़न कम करने में मदद करती है – Helps in Reducing Weight

ककड़ी में मौजूद हाई फाइबर वज़न कम करने में मदद करता है। हाई फाइबर खाना खाने के बाद बार-बार भूख नहीं लगती और ज़्यादा समय तक पेट भरा रहता है। इसलिए अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं तो ककड़ी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। 

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है – Keeps Blood Pressure Maintained

ककड़ी में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करती है। यह सोडियम के प्रभाव को कम करती है जिसकी वजह से बीपी के पेशेंटस इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते है। 

पाचन में सहायक – Helpful in Digestion

गर्मियों में कई तरह की पाचन समस्याएं होती है जैसे एसिडिटी, कब्ज, डायरिया आदि। ऐसे में ककड़ी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। यह पेट के लिए ठंडी होती है और पेट से जुड़ी समस्याओं में आराम देती है। 

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हड्डियों को मजबूत करती है –  Keeps Bones Strong

ककड़ी में प्रचुर मात्रा में विटामिन के पाया जाता है जो हड्डियों के लिए एक अतिआवश्यक पोषक तत्व है। यह बोन डेंसीटी बढ़ाने के साथ हड्डियों को मज़बूत बनाता है। 

स्किन और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है – Good for Skin & Hair Health

त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीना अच्छा माना जाता है। ककड़ी में हाइड्रेशन गुण होने की वजह से यह त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है। साथ ही इसमें अच्छी मात्रा में विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं जो त्वचा को चमकदार और बालों को लंबा व घना बनाने में मदद करते हैं। 

किडनी के स्वास्थ्य को सही रखती है – Keeps Kidneys Healthy 

किडनी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए पानी और पोटेशियम बहुत ज़रूरी है। यह दोनों ही ककड़ी में अच्छी मात्रा में पाए जाते है जो किडनी से यूरिक एसिड और अन्य टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते है। 

कोलेस्ट्राल को नियंत्रित रखती है – Keeps Cholesterol in Control

ककड़ी में पाया जाने वाला स्टीरॉल कम्पाउन्ड शरीर में अच्छे कोलेस्ट्राल के लेवल को बढ़ाता है जिससे कोलेस्ट्राल लेवल नियंत्रित रहते हैं। यह कई तरह के हृदय रोगों के रिस्क को कम करता है जैसे स्ट्रोक, हार्ट अटैक, atherosclerosis आदि। 

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ककड़ी को अपने खाने में शामिल करने के तरीके – How to Include Cucumber in your Diet in Hindi

ककड़ी गर्मियों में एक बेहतर विकल्प है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है जो आपने पाचन तंत्र व शरीर दोनों को ठंड रखती है। इसे इसके कच्चे रूप में खाना ही सबसे बेहतर तरीका है। 

  • इसे आप काट कर सीधे खा सकते हैं 
  • इसे अन्य फल सब्जी के साथ सलाद में शामिल करें 
  • इसे अचार के रूप में भी खा सकते हैं 
  • इसे सेंडविच में मिलाएं 
  • इसे पास्ता में भी गार्निश कर सकते हैं 
  • इसे दही या राइट में मिला कर खाएं 
  • भारतीय रसोई में इसकी सब्जी भी बनाई जाती है
  • स्मूदीज़ और जूस में  

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ककड़ी के साइड इफ़ेक्ट्स – Side Effects of Cucumber in Hindi

सही मात्रा में खाने पर इसके कोई गंभीर साइड-इफ़ेक्ट्स नहीं होते। यह कई पोषक तत्वों से पेक होती है और बहुत से हेल्थ बेनेफिट्स देती है। लेकिन इसके कुछ मामूली साइड इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं:

  • कई बार इसे अधिक मात्रा में खाना टाक्सिक हो सकता है जिससे उलटी, जी मिचलाना, एसिडिटी, पेट में जलन जैसे समस्या हो सकती है। 
  • इसके अलावा कुछ लोगों में इसके लिए एलर्जी होती है इसलिए इसे लोगों को इससे बचना चाहिए। 
  • इसमें विटामिन के और पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है जो अधिक मात्रा में खाने पर किडनी पेशेंटस के लिए नुकसानदायक हो सकती है। 
  • इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए सर्दी जुखाम होने पर इसे खाने से बचें। 

निष्कर्ष – Conclusion

यह ठंडी तासीर वाली सब्जी है जिसमें विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, और पानी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसका लो जीआई और हाई फाइबर इसे डायबिटीज पेशेंट के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनाता है।

यह इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाता है और ग्लुकोज़ अवशोषण को धीमा करता है जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्री रहते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व हृदय, हड्डी, पाचन, किडनी, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं

इसलिए इस ठंडी ताज़गी से भारी ककड़ी को अपनी गर्मियों के भोजन की थाली में जरूर शामिल करें। लेकिन इसके साइड इफ़ेक्ट्स से बचने के लिए इसको ज़रूरत से ज्यादा ना खाएं।  

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सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions

क्या ककड़ी कोलेस्ट्राल को कम करती है?

ककड़ी में स्टीरॉल नाम का कम्पाउन्ड पाया जाता है जो कोलेस्ट्राल  के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। यह गुड कोलेस्ट्राल  को बढ़ाता है और एलडीएल यानि बुरे कोलेस्ट्राल  को कम करता है। कोलेस्ट्राल का सही स्तर कई तरह के हृदय रोगों के रिस्क को कम करता है जैसे स्ट्रोक, हार्ट अटैक, atherosclerosis आदि।  

ककड़ी खाने का सही समय क्या है?

ककड़ी को सुबह और दिन के खाने के साथ खाया जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर खाने में मौजूद कार्ब को धीरी पचाते हैं जिससे शुगर स्पाइक नहीं होती। इसे खाली पेट नहीं खाना चाहिए वरना यह एसिडिटी, पेट में जलन व उल्टी जैसी समस्या पैदा कर सकती है। 

ज्यादा ककड़ी खाने के क्या नुकसान है?

ककड़ी वैसे तो कई स्वास्थ्य लाब देती है लेकिन इसे ज्यादा मात्रा में खाने पर यह टाक्सिक हो सकती है। इसके नुकसान में शामिल है जी मिचलाना, उल्टी, एसिडिटी, जलन आदि। इसके अतिरिक्त किडनी पेशेंटस को इसे ज्यादा खाने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें विटामिन के और पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है जो किडनी के लिए नुकसानदायक हो सकती है। 

क्या ककड़ी डाईबिटीज़ में खा सकते हैं?

जी हाँ! ककड़ी कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें मौजूद कम्पाउन्ड इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाते है और भोजन को तोड़कर ग्लुकोज़ के अवशोषण को सरल बनाता है। इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद फाइबर पाचन को धीमा करके रक्त में शुगर को धीरे रीलीज़ करता है। पानी भी आपके शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है और ककड़ी में 90% पानी होता है जो शुगर पेशेंट के लिए फायदेमंद होता है।

संदर्भ – References

https://www.herzindagi.com/health/health-benefits-of-armenian-cucumber-kakdi-article-173434

https://zeenews.india.com/hindi/health/various-health-benefits-of-eating-kakdi-good-for-diabetes-and-obesity/878769

https://www.abplive.com/lifestyle/kakdi-benefits-and-good-for-health-kakdi-nutrition-2093268Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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