डायबिटीज मरीजों के लिए शुगर लेवल पर ध्यान देना जरूरी है। शुगर लेवल कम या ज्यादा होने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। वहीं कई बार डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ये लेवल कई बार 300 mg/dL, 400 mg/dL और इससे भी ज्यादा हो जाता है। इतना …
टाइप-2 डायबिटीज के बढ़ते मामलों ने इसे मैनेज करने और संभावित तौर पर खत्म करने में लोगों की दिलचस्पी बढ़ा दी है। पहले इसे एक ऐसी बीमारी माना जाता था जिसका इलाज नहीं है और जो जीवन भर रहती है, लेकिन हाल की कई रिसर्च ने लाइफस्टाइल में बदलाव करके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और …
डायबिटीज मरीजों को शुगर कंट्रोल के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है, इनमें से वजन भी एक जरूरी चीज है। वजन का अनियंत्रित तरीके से घटना या बढ़ना पूरी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज में अक्सर ही वजन को कम करने की सलाह दी जाती है, लेकिन अगर मरीज पहले से ही …
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी (retinopathy meaning in hindi) एक डायबीटीज से संबंधित समस्या है जो समस्या आप की आंखों को प्रभावित करती है। इस समस्या का मुख्य कारण रेटिना में मौजूद रोशनी से सेंसिटिव टिश्यू की रक्तसंबंधी नसों (ब्लड वेसल्स) को होने वाले हानि है। शुरुआती चरण में, डायबिटिक …
जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज हो तो त्वचा सम्बन्धी समस्याएं इसका संकेत देने का शुरुआती लक्षण हो सकता है। डायबिटीज का शरीर के लगभग हर अंग पर असर दिखाई देता है, जिसमें से त्वचा भी है। कई डायबिटीज से परेशान व्यक्तियों को कभी ना कभी डायबिटीज के कारण त्वचा संबंधी समस्यायों का सामना करना पड़ता है। …
डायबिटीज तेजी से फैल रही एक लाइलाज बीमारी है। हालांकि इसे कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि डायबिटीज का सही समय से पता लगाया जा सके। वैसे तो डायबिटीज के कई लक्षण हैं, लेकिन सभी डायबिटीज मरीजों में कुछ लक्षण सबसे पहले समझ आते हैं। जैसे बार-बार पेशाब आना, पेशाब का …