Dr. Priyanka Chakravarty Indu
डायबिटीज या शुगर तेजी से फैल रही एक गंभीर बीमारी है, जिसका कोई पर्मानेंट इलाज नहीं है। हालांकि इसे कंट्रोल किया जा सकता है। शुगर में शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है या इंसुलिन का उपयोग ठीक से नहीं कर पाता है। डायबिटीज मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है, टाइप 1 और टाइप …
पुरे विश्व में डायबिटीज से 42.2 करोड़ से भी ज्यादा लोग परेशान हैं। बढ़ती डायबिटीज के साथ जरुरी हैं सही जांच और सही इलाज। आज हम लोग इस बात को कुछ और गहराई से जानेंगे , यूरिन ग्लूकोस टेस्ट के बारे में समझेंगे। इस बारे में पूरा जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़े। यूरिन …
ग्लूकोज परीक्षण किसी व्यक्ति के मेटाबॉलिक हेल्थ का आकलन करने के लिए जरूरी डिवाइस में से एक है। ग्लूकोज लेवल को मापने के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न विधियों में रैंडम ग्लूकोज परीक्षण एक विशिष्ट स्थान रखता है। यह परीक्षण किसी व्यक्ति की ब्लड शुगर लेवल में तुरंत के बदलावों की समीक्षा करता है और …
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के इस समय में शुगर मैनेजमेंट ने एक लंबा सफर तय किया है। इस क्षेत्र में एक और नई शुरुआत हुयी है ब्लड का इस्तेमाल किये बिना शुगर टेस्टिंग मशीन के रूप में। इन डिवाइस ने शुगर के मरीजों के ब्लड शुगर लेवल की जांच करने के तरीके को बदल दिया है,जो पुराने …
ब्लड शुगर लेवल की मॉनिटरिंग डायबिटीज मैनेजमेंट का एक जरूरी हिस्सा है। इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के लिए किस तरह की गतिविधियां या भोजन जिम्मेदार है। यह आपके डायबिटीज को घातक सीमा तक पहुंचने से कंट्रोल करने में भी आपकी मदद करता है। ब्लड शुगर मॉनिटरिंग …
Last updated on सितम्बर 6th, 2023सी-रिएक्टिव प्रोटीन शरीर में इनफ्लेमेशन या सूजन के संकेतों का एक मार्कर है। यदि जाँच में इसकी मात्रा सामान्य से ज़्यादा है तो यह शरीर में किसी समस्या का संकेत है। सीआरपी जाँच से किसी पदार्थ के रक्त स्तर को मापता है। इसे सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) के रूप में जाना जाता …