डायबिटीज़ को कंट्रोल में रखना सिर्फ खाना खाने के बाद ब्लड शुगर चेक करने से ज़्यादा जटिल है। हीमोग्लोबिन A1c (HbA1c) टेस्ट खून में कई महीनों की औसत शुगर बताता है, जो डायबिटीज़ मैनेजमेंट के लिए बहुत ज़रूरी है। HbA1c कम रखना डायबिटीज़ को अच्छे से मैनेज करने और बीमारियों के खतरे को कम करने के …
शुगर होना अपने आप में एक चुनौती है, खासकर तब जब ब्लड में शुगर का लेवल अचानक बढ़ जाता है। 200 mg/dL से ज़्यादा शुगर का लेवल हाइपरग्लाइसीमिया (hyperglycemia) की तरफ इशारा करता है, जिसे नज़रअंदाज़ ना करें। अगर आपका शुगर लेवल 200 हो गया है तो घबराएं नहीं! आप हम आपको बताएंगें कि ऐसे हालात …
डायबिटीज को मैनेज करने के लिए ब्लड में शुगर लेवल को समझना सबसे जरूरी है। शरीर पर असर, परेशानियां और खतरे को जानने के साथ-साथ शुगर लेवल को कंट्रोल करने के उपाय भी सीखने चाहिए। इस ब्लॉग में हम देखेंगे कि ब्लड में शुगर बढ़ने से क्या परेशानी होती है, डायबिटिक कीटोअसिडोसिस, दिल की बीमारी, नसों …
एंटी-डायबिटिक दवाओं के श्रेणी में आने वाली और डीपीपी-4 इन्हिबिटर्स के रूप में जानी जाने वाली विलडाग्लिप्टिन टैबलेट को केवल एक बार दिन में सेवन के लिए सुझाव दिया जाता है। इसे किसी अन्य एंटी-डायबिटिक दवा ‘मेटफॉर्मिन’ के साथ लिया जा सकता है। जब यह दवा ली जाती है, तो मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड के साथ मिलकर इसका …
डायबिटीज मरीजों के लिए शुगर लेवल पर ध्यान देना जरूरी है। शुगर लेवल कम या ज्यादा होने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। वहीं कई बार डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ये लेवल कई बार 300 mg/dL, 400 mg/dL और इससे भी ज्यादा हो जाता है। इतना …
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी (retinopathy meaning in hindi) एक डायबीटीज से संबंधित समस्या है जो समस्या आप की आंखों को प्रभावित करती है। इस समस्या का मुख्य कारण रेटिना में मौजूद रोशनी से सेंसिटिव टिश्यू की रक्तसंबंधी नसों (ब्लड वेसल्स) को होने वाले हानि है। शुरुआती चरण में, डायबिटिक …