पीनट बटर को भुनी हुई मूंगफली को चिकनी या मोटी परत में पीसकर बनाया जाता है, इसमें बेहतर स्वाद के लिए नमक या स्वीटनर का इस्तेमाल भी किया जाता है। इसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट और जरूरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। पीनट बटर न केवल एक स्वादिष्ट व्यंजन है बल्कि इसका इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है। इसकी मलाईदार बनावट और पौष्टिक स्वाद के कारण इसे स्नैक, बेकिंग और खाना पकाने में दुनिया भर में इसका इस्तेमाल किया जाता है। अपने अनेक लाभों के साथ पीनट बटर शुगर के मरीजों के बीच भी काफी लोकप्रिय है जो उनके ब्लड शुगर के लेवल को सही रखने में मदद कर सकता है।
शुगर के लिए पीनट बटर
शुगर मैनेजमेंट में भोजन के रूप में सही विकल्प चुनना जरूरी है और ब्लड शुगर के लेवल को सही बनाए रखने के लिए पीनट बटर एक स्वादिष्ट और हेल्दी विकल्प माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों और लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण यह शुगर-फ्रैंडली डाइट का हिस्सा हो सकता है। पोषण मूल्य, ग्लाइसेमिक इंडेक्स, लाभ, साइड इफेक्ट और पीनट बटर को इस्तेमाल करने के अलग-अलग तरीकों को समझने से शुगर के मरीजों को अपना ब्लड शुगर कंट्रोल रखने में काफी मदद मिल सकती है।
पीनट बटर का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशन वैल्यू)
पीनट बटर अपने न्यूट्रिशन प्रोफ़ाइल के लिए जाना जाता है। यह प्लांट-बेस्ड प्रोटीन, हेल्दी फैट और फाइबर का एक अच्छा सोर्स है, जो ब्लड शुगर को सही रखने और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी है।
यूएसडीए के अनुसार, 100 ग्राम पीनट बटर में पाए जाने वाले पोषक तत्व:
पीनट बटर का पोषण मूल्य | ||||
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पोषक तत्व (प्रति 100 ग्राम ) | मात्रा | |||
वॉटर | 1.18 ग्राम | |||
एनर्जी | 597 किलो कैलोरी | |||
प्रोटीन | 22.5 ग्राम | |||
फैट | 51.1 ग्राम | |||
कार्बोहाइड्रेट | 22.3 ग्राम | |||
फाइबर | 4.8 ग्राम | |||
शुगर | 10.5 ग्राम | |||
कैल्शियम | 49 मि.ग्रा | |||
आयरन | 1.73 मि.ग्रा | |||
मैगनीशियम | 169 मि.ग्रा | |||
फास्फोरस | 339 मि.ग्रा | |||
पोटैशियम | 564 मि.ग्रा | |||
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड | 25.4 ग्राम | |||
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसेचुरेटेड | 12.3 ग्राम |
पीनट बटर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
पीनट बटर का स्वाद बहुत अच्छा होता है लेकिन आपके ब्लड शुगर के लेवल पर इसका कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 14 होता है जो काफी कम है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स यह मापता है कि कोई भोजन कितनी तेजी से ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाता है। पीनट बटर का जीआई लो रेंज में आता है।
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पीनट बटर के लाभ – Peanut Butter ke Fayde
पोषक तत्वों से भरपूर
पीनट बटर में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, इसमें जरूरी विटामिन और खनिज शामिल होते हैं। इसमें विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम और नियासिन जैसे बी-विटामिन होते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी हैं।
मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
पीनट बटर पौधे से मिलने वाले प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स है, जो इसे वीगन और शाकाहारी लोगों के प्रोटीन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाता है। सिर्फ दो बड़े चम्मच पीनट बटर से लगभग 7-8 ग्राम प्रोटीन मिलता है, जो मांसपेशियों की मरम्मत और विकास में मदद करता है।
हार्ट के लिए फायदेमंद
हाई फैट होने के बावजूद पीनट बटर में मुख्य रूप से अनसैचुरेटेड फैट होती है, जिसमें मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट शामिल हैं। ये हेल्दी फैट खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल (एलडीएल) को कम करता है और हार्ट से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक नियमित रूप से पीनट बटर खाना हार्ट के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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वजन मैनेजमेंट
बैलेंस डाइट के रूप में पीनट बटर को मात्रा का ध्यान रखते हुए शामिल करने से वजन मैनेजमेंट में मदद मिल सकती है। प्रोटीन, हेल्दी फैट और फाइबर के कारण डाईजेशन को सही रखता है और वजन बढ़ने से रोकने में मदद करता है। पर्ड्यू यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार अपने डाइट में पीनट बटर शामिल करने से वजन बढ़ने या मोटापे के जोखिम से बचा जा सकता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल
पीनट बटर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है जिस कारण यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ने से रोकता है। यही बात शुगर के मरीजों के लिए काफी लाभकारी है। यह कम मात्रा में सेवन करने पर ब्लड शुगर के लेवल को तेजी से बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, एनएलएम के निष्कर्षों के अनुसार पीनट बटर टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में ब्लड शुगर में सुधार कर सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
पीनट बटर में विटामिन ई और रेस्वेराट्रॉल जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट पुरानी बीमारियों को रोकने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं। Foodnavigator.com के अनुसार फ्लोरिडा के शोधकर्ताओं ने पाया है कि मूंगफली में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा 22% तक हो सकती है।
हड्डियों के लिए लाभदायक
पीनट बटर मैग्नीशियम का एक अच्छा सोर्स है जो हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। पर्याप्त मैग्नीशियम का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और बाद में होने वाले ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम कर सकता है।
अलग-अलग तरह से इस्तेमाल
पीनट बटर का विभिन्न तरीकों से आनंद लिया जा सकता है। इसे टोस्ट के साथ खाया जा सकता है, स्मूदी में मिलाया जा सकता है, फलों या सब्जियों के लिए डिप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, सॉस और ड्रेसिंग में शामिल किया जा सकता है, इसे अकेले भी खाया जा सकता है। इसको लंबे समय तक स्टोर कर सकने और पोर्टेबिलिटी के कारण यह एक अच्छा स्नैक्स हो सकता है।
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क्या पीनट बटर शुगर के लिए अच्छा होता है?
हां, अगर पीनट बटर का सेवन कम मात्रा में किया जाए तो यह शुगर के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है, जिस कारण इसके सेवन के बाद ब्लड शुगर का लेवल तेजी से नही बढ़ता है। शुगर मैनेजमेंट के लिए यह जरूरी है कि ब्लड शुगर के लेवल में अचानक होने वाले उतार-चढ़ाव को रोका जा सके। इसके अलावा पीनट बटर में प्रोटीन और हेल्दी फैट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अध्ययनों से पता चला है कि शुगर के मरीजों के डाइट में मूंगफली सहित नट्स को शामिल करने से ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सुधार हो सकता है, इंसुलिन रेजिस्टेंस कम हो सकता है और हार्ट डिजीज का खतरा कम हो सकता है। यहां तक कि अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन ने मधुमेह के मरीजों में प्रोटीन की मात्रा को पूरा करने के लिए पीनट बटर खाने की सलाह दी है। लेकिन पीनट बटर का चयन करते समय काफी सावधानी बरतनी चाहिए। प्राकृतिक पीनट बटर का चयन करें जो शुगर-फ्री हो और सेवन करते समय मात्रा का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
पीनट बटर के साइड इफेक्ट
पीनट बटर शुगर के मरीजों के लिए सुरक्षित माना जाता है। लेकिन पीनट बटर का सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए तो इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
एलर्जी
पीनट बटर के साइड इफेक्ट के रूप में मूंगफली से एलर्जी हो सकती है क्योंकि शरीर का इम्यून सिस्टम गलती से मूंगफली में मिलने वाले प्रोटीन को हानिकारक बैक्टीरिया के रूप में पहचान लेता है। मायो क्लिनिक द्वारा किए गए शोध में इस बात की पुष्टि होती है। एलर्जी होने पर खुजली होती है या सांस लेने में कठिनाई होती है या एनाफिलेक्सिस जैसे रिएक्शन भी हो सकते हैं जिससे खतरा हो सकता है।
एलर्जी की प्रतिक्रियाएं
एनाफिलेक्सिस के अलावा मूंगफली से एलर्जी वाले लोगों में पीनट बटर खाने से त्वचा पर चकत्ते, खुजली, सूजन या पेट की समस्या जैसे हल्के रिएक्शन हो सकते हैं।
वजन बढ़ना
पीनट बटर में काफी कैलोरी होती है और इसके ज्यादा सेवन से वजन बढ़ सकता है, इस कारण मोटापे से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
हानिकारक तत्वों की संभावना
प्रोसेसिंग या निर्माण के दौरान क्रॉस-कंटामिनेशन से पीनट बटर में एलर्जी वाले या हानिकारक तत्व हो सकते हैं जिससे एलर्जी या सेंसटिव लोगों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
पाचन से जुड़ी समस्याएं
पीनट बटर में फैट और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और ज्यादा मात्रा में सेवन के कारण कुछ लोगों को सूजन, गैस या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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निष्कर्ष:
मधुमेह के मरीज अपने डाइट में पीनट बटर को शामिल कर सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसके न्यूट्रिशन प्रोफ़ाइल की वजह से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। एलर्जी और वजन बढ़ने जैसे साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। पीनट बटर को मात्रा का ध्यान रखकर सावधानी से अपने डाइट में शामिल करके मधुमेह के मरीज इसका आनंद ले सकते हैं। अपने डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले अपने हेल्थ केयर एक्सपर्ट या डाइट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
शुगर के मरीज रोज बैलेंस डाइट के रूप में एक या दो औंस (लगभग 28-56 ग्राम) मूंगफली का सेवन कर सकते हैं। मूंगफली को अपने डाइट में शामिल करते समय कार्बोहाइड्रेट सेवन के बारे में विचार करना बहुत जरूरी है।
पीनट बटर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका मतलब है कि कम मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता है। मधुमेह के मरीजों के लिए ब्लड शुगर लेवल को सही रखने के लिए पीनट बटर की मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है।
प्रोटीन और हेल्दी फैट के कारण लो-ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) में एक चम्मच पीनट बटर खाने से ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने में मदद मिल सकती है और ऊर्जा का सोर्स भी मिल जाता है।
कुछ ब्रांड शुगर-फ्री पीनट बटर उपलब्ध कराते हैं जिन्हें “नो एडेड शुगर” के रूप में लेबल किया जाता है। इन किस्मों में कोई एक्स्ट्रा शुगर नहीं होती है लेकिन फिर भी मूंगफली में स्वाभाविक रूप से थोड़ी मात्रा में शुगर हो सकती है।
शुगर के लिए सबसे अच्छा पीनट बटर प्राकृतिक, बिना मिठास वाला और हाइड्रोजनीकृत तेलों के बिना बना होता है। ऐसे ब्रांडों की तलाश करें जिनमें केवल मूंगफली हो।
प्राकृतिक पीनट बटर में बहुत कम चीनी या शुगर-फ्री होती है। सामग्री के लिए लेबल की जाँच करें और शुगर-फ्री वाली किस्मों का चयन करें।
प्रतिदिन पीनट बटर खाना अधिकांश लोगों के लिए हेल्दी डाइट का हिस्सा हो सकता है, जिनमें मधुमेह के मरीज भी शामिल हैं। लेकिन इसके सेवन में मात्रा का ध्यान देना बहुत जरूरी है।
हां, मधुमेह के मरीज अपने डाइट में मात्रा का ध्यान रखते हुए पीनट बटर का आनंद ले सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें हाई प्रोटीन होता है जिस कारण ब्लड शुगर लेवल को सही रखने में मदद कर सकता है।
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