अनहेल्दी डाइट और खराब लाइफस्टाइल के कारण शुगर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। शुगर के मरीजों को खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। इस बीमारी में डाइट का ठीक ध्यान न रखने से मरीज की परेशानियां बढ़ सकती हैं। शरीर में ब्लड शुगर और इंसुलिन को कंट्रोल में रखने के लिए मरीजों को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन करना चाहिए। शुगर के मरीजों को मोटे अनाज का भी सेवन करना चाहिए। आपने बाजरे के बारे में तो सुना ही होगा। बाजरा या पर्ल मिलेट्स भारत में उगने वाला मोटा अनाज है।
यह अनाज उत्तर भारत में सर्दियों में बहुत लोकप्रिय है। लेकिन अगर आप शुगर के मरीज हैं तो आप सोच रहे होंगे, ‘क्या बाजरा शुगर के मरीजों के लिए अच्छा है?’ तो आज इस ब्लॉग में हम बाजरे और शुगर के लिए बाजरा के लाभ के बारे में बात करेंगें। तो चलिए शुरू करते हैं।
बाजरा क्या है?
बाजरा को पर्ल बाजरा के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का अनाज है जिसकी भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में व्यापक रूप से खेती की जाती है। बाजरे की खेती का एक लंबा इतिहास है खासकर शुष्क और अर्ध-शुष्क जलवायु वाले क्षेत्रों में जहां यह फलता-फूलता है। यह एक मोटी फसल है और शुष्क जलवायु वाली जगह के भोजन का अहम हिस्सा है। ऐसा माना जाता है कि बाजरा हजारों साल पहले अफ्रीका में विशेष रूप से साहेल क्षेत्र में उत्पन्न हुआ था। भारत में बाजरा की खेती प्राचीन काल से होती आ रही है। बाजरा भारतीय व्यंजन का एक अभिन्न अंग है, खासकर राजस्थान, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों में इसका उपयोग पारंपरिक व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है।
बाजरे के सेवन से डाईजेशन सही रहता है, हार्ट के लिए फायदेमंद होता है। शुगर के मरीजों के लिए बाजरा एक अच्छा विकल्प माना जाता है। शुगर में बाजरे की रोटी के फायदे बहुत ज्यादा हैं, इसलिए शुगर में बाजरे की रोटी का सेवन करना चाहिए।
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बाजरे में पाए जाने वाले न्यूट्रिशन
बाजरे में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। बाजरे की रोटी के फायदे काफी हैं क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और कांप्लेक्स कार्ब्स भी होते हैं, बाजरे में शुगर कम होती है, इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनोइड्स होते हैं।
बाजरे का पोषण मूल्य | ||||
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पोषक तत्व (प्रति 100 ग्राम ) | मात्रा | |||
कैलोरी | 378 किलो कैलोरी | |||
प्रोटीन | 11 ग्राम | |||
फैट | 4.2 ग्राम | |||
कार्ब्स | 72.8 ग्राम | |||
फाइबर | 8.5 ग्राम | |||
कैल्शियम | 42 मि.ग्रा | |||
पोटैशियम | 195 मि.ग्रा | |||
फोलेट | 85 ug | |||
सेलेनियम | 2.7 ug |
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क्या बाजरा शुगर के मरीजों के लिए अच्छा है? – Sugar me Bajra Khana Chahiye
बाजरा अनाज मिलेट्स परिवार का हिस्सा है। मिलेट्स को भोजन में शामिल करने से शुगर के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन द्वारा 2018 में किए गए अध्ययन में शुगर के लिए बाजरा के फायदों की व्याख्या की गई है। बाजरे में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो ब्लड फ्लो में शुगर को देर से एब्जॉर्ब करता है। इनमें फेनोलिक यौगिक शामिल हैं जिस कारण अध्ययन में डायबिटिक चूहों में फास्टिंग हाई ब्लड शुगर लेवल और भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल को कम पाया गया है। फेनोलिक यौगिक इंसुलिन की क्षमता को बढ़ाते हैं और ग्लूकोनियोजेनेसिस के प्रभाव को कम करते हैं।
बाजरे में फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक एसिड जैसे कई बायोएक्टिव यौगिक एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं और सूजन को कम करते हैं। बाजरे में गेहूं और चावल जैसे अन्य अनाजों की तुलना में कम कैलोरी होती है, इसके अलावा एक अन्य अध्ययन में पाया गया है कि बाजरा का सेवन शुगर के मरीजों के लिए अच्छा है क्योंकि ये ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है।
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शुगर के मरीजों के लिए बाजरे के फायदे
शुगर के मरीजों के लिए बाजरा खाने से कई लाभ हो सकते हैं:
बाजरे का जीआई
बाजरे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 54 है जो काफी कम है। शुगर के मरीजों के लिए लो-जीआई वाले भोजन का सेवन करना काफी फायदेमंद है क्योंकि इसके सेवन से उनके ब्लड शुगर पर धीमा प्रभाव पड़ता है। इससे स्पाइक्स को रोकने में मदद मिलती है।
इंसुलिन सेंसटिविटी में सुधार
कुछ शोधों से पता चला है कि शुगर में बाजरे की रोटी खाने से शुगर के मरीजों की इंसुलिन सेंसटिविटी में सुधार हो सकता है। बेहतर इंसुलिन सेंसटिविटी से ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
फाइबर
शुगर के लिए बाजरा अच्छा होने का एक और कारण यह है कि इसमें फाइबर ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। फाइबर ग्लूकोज एब्जॉर्ब करने को रोककर शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके साथ ही यह इंसुलिन सेंसटिविटी को भी बढ़ाता है।
भरपूर पोषक तत्व
बाजरे में बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन, विशेष रूप से नियासिन और बी 6 जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं और आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस जैसे खनिज भी पाए जाते हैं। शुगर में बाजरे की रोटी के सेवन से एंटीऑक्सिडेंट मिलता है जो सूजन को कम कर सकता है और शुगर के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकता है।
संतुष्टिपूर्ण
बाजरे की रोटी का यह एक और लाभ है। बाजरे में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है जो अनावश्यक रूप से भूख लगने की समस्या को रोकता है जिससे शुगर के मरीजों को वजन मैनेजमेंट में मदद मिलती है। वजन मैनेजमेंट शुगर कंट्रोल के लिए बहुत ही जरूरी है।
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लिपिड प्रोफाइल
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि शुगर में बाजरे की रोटी का सेवन लिपिड प्रोफाइल पर अच्छा प्रभाव डाल सकता है। बाजरा कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है।
ग्लूटेन-फ्री
बाजरा प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-फ्री होता है। यह सीलिएक रोग या ग्लूटेन सेंसटिविटी वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है। शुगर के मरीजों में ये समस्या एक सामान्य बात है।
ब्लडप्रेशर में लाभ
कुछ लोग सवाल करते हैं कि क्या बाजरा शुगर के लिए अच्छा है या नहीं। अध्ययनों से पता चलता है कि बाजरा के सेवन से ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद मिल सकती है। इसलिए शुगर में बाजरे की रोटी खाना उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जिन्हें हाई-ब्लडप्रेशर का खतरा ज्यादा है।
शुगर के मरीजों के लिए बाजरे का सेवन कम मात्रा में और बैलेंस डाइट के रूप में करना जरूरी है।
शुगर मरीजों के लिए बाजरे का सेवन करने के तरीके
शुगर के मरीज बाजरा को अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। बाजरे की कई स्वादिष्ट रेसिपी हैं जिन्हें आप आज़मा सकते हैं। शुगर के मरीजों के लिए बाजरे का सेवन करने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:
शुगर में बाजरे की रोटी
शुगर के मरीजों के लिए बाजरे की रोटी के फायदे बहुत हैं। शुगर के मरीजों के लिए बाजरे की रोटी बनाने के लिए गेहूं के आटे की जगह पर बाजरे का आटा इस्तेमाल करें। इसमें गेहूं की तुलना में कम ग्लाइसेमिक प्रोफ़ाइल होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है।
बाजरे की खिचड़ी
पौष्टिक बाजरे की खिचड़ी बनाने के लिए बाजरे को सब्जियों और मसालों के साथ पकाएं। अच्छे स्वाद के साथ-साथ लो-जीआई बाजरे की खिचड़ी का आनंद लें।
बाजरे का दलिया
शुगर के मरीजों के लिए यह एक और बाजरे की अच्छी रेसिपी है। पानी या लो-फैट वाले दूध के साथ बाजरे का गाढ़ा दलिया तैयार करें और अतिरिक्त पोषक तत्वों के लिए इसमें कुछ नट्स या सीड्स मिलाएं।
बाजरा उपमा
उपमा बनाने के लिए सूजी की जगह बाजरे के आटा का इस्तेमाल करें। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें सब्जियाँ और मसाले शामिल कर सकते हैं।
बाजरे का डोसा
बाजरे के आटे को चने के आटे के साथ मिलाकर बाजरे का डोसा बनाएं। बिना चीनी वाली चटनी के साथ इसका सेवन करें।
बाजरे का सलाद
कुरकुरे स्वाद और अतिरिक्त पोषण के लिए बाजरे के दानों को भूनकर सलाद में शामिल कर सकते हैं।
बाजरे का सूप
बाजरा में सब्जियों और मसालों को मिलाकर सूप बना सकते हैं। बाजरे में प्रोटीन और फाइबर ज्यादा होते हैं इसलिए यह एक और पौष्टिक भोजन हो सकता है।
बाजरे की इडली
दक्षिण भारत की सबसे पसंदीदा डिश इडली बनाने के लिए बाजरे के आटे को उड़द दाल या चावल के आटे के साथ मिलाएं।
मात्रा का सही ध्यान रखने और व्यक्तिगत डाइट से जुड़ी गाइडेंस के लिए अपने डॉक्टर से सलाह करना बहुत जरूरी है। आपकी विशेष जरूरत के हिसाब से आपको शुगर मैनेजमेंट की गाइडेंस दी जाएगी।
निष्कर्ष
इस प्रश्न का उत्तर कि क्या शुगर में बाजरा या शुगर में बाजरे की रोटी का सेवन अच्छा है? तो उत्तर निश्चित रूप से है, हाँ! शुगर के मरीज अपने डाइट में बाजरा को शामिल कर सकते हैं जो काफी फायदेमंद हो सकता है। बाजरे का कम जीआई, हाई-फाइबर और जरूरी पोषक तत्व इसे शुगर के मरीजों का पसंदीदा अनाज बनाता है। लेकिन किसी भी तरह के डाइट बदलाव के पहले अपने डॉक्टर या डाइट एक्सपर्ट से सलाह करना बहुत जरूरी होता है। शुगर मरीजों के लिए बाजरे के सभी लाभ प्राप्त करने के लिए अपने आहार में शामिल करते समय मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। शुगर मैनेजमेंट में बाजरा अपना एक अलग स्थान रखता है और काफी फायदेमंद है। तो आगे बढ़ें और अपने भोजन में बाजरे को शामिल करें और इससे मिलने वाले फायदे का लाभ लें।
यदि आपको मात्रा तय करने में कोई समस्या आ रही है तो ब्रीथ वेल-बीइंग में हम आपकी मदद कर सकते हैं। हमारे पास योग्य और अनुभवी हेल्थ एक्सपर्ट की एक टीम है जो आपके शरीर की जरूरत के अनुसार बाजरा की सही मात्रा तय करने में आपकी मदद कर सकते हैं। हमारे पास कई मरीजों के लिए शुगर को कंट्रोल करने और शुगर से छुटकारा पाने का अनुभव है। बेहतर शुगर मैनेजमेंट के लिए आइए हमारे साथ जुड़िए। चूज लाइफ! चूज ब्रीथ वेल-बीइंग!
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
बाजरे का ग्लाइसेमिक लोड क्या होता है?
बाजरे का जीआई कम होता है, जो 54 के आसपास होता है। बाजरे का ग्लाइसेमिक लोड भी कम होता है और 6.06 के आसपास होता है, इसलिए शुगर के मरीजों के लिए बाजरे का सेवन करने से उनके ब्लड शुगर पर कम प्रभाव पड़ता है।
क्या रोज बाजरे की रोटी खा सकते हैं?
हां, शुगर में बाजरे की रोटी रोज खा सकते हैं लेकिन मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बाजरा खाने से हमारे शरीर में गर्मी पैदा होती है जिससे कुछ लोगों को दिक्कत हो सकती है। बाजरे का सेवन संतुलित मात्रा में और अपने डॉक्टर के सलाह से करें।
बाजरा किसे नहीं खाना चहिए?
बाजरे में नाइट्रेट, ऑक्सलेट, फाइटिक एसिड पाए जाते हैं, जो ब्लडप्रेशर पर गलत प्रभाव डालते हैं। इसके अलावा किडनी की समस्या, मालएब्जॉर्प्शन सिंड्रोम और हाई-ब्लडप्रेशर वाले लोगों को बाजरे का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
ज्वार या बाजरा में बेहतर कौन है?
ज्वार या बाजरा दोनों शुगर के मरीजों के लिए अच्छे अनाज हैं। पोषक तत्वों की बात करें तो शुगर मरीजों के लिए ज्वार और बाजरा दोनों की तुलना करने पर ज्वार में फाइबर की मात्रा हाई-क्वालिटी वाली होती है और गट (आंत) के लिए फायदेमंद होती है। दूसरी तरफ बाजरे में कार्ब की मात्रा कम और विटामिन, अमीनो एसिड ज्यादा होते हैं। ज्वार का जीआई मॉडरेट लेवल का होता है इसलिए यह बाजरे की तुलना में ज्यादा शुगर स्पाइक्स लाता है।
क्या बाजरा शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद है?
शुगर के मरीजों के लिए बाजरा गेहूं या चावल की तुलना में बेहतर अनाज है। बाजरे की रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 54 है जो कम है। बाजरे में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो सूजन को कम करते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा भी अच्छी होती है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है।Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal
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