यह गुण इसे डायबिटीज़ रोगियों के लिए सुरक्षित बनाती है और ब्लड ग्लुकोज़ लेवल को नियंत्रित रखती है।
लौंग में पाया जाने वाला नाइजेरिसिन यौगिक ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है।
लिवर में पाए जाने वाला यौगिक यूजेनॉल लिवर सिरोसिस और फैटी लिवर की स्थिति के रिस्क को कम करता है।
लौंग का तेल पेट के म्यूकस को बढ़ाने और गैस्ट्रिक अल्सर की संभावना को कम करने में मदद करता है।
लौंग का उपयोग खांसी, गले में खराश और दांत दर्द के इलाज में किया जाता है।
फाइटोन्यूट्रिएंट्स, यूजेनॉल और आइसोयूजेनॉल शरीर में सूजन या इंफ़्लेमेशन को कम करते हैं और गठिया या पुरानी स्थितियों के विकास को रोकते हैं।
लौंग एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो क्रोनिक हेल्थ कंडिशन्स जैसे हृदय रोग, कैंसर और डायबिटीज़ के इलाज में मदद करती है।
यह लिवर सेल्स में ग्लुकोज़ के बनने को रोकती हैं जहां से ज़्यादातर शरीर में शुगर रीलीज़ होती है जिसे ग्लूकोनोजेनेसीस कहा जाता है।
मसल्स सेल्स में ग्लुकोज़ के अपटेक को 63% तक बढ़ाते हुए मेटाबोलिज़्म को बढ़ा कर ब्लड सर्कुलेशन से शुगर को बाहर कर देती है
इसके एंटीबेक्टेरियल और एंटीवायरल गुण कई तरह के संक्रमणों से बचाते है।
यह सर्दी खांसी में अपनी गर्म तासीर और ओषधीय गुण के कारण सदियों से उपयोग की जाती है।
यह मुंह की दुर्गंध, दांतों के दर्द व सड़न का इलाज करती है।