एक स्वस्थ डाइट में फलों का होना बहुत महत्वपूर्ण है। इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर के सभी अंगों को अलग-अलग लाभ देते हैं। अमरूद इन्हीं पोषक फलों में से एक है।
हालांकि फल एक हेल्दी डाइट का हिस्सा है लेकिन फ़िर भी कई फलों में मौजूद शुगर डायबिटिक पेशेंट के लिए सही नहीं होती। तो क्या हाई ब्लड शुगर के मरीज़ अमरूद खा सकते हैं? बिना शुगर लेवल के प्रभावित हुए। आइए इस ब्लॉग में इस सवाल का जवाब जानते हैं।
अमरूद का पोषण मूल्य – Nutritional Value of Guava
एक अमरूद में विटामिन सी की मात्रा आरडीआई यानि दैनिक ज़रूरत से दोगुना होती है। हाई विटामिन सी के अलावा इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो इसे एक हेल्दी फ्रूट बनाते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व निम्नलिखित है:
- कैल्शियम
- लोहा
- पोटैशियम
- विटामिन ए
1 साबुत अमरूद में निम्नलिखित पोषक तत्व मौजूद होते हैं:
पोषक तत्व | मात्रा |
---|---|
कैलोरी | 37 |
कार्ब्स | 8 ग्राम |
चीनी | 5 ग्राम |
फाइबर | 3 ग्राम |
वसा | 1 ग्राम |
प्रोटीन | 1 ग्राम |
सोडियम | 1 मिलीग्राम |
कोलेस्ट्रॉल | 0 मिलीग्राम |
एक अमरूद को आप अपने रोज के 4 या 5 फ्रूट सर्विनग में से किसी एक में शामिल कर सकते हैं। अन्य फलों की तरह अमरूद में भी चीनी की अच्छी मात्रा होती है। इसलिए अपने रोज के शुगर इनटेक पर ध्यान देते हुए अमरूद की मात्रा को नियंत्रित रखने की ज़रूरत है। अधिक शुगर खाने से शुगर लेवल बढ़ने के साथ वज़न भी बढ़ सकता है और दांत भी खराब हो सकते हैं।
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अमरूद और डायबिटीज़ – Guava & Diabetes
क्या हाई ब्लड शुगर मरीज़ों के लिए अमरूद अच्छा है?
जी हाँ, और इसके निम्नलिखित कारण हैं:
- अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसका मतलब यह है कि इसका पाचन और अवशोषण धीरे-धीरे होता है। और, इस प्रकार यह धीरे-धीरे ग्लूकोज़ के स्तर में वृद्धि को प्रभावित करेगा।
- अमरूद में कम कैलोरी होती है। इसलिए, यह वजन घटाने में सहायता करता है। बहुत अधिक वजन डायबिटीज़ का कारण बन सकता है। यूएसडीए के अनुसार, लगभग 100 ग्राम अमरूद में 9 ग्राम प्राकृतिक चीनी और केवल 68 कैलोरी होती है।
- अमरूद में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। सामान्य ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने के लिए यह बहुत अच्छा है। फाइबर को पचने में लंबा समय लगता है जिससे आपके शरीर में ग्लुकोज़ धीरे रीलीज़ होता है और साथ ही यह आपकी भूख को लंबे समय तक शांत रखता है जिससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती।
- इसके अलावा, अमरूद में संतरे में मौजूद विटामिन सी की मात्रा से चार गुना अधिक होती है। विटामिन सी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्यूनिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही, यह शरीर को डायबिटीज़ जैसी क्रोनिक स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में मदद करता है।
- अमरूद में कम सोडियम और उच्च पोटेशियम होता है जो एक डायबिटिक फ़्रेंडली डाइट की आवश्यकताओं में से एक को पूरा करता है। इस प्रकार अमरूद हाई ब्लड शुगर के मरीज़ों के लिए अच्छा माना जाता है।
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क्या आप जानते हैं कि कच्चे अमरूद के छिलके आपको टाइप 2 डायबिटीज़ को मेनेज करने में मदद करते हैं? – Do you know raw Guava Rind’s helps you in managing Type-2 Diabetes?
अमरूद के छिलके फल के तरह ही काफी हेल्दी और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। यह चीनी के स्तर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने और T2DM टाइप 2 डायबिटीज़ को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि कच्चे अमरूद के छिलके में शक्तिशाली एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं। अध्ययन के अनुसार कच्चे अमरूद को छिलके सहित खाने से निम्नलिखित तरह से मदद मिल सकती है:
- यह सीरम ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है
- हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया, और हाइपरट्रिग्लिसराइडेमिया जैसी डायबिटीज़ से संबंधित सामान्य लिपिड समस्याओं को कम करता है।
उच्च ट्राइग्लिसराइड का स्तर अक्सर ग्लूकोज असहिष्णुता (ग्लुकोज़ इंटोलेरेन्स), इंसुलिन प्रतिरोध (इंसुलिन रेज़िस्टेंस) और हाइपरिन्सुलिनमिया जैसी जटिलताओं का कारण बनता है। यह स्थितियाँ डायबिटीज़ को और कोंपलिकेट या जटिल बना सकती हैं। इसलिए कच्चे अमरूद के छिलकों का सेवन टाइप 2 डायबिटीज़ रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
सिर्फ फल और इसके छिलके ही नहीं, अमरूद के पत्ते भी काई रूप में फ़ायदे पहुंचाते हैं जैसे मुंहासों को कम करना या त्वचा पर चकत्ते को ठीक करना।
इसके अलावा, अमरूद के छिलके:
- कुल कोलेस्ट्रॉल कम करता है
- एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है
- एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है
इससे डायबिटीज़ रोगियों में हृदय की समस्याओं की संभावना कम हो जाती है।
अमरूद के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Guava
डायबिटीज़ में उपयोगी – Useful in Diabetes
कई अध्ययनों या डेटा के अनुसार अमरूद ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में सुधार करने में मदद करता है। अमरूद की पत्तियों के रस से निम्नलिखित स्थितियों में सुधार होता है:
- क्रोनिक ब्लड शुगर नियंत्रण
- ब्लड ग्लुकोज़ लेवल
- इंसुलिन रेज़िस्टेंस
क्या अमरूद के पत्ते डायबिटीज़ रोगियों के लिए अच्छे है? तो, जवाब है हां। डायबिटीज़ रोगियों या डायबिटीज़ के रिस्क वाले लोगों के लिए यह बहुत लाभकारी होते है। एक अध्ययन में पाया गया कि अमरूद के पत्तों की चाय के सेवन से भोजन के बाद ग्लूकोज़ का स्तर कम हो गया। इसका यह प्रभाव 2 घंटे तक रहा।
एक अन्य अध्ययन में यह भी देखा गया है कि अमरूद के पत्तों की चाय के सेवन से भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल 10% से अधिक कम हो जाता है।
अमरूद के अर्क से डायबिटीज़ रोगियों या डायबिटीज़ के रिस्क वाले लोगों में ब्लड शुगर नियंत्रण में सुधार पाया गया है।
दिल की सेहत के लिए फायदेमंद – Beneficial for Heart’s Health
अमरूद को कई तरह से हृदय स्वास्थ्य में सुधार के लिए जाना जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अमरूद के पत्तों में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा हृदय को मुक्त कणों या फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचा सकती है।
इसके अलावा, अमरूद में मौजूद घुलनशील फाइबर और पोटेशियम का उच्च स्तर हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। साथ ही, अमरूद की पत्ती का अर्क कई फ़ायदे पहुंचाता है जैसे:
- “खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल” को कम करता है।
- ब्लड प्रेशर कम करता है।
- “अच्छा एचडीएल कोलेस्ट्रॉल” को बढ़ाता है।
एक अध्ययन में पाया गया कि भोजन से पहले पके अमरूद खाने से:
- कुल मिलाकर रक्तचाप में आठ से नौ अंक की कमी आती है।
- कुल कोलेस्ट्रॉल में 9.9% की कमी आती है।
- एचडीएल कोलेस्ट्रॉल में 8% की वृद्धि होती है।
अमरूद की पत्ती का अर्क या पूरा फल दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। अमरूद रक्तचाप या ब्लड प्रेशर कम करता है, एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
मासिक धर्म के दर्द को कम करता है – Decrease the pain in Periods
बहुत सारी महिलाएं डिसमेनोरिया (मासिक धर्म के दर्दनाक लक्षण जैसे पेट में ऐंठन) से पीड़ित होती हैं। ऐसे में कुछ आंकड़े बताते हैं कि अमरूद के पत्तों का रस मासिक धर्म में ऐंठन के दर्द को कम कर सकता है।
एक अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं को मासिक धर्म के समय बहुत अधिक दर्द होता है, उन्हें अमरूद के पत्तों के 6 मिलीग्राम रस के सेवन से दर्द की तीव्रता में काफी राहत मिली। यह कई पेनकिलर से भी ज़्यादा प्रभावी पाया गया। इसके अतिरिक्त, अमरूद के पत्तों का अर्क गर्भाशय की ऐंठन को कम करने में सहायक होता है।
अमरूद के पत्तों के अर्क का रोजाना सेवन दर्दनाक मासिक धर्म के लक्षणों ऐंठन या मसल क्रेम्प को कम करने में मदद कर सकता है।
पाचन में लाभ करता है – Helpful in Digestion
अमरूद में भरपूर मात्रा में डायटरी फाइबर होता है। इस प्रकार, अधिक अमरूद का सेवन कब्ज को कम करने और स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। सिर्फ 1 अमरूद फाइबर के RDI का 12% प्रदान कर सकता है।
इसके अलावा, अमरूद की पत्ती का अर्क आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। अध्ययनों के अनुसार यह दस्त की अवधि और सीमा को कम करने में सहायक है। साथ ही, अमरूद की पत्तियों का अर्क रोगाणुरोधी होता है। इसका मतलब यह है कि यह डायरिया के लिए जिम्मेदार आंत के हानिकारक रोगाणुओं को बेअसर करने में उपयोगी हो सकता है।
अमरूद या अमरूद के पत्ते के अर्क का सेवन डायरिया और कब्ज जैसी पाचन समस्याओं से बचा सकता है या कम कर सकता है।
वज़न घटाने में मदद करता है – Helps in Reducing Weight
अमरूद वज़न कम करने वाला एक बेहतरीन फल है। इसमें सिर्फ 37 कैलोरी और आरडीआई का 12% फाइबर होता है। यह एक कम कैलोरी वाला स्नैक विकल्प है और लंबे समय तक आपका पेट भरा रखता है। इसके अलावा कुछ अन्य लो-कैलोरी स्नैक्स के विपरीत, अमरूद विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है।
अमरूद में अधिक फाइबर और कम कैलोरी होती है। इसका मतलब यह है कि अमरूद आपकी भूख को लंबे समय तक शांत रखता है जिससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती। इस तरह वज़न घटाने में सहायता मिलती है।
एंटीकैंसर प्रभाव – A good Anti-Cancer
अमरूद के पत्तों का अर्क एक शक्तिशाली कैंसर-रोधी प्रभाव डालता है। विभिन्न अध्ययनों से पता चल है कि अमरूद का अर्क ट्यूमर कोशिकाओं के विकास को रोक सकता है।
इसकी वजह इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट की उच्च मात्रा है। वे मुक्त कणों या फ्री रेडिकल्स द्वारा शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने से रोकने में मदद करते हैं। यह कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि विभिन्न कैंसर दवाओं की तुलना में अमरूद के पत्तों का तेल ट्यूमर कोशिकाओं के विकास को रोकने में 4 गुना अधिक प्रभावी पाया गया।
अमरूद में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट ट्यूमर कोशिकाओं की वृद्धि और विकास को रोकने में उपयोगी होते हैं।
इम्यूनिटी-बूस्टर – Immunity Booster
शरीर में विटामिन सी कम होने पर यह कई बीमारियों और संक्रमणों के रिस्क को बढ़ देता है। अमरूद में विटामिन सी भरपूर मात्रा में काफी अधिक होता है।
दरअसल, 1 अमरूद दैनिक ज़रूरत से दो गुना ज़्यादा विटामिन सी प्रदान करता है। यह मात्रा संतरे से दो गुना ज़्यादा है। विटामिन सी इम्यूनिटी को बनाने और बढ़ाने के लिए जाना जाता है। यह कई प्रकार के संक्रमण, सर्दी, जुखाम, सामान्य सर्दी आदि से बचाने और कम करने में मदद करता है।
इसके अलावा, इसमें एंटीमाइक्रोबियल या रोगाणुरोधी प्रभाव होते हैं। यह खराब संक्रमण पैदा करने वाले रोगाणुओं को मारने में सहायता करता है। ध्यान रहें चूंकि विटामिन सी शरीर से निकल जाता है, इसलिए इसे बार-बार पर्याप्त मात्रा में आहार में लेना महत्वपूर्ण है।
अमरूद में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है। इस विटामिन के पर्याप्त स्तर को बनाए रखना संक्रमण और बीमारियों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद – Beneficial for Skin Health
अमरूद में मौजूद व्यापक विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा के लिए बहुत फ़ायदेमंद होते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। यह त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में देरी कर सकता है, इस प्रकार झुर्रियों को भी रोकता है।
इसके अलावा, अमरूद के पत्तों का अर्क सीधे त्वचा पर लगाने पर भी मुंहासों को ठीक कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि अमरूद की पत्तियों का अर्क मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने में सफल रहा। इसका कारण इसमें मौजूद जीवाणुरोधी (एंटीबेक्टेरियल) और एंटीइंफ़्लेमेट्री गुण होते हैं।
अमरूद में मौजूद विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की उम्र बढ़ने में देरी करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, अमरूद के पत्तों का अर्क मुंहासों के इलाज में मदद कर सकता है।
डायबिटीज़ में अमरूद को केसे अपनी डाइट में शामिल करें? – How to include Guava in your Diet?
डायबिटीज़ को नियंत्रित रखते हुए अमरूद को निम्नलिखित तरीके से अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है:
- सीधे फल का सेवन करें: अमरूद को सीधे फल रूप में खाना पूरी तरह से सुरक्षित है। लोग इसे छील सकते हैं और इसे ½ या ¼ भागों में विभाजित कर सकते हैं और इस फल का आनंद ले सकते हैं। अमरूद का छिलका ग्लूकोज़ के स्तर में वृद्धि का कारण बन सकता है इसलिए इसे छीलकर खाने की सलाह दी जाती है।
- इसके पत्ते उबाल लें: इसके पत्तों को उबलते पानी में उबालने से अमरूद का रस या अर्क निकलता है। इन अर्क में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं। अमरूद की पत्तियों का अर्क इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार करता है, ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है और कोलेस्ट्रॉल में सुधार करता है।
- अमरूद का रस पियें: डायबिटीज़ रोगियों के लिए अमरूद का रस संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ फलों का आनंद लेने का एक आसान तरीका है। बेहतर यह है कि आप फलों को धो लें, उनका छिलका उतार दें, उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें ठंडे पानी में मिला दें।
अमरूद कब खाएं? – When to eat Guava?
सर्दियों के दौरान अमरूद खाना सबसे अच्छा होता है, खासकर जब यह पक जाता है। लोग सुबह, रात और खाली पेट को छोड़कर दिन में कभी भी एक से दो अमरूद खा सकते हैं।
अधिक मात्रा में अमरूद खाने के साइड इफ़ेक्ट्स – Side effects of eating Guava in large quantity
अधिक मात्रा में अमरूद ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है। चूंकि इसमें कम कैलोरी, प्रोटीन और वसा होता है, इसलिए कई व्यक्ति इसे ज़्यादा खा सकते हैं इससे बचना चाहिए। अमरूद के बीजों के कारण बहुत से लोग डायरिया और आईबीएस के लक्षणों का अनुभव करते हैं। अमरूद का छिलका ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है।
इसलिए इसे छीलने के बाद ही खाने की सलाह दी जाती है। अमरुद के छिलके में ग्लूकोज़ जैसी शक्कर होती है जो सीधे मेटाबोलिज्म पर काम करती है। और, इसलिए ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है।
निष्कर्ष – Conclusion
अमरूद बेहद स्वादिष्ट होते हैं और आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इस उष्णकटिबंधीय फल में कम कैलोरी और पर्याप्त फाइबर होता है। यह एक हेल्दी डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अमरूद के पत्तों के अर्क से भी कई लाभ मिलते हैं
इसलिए इसे डाइट सप्लीमेंट के रूप में भी लिया जाता है। साथ में, अमरूद के पत्तों का अर्क और फल हृदय स्वास्थ्य, पाचन और इम्यूनिटी में सुधार के साथ-साथ अन्य लाभों के लिए सहायक हो सकते हैं।
सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions
हाई ब्लड शुगर वाले लोगों को अमरूद की पत्तियों का सेवन कैसे करना चाहिए?
भोजन के बाद अमरूद के पत्तों की चाय लेने से रक्त शर्करा में वृद्धि को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, डायबिटीज़ रोगियों द्वारा ली जा रही दवाओं के साथ यह इंटरेक्ट नहीं करता। अमरूद के पत्तों के अर्क व अमरूद की पत्ती की चाय में एंटिफंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो फायदेमंद होते हैं।
अमरूद किसे नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों को सर्दी-खांसी की समस्या है उन्हें इस फल से परहेज करना चाहिए। साथ ही लोगों को रात में अमरूद नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे सर्दी और खांसी हो सकती है। इसके अलावा, दांत दर्द से पीड़ित लोगों को अमरूद से पूरी तरह बचना चाहिए।
क्या अमरूद खाने के कोई साइड इफ़ेक्ट्स हैं?
अमरूद के पत्तों के अर्क में त्वचा में जलन पैदा करने वाले रसायन या केमिकल होते हैं, खासकर उन लोगों में जिन्हें एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्या होती है। यदि किसी व्यक्ति को एक्जिमा है, तो उसे अमरूद के पत्तों के अर्क का उपयोग सावधानी से करना चाहिए।
एक दिन में कितने अमरूद खाना अच्छा होता है?
आप एक दिन में फलों की 4-5 सरविंग्स में से एक सरविंग अमरूद की रख सकते हैं। इस प्रकार एक दिन में एक अमरूद खाने से उसके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं।
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