ड्रेगन फ्रूट के बारे में हमनें कई बार सुना है लेकिन क्या आप इसके फ़ायदे जानते हैं? ड्रैगन फ्रूट कैक्टस प्रजाति का एक फल है, जो मुख्यतया अमेरिका में उगाया जाता है। थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में इसे आमतौर पर पिताया के नाम से जाना जाता है। यह बहुत पौष्टिक होता है और मधुमेह या डाईबिटीज़ को मेनेज करने के लिए प्रभावकारी माना जाता है। “क्या ड्रैगन फ्रूट मधुमेह के लिए अच्छा है और ड्रैगन फ्रूट के प्रमुख फ़ायदे क्या क्या हैं” इसके बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को पढ़ें।
मधुमेह एक ऐसी अवस्था है जिसमें शरीर की इंसुलिन हार्मोन उत्पादन या प्रतिक्रिया करने की क्षमता खराब हो जाती है, जिससे रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए संतुलित आहार योजना या डाइट प्लान का पालन करना बहुत आवश्यक है।
एक अच्छा डाइट प्लान रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावी ढंग से संतुलित करने में मदद करता है।
जानवरों पर किये गए कुछ अध्ययन से पता चला है कि ड्रैगन फ्रूट अग्नाशयी बीटा कोशिकाओं को फ़िर से बना कर मधुमेह से लड़ने के लिए असरदार होता है। अधिक मात्रा में फलों का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह इंसुलिन प्रतिरोध या इंसुलिन रेजिसटेन्स और ग़लत खाने से होने वाली फैटी लीवर की समस्याओं से बचाता है।
ड्रैगन फ्रूट की पोषण संबंधी जानकारी या न्यूट्रीशनल वेल्यू
ड्रेगन फ्रूट कई पोषण से भरपूर होता है जो शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। ड्रैगन फ्रूट की 1 कप सर्विंग में मौजूद प्रमुख पोषक तत्व निम्नलिखित है:
ड्रैगन फ्रूट की 1 कप सर्विंग में मौजूद प्रमुख पोषक तत्व निम्नलिखित है:
ड्रैगन फ्रूट में मौजूद पोषक तत्व | ||||
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पोषक तत्व | मात्रा | |||
कैलोरी | 137 | |||
कार्ब्स | 30 ग्राम | |||
फाइबर | 8 ग्राम | |||
प्रोटीन | 4 ग्राम | |||
वसा | 0 ग्राम | |||
मैग्नीशियम | RDI का 17% (दैनिक ज़रूरत का) | |||
विटामिन सी | आरडीआई का 8% | |||
आयरन | आरडीआई का 7% | |||
विटामिन ई | आरडीआई का 3% |
महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के अलावा, इसमें कई आवश्यक प्लांट कम्पाउन्ड भी उपस्थित होते है। ये हैं बीटासायनिन, पॉलीफेनोल्स और कैरोटीनॉयड।
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क्या मधुमेह रोगी ड्रैगन फ्रूट खा सकते हैं?
ड्रेगन फ्रूट का जीआई कम होने के कारण यह डाइबीटिक लोगों के लिए एक सेफ व उपयोगी फल है। डाईबिटीज़ में इसे केवल पर्याप्त मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। हालांकि यह एक लो जीआई स्कोर फल है लेकिन इसकी वेल्यू मीडियम जीआई वैल्यू के करीब होती है। इसलिए ड्रैगन फ्रूट का सेवन सीमित करना ही बेहतर है। यदि कोई व्यक्ति इंसुलिन का उपयोग करता है, तो वह इंसुलिन शॉट के साथ कार्ब की मात्रा को जानने के बाद अपनी डाइट निर्धारित कर सकता है।
मधुमेह में ड्रैगन फ्रूट की उपयोगिता
एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि जो प्रीडायबिटिक लोग ड्रेगन फ्रूट का सेवन कर रहे थे उनमें फास्टिंग प्लाज्मा शुगर में काफी कमी देखी गई।
वैसे तो ड्रैगन फ्रूट कई तरह के होते हैं, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए कोई अलग से ड्रेगन फ्रूट निर्धारित नहीं है। यह कहा जा सकता है कि लाल ड्रैगन फल सफेद की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति के कारण डाइबीटिक लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं है कि यह रक्त शर्करा के स्तर या ब्लड शुगर लेवल में कोई विशेष कमी करता हो।
ड्रैगन फ्रूट आमतौर पर एक अत्यधिक पौष्टिक उष्णकटिबंधीय फल है। यह प्रीडायबिटीज के साथ-साथ आपके पूरे स्वास्थ्य को लाभ पहुँचने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन ड्रेगन फ्रूट के साथ एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की ज़रूरत होती है। यदि ऐसा नहीं है, तो ड्रैगन फ्रूट मधुमेह को रोकने और हाई ग्लुकोज़ को मेनेज करने के लिए अकेला काम नहीं करेगा। ड्रैगन फ्रूट लाल, सफेद, गुलाबी और पीले रंग में उपलब्ध है। और, इस फल के सभी प्रकार मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे हैं।
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ड्रैगन फ्रूट का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
इस फल का जीआई वैल्यू एक केले के समान 48 से 52 के बीच होता है। इसलिए, ड्रैगन फ्रूट कम जीआई फल के अंतर्गत आता है।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट लो जीआई फ्रूट के अंतर्गत आता है इसलिए मधुमेह रोगी इसे कम मात्रा में खा सकते हैं।
ड्रैगन फ्रूट के फायदे
ड्रेगन फ्रूट के न्यूट्रीशन के वजह से यह कई हेल्थ बेनेफिट प्रदान करता है। ड्रैगन फ्रूट के कुछ स्वास्थ्य लाभों में शामिल हैं:
पोषक तत्व से भरपूर
ड्रैगन फ्रूट में कम कैलोरी होती है और इसमें महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज होते हैं। ड्रैगन फ्रूट एक हाई फाइबर फ्रूट है। फाइबर हृदय स्वास्थ्य और कोलेस्ट्रॉल में फायदा पहुंचाता हैं। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर आंतों की दीवार से कोलेस्ट्रोल को जोड़कर निकालने में मदद करते है।
इसी के साथ, इस फल में विटामिन सी की भी अच्छी मात्रा होती है। एक स्ट्रिक्ट डाइट प्लान को फॉलो करते वक्त कई पोषक तत्वों की आवश्यकता पूरी नहीं हो पाती ऐसे में पोषक तत्वों की इस कमी को पूरा करने के लिए विटामिन सी लेना बेहतर है। यह सभी पोषक तत्वों के उचित अवशोषण में मदद करता है।
ड्रैगन फ्रूट एंटीऑक्सिडेंट का एक शानदार स्रोत है। एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में सहायता करते हैं जो कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। यह फ्री रेडिकल्स डाइबीटिक लोगों में ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाते है।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट एक कम कैलोरी वाला और विटामिन, मिनरल और उपयोगी प्लांट कम्पाउन्ड में समृद्ध है।
हाई फाइबर फ्रूट
डाइटरी फाइबर एक ऐसा कार्ब है जो आसानी से नहीं पचता और इसी के कारण कई स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है।
अगर फाइबर की मात्रा की बात करें तो महिलाओं के लिए एक दिन में 25 ग्राम फाइबर और पुरुषों के लिए 38 ग्राम फाइबर का सेवन करने की सलाह दी जाती है। एंटीऑक्सिडेंट की तरह, फाइबर सप्लीमेंट में खाने से मिलने वाले फाइबर जीतने लाभ नहीं मिलते। एक कप ड्रेगन फ्रूट सर्विंग में 7-8 ग्राम फाइबर होता है।
फाइबर पाचन में अहम भूमिका निभाता है, शोध के अनुसार यह हृदय की समस्याओं को रोकने में अहम भूमिका निभाता है। फाइबर स्वस्थ वजन बनाए रखने और टाइप 2 डाईबिटीज़ को मेनेज करने में भी बहुत सहायता करता है।
इसके अलावा, अध्ययनों के अनुसार, फाइबर से भरपूर आहार कोलन कैंसर से बचाता है। फिर भी, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कई बार हाई फाइबर डाइट आपके लिए परेशानी उत्पन्न कर सकती है। खासकर उन लोगों के लिए जो कम फाइबर वाला खाना खाते हैं। इसलिए ज़्यादा फाइबर से होने वाली पेट की परेशानियों से बचने के लिए फाइबर की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ाएं व साथ ही स्वस्थ व पर्याप्त तरल पदार्थ लें।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट की एक सरविंग लगभग 7 ग्राम फाइबर प्रदान करती है। और यह इसे किसी भी व्यक्ति दैनिक फाइबर आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
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रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
आपके शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता आपके खान-पान के साथ कई अलग-अलग कारकों से निर्धारित होती है। ड्रैगन फ्रूट में मौजूद विटामिन सी और कैरोटीनॉयड आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं और शरीर को अनेक संक्रमण से बचा सकते हैं।
आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में श्वेत रक्त कोशिकाएं या wbc हानिकारक पदार्थों पर हमला करती हैं और उन्हें नष्ट कर देती हैं जिससे आपका शरीर अनेक प्रकार के संक्रमणो से लड़ने के लिए मज़बूत हो जाता है। हालांकि, यह फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान के प्रति बेहद संवेदनशील होती हैं और फ्री रेडिकल्स इन्हें आसानी से नुकसान पहुँच सकते हैं। लेकिन ड्रेगन फ्रूट में मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी और कैरोटीनॉयड इन फ्री रेडिकल्स को खत्म कर के श्वेत रक्त कोशिकाओं या वाईट ब्लड सेल्स को नुकसान से बचा सकते हैं।
सारांश
कैरोटीनॉयड और विटामिन सी की उपस्थिति इस फ्रूट को इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण प्रदान करती है।
पुरानी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है
ड्रेगन फ्रूट एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जिससे यह फ्री रेडिकल्स को खत्म करता है जिससे कोशिकाओं को क्षति नहीं पहुँचती। फ्री रेडिकल्स कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर , हृदय रोग, डाईबिटीज़, गठिया व ईनफ्लेमेशन का कारण बनते हैं ऐसे में एंटीऑक्सीडेन्ट युक्त डाइट लेने से इन बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है।
ड्रैगन फ्रूट में कई प्रकार के प्रभावी व असरदार एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जैसे:
कैरोटेनॉयड्स: लाइकोपीन और बीटा-कैरोटीन प्लांट कम्पाउन्ड ड्रैगन फ्रूट के गहरे रंग के लिए उत्तरदायी होते हैं। कैरोटीनॉयड युक्त डाइट प्लान कैंसर और हृदय की समस्याओं के रिस्क को कम करते हैं।
विटामिन सी: विटामिन सी के सेवन से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, विटामिन सी के अधिक सेवन से सिर और गर्दन के कैंसर में कमी देखी जाती है।
Betalains: कई अध्ययनों से यह भी संकेत मिलता है कि betalains ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ सकती है। साथ ही, इन यौगिकों में ट्यूमर कोशिकाओं को दबाने की क्षमता होती है।
मुख्य रूप से, सप्लीमेंट या गोली के बजाय भोजन के माध्यम से प्राकृतिक रूप में एंटीऑक्सिडेंट का सेवन सबसे अच्छा काम करते हैं। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट को सपलमेंट के रूप में लेने से कई हानिकारक प्रभाव हो सकता हैं। इसके अलावा, बिना चिकित्सकीय सहायता के इन सप्लीमेंट्स का सेवन करना उचित नहीं है। इसकी जगह आप एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर फल जैसे ड्रैगन फ्रूट खा सकते है।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट में बीटालेन, विटामिन सी, लाइकोपीन और बीटा-कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। अध्ययनों के अनुसार, एंटीऑक्सिडेंट युक्त डाइट कई गंभीर व क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करती है।
स्वस्थ पाचन तंत्र
क्या आप जानते हैं की हमारे पाचन तंत्र में 100 ट्रिलियन विभिन्न माइक्रोबस रहते हैं जिनमें कई प्रकार के बेक्टेरिया भी शामिल है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह माइक्रोबियल ग्रुप किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। कई अध्ययनों के अनुसार पेट में असंतुलन के कारण हृदय की समस्याओं या अस्थमा जैसी बीमारियाँ भी हो सकती है।
ड्रैगन फ्रूट में कई प्रीबायोटिक्स पाए जाते हैं जो किसी व्यक्ति की आंत में अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन में सुधार कर सकते है। प्रीबायोटिक्स फाइबर का एक विशेष रूप है। ये किसी व्यक्ति की आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया के विकास को बढ़ाने में मदद करते हैं।
सभी फाइबर के समान आंत किसी भी फाइबर को पचा नहीं पाती लेकिन पेट में मौजूद बैक्टीरिया उन्हें आसानी से पचा सकते हैं। यह इसे अपने विकास के लिए ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग करते हैं जिसके कई हेल्थ बेनेफिट्स हैं।
ड्रैगन फ्रूट में मुख्य रूप से 2 प्रकार के स्वस्थ बैक्टीरिया पाए जाते हैं यह है बिफीडोबैक्टीरिया और लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया। इन प्रीबायोटिक्स के बार-बार सेवन से गट इन्फेक्शन व लूस स्टूल का खतरा कम हो जाता है। इस प्रकार प्रीबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया के विकास का समर्थन करते हैं।
उदाहरण के लिए, एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने यात्रा से पहले और दौरान प्रीबायोटिक्स लिया था, उनमें ट्रैवलर डायरिया की स्थिति कम उत्पन्न हुईं। इसके अलावा, कुछ अध्ययनों के अनुसार प्रीबायोटिक्स पेट के कैंसर और आईबीडी के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा दे सकता है, जो एक स्वस्थ गेस्ट्रोइंटेन्सटाइनल ट्रैक्ट से जुड़ा होता है।
मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत
ड्रैगन फ्रूट कई फलों की तुलना में अधिक मात्रा में मैग्नीशियम प्रदान करता है। ड्रैगन फ्रूट के एक कप में RDI का 18% मैग्नीशियम होता है। आम तौर पर, एक व्यक्ति के शरीर को 24 से 28 ग्राम मैग्नीशियम उपस्थित होता है।
इस कम मात्रा के बावजूद, शरीर की कोशिकाओं में मैग्नीशियम मौजूद होता है। मैग्नीशियम 600 से अधिक महत्वपूर्ण शरीर प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उदाहरण के लिए, भोजन के टूटने के लिए आवश्यक प्रतिक्रियाओं में मैग्नीशियम की भूमिका होती है जो निम्नलिखित क्रियाओं में मदद करता है:
- हड्डियों का उत्पादन
- ऊर्जा
- मांसपेशी में संकुचन
- डीएनए का उत्पादन
वैसे कई अधिक शोध की आवश्यकता है लेकिन फ़िर भी कुछ अध्ययन बताते हैं कि मैग्नीशियम का अधिक सेवन हृदय की समस्याओं और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकता है। यह भी पाया गया है कि मैग्नीशियम बोन हेल्थ को भी मजबूत करता है।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है। यह एक व्यक्ति के शरीर में होने वाली 600 से अधिक जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए आवश्यक मिनरल है।
लो आयरन लेवल में सुधार करता है
ड्रैगन फ्रूट आयरन युक्त ताजे फलों में से एक है। आयरन एक व्यक्ति के पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। साथ ही, भोजन को ऊर्जा में तोड़ने के लिए आयरन महत्वपूर्ण है।
दुर्भाग्य से, बहुत से लोगों को पर्याप्त मात्रा में आयरन नहीं मिल पाता है। वास्तव में, यह पाया गया है कि दुनिया की लगभग 30% आबादी में आयरन की कमी है। और, यह लोहे की कमी की समस्या को सार्वभौमिक रूप से एक सामान्य पोषक तत्व की कमी बना देता है।
आयरन के निम्न स्तर से लड़ने के लिए, आयरन से भरपूर खाने की कई वेराइटी का होना बहुत ज़रूरी है। आयरन के समृद्ध स्रोत नट्स, बीज, मीट, फलियां, मछली और अनाज हैं। ड्रैगन फ्रूट एक और बेहतर विकल्प हो सकता है। इस फल की 1 सर्विंग में RDI वैल्यू का 8% शामिल होता है। इसके अलावा, ड्रैगन फ्रूट में विटामिन सी होता है, जो किसी व्यक्ति के शरीर को आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है।
सारांश
ड्रैगन फ्रूट विटामिन सी के साथ आयरन प्रदान करता है। यह कॉम्बो किसी व्यक्ति के शरीर में इस महत्वपूर्ण खनिज के अवशोषण में सुधार कर सकता है।
तो, यह सभी स्वास्थ्य लाभ ये साबित करते हैं कि ड्रैगन फ्रूट स्वास्थ्य के लिए अच्छा है व सम्पूर्ण स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है।
ड्रैगन फ्रूट को अपनी डाइट में शामिल करने के तरीके:
- ड्रैगन फ्रूट को चम्मच से निकाल लें या दो भागों में बांट लें। इसके बाद इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं और दिन के समय इसका आनंद लें।
- ड्रैगन फ्रूट को सलाद में शामिल करें।
- इस फल का उपयोग करके स्मूदी तैयार करें। लेकिन इसमें कोई शुगर ऐड नहीं करें।
- इस फल को थोड़े से दही के साथ नाश्ते के रूप में शामिल करें।
ड्रैगन फ्रूट की वजह से होने वाली सेहत संबंधित समस्याएं
यह सलाह दी जाती है कि हमेशा ताजा ड्रैगन फ्रूट खाना चाहिए। जैम या प्रोसेस्ड जूस, या कोई पैकेज्ड उत्पाद में कई तरह के preservative मौजूद होते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। इसके अलावा, किसी भी फल या खाद्य पदार्थ को अपने खाने में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें जिससे भविष्य में कोई परेशानी न हो।
निष्कर्ष
उपरोक्त सभी बिंदुओं से स्पष्ट है कि मधुमेह के रोगी अपने भोजन में ड्रैगन फ्रूट (ताजा) शामिल कर सकते हैं। अपने कम जीआई और हाई न्यूट्रीशनल वेल्यू के कारण, यह उच्च रक्त शर्करा या हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में उपयोगी है। लेकिन फ़िर भी इसे अपने खाने में शामिल करने से पहले डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से ज़रूर परामर्श करें।
FAQs:
मधुमेह में ड्रैगन फ्रूट कैसे सहायक है?
इस फल में शक्तिशाली एंटी-डाइबीटिक प्रभाव होता है। यह अग्नाशयी बीटा कोशिकाओं को सक्रिय करता है। यह फाइब्रोब्लास्ट ग्रोथ फैक्टर-21 (FGF-21) के प्रतिरोध या रेजिसटेन्स को भी कम करता है।
किस प्रकार का ड्रैगन फ्रूट मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है?
विशेष रूप से, लाल फ्लेश या गूदे वाले ड्रैगन फ्रूट में सफेद की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
क्या ड्रैगन फ्रूट किडनी के लिए कारगर है?
ड्रैगन फ्रूट कोलेस्ट्रॉल को कम करने, रक्त शर्करा की स्थिरता को कम करने में मदद करने के साथ ही लिवर और हड्डी के कार्य को बढ़ावा देता है।
क्या ड्रैगन फ्रूट का दवाइयों के साथ कोई इंटरेक्शन है?
मधुमेह की दवाएं ड्रैगन फ्रूट के साथ परस्पर क्रिया करती हैं। फल रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं। साथ ही डायबिटीज की दवाएं भी ब्लड ग्लूकोज को कम करने में मददगार होती हैं। ऐसे में एंटी-डाइबीटिक दवाओं के साथ ड्रैगन फ्रूट का सेवन करने से ग्लूकोज का स्तर और घट सकता है।
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